तेलंगाना के सीएम केसीआर ने लोगों से किए तीनों बड़े वादे पूरे नहीं किए- सोमनाथ भारती

दैनिक समाचार
  • केसीआर ने अपने परिवार के सदस्यों में सांसद से लेकर मंत्री पद रेवड़ियों की तरह बांटे- सोमनाथ भारती
  • टीआरएस सरकार ने शिक्षा बजट 10 फीसदी से घटाकर 6 फीसदी किया, जबकि आप सरकार ने इसे 25 फीसदी किया है- सोमनाथ भारती
  • देश में सबसे महंगा चुनाव केसीआर लड़ते हैं- सोमनाथ भारती
  • तेलंगाना में केसीआर को छोटा मोदी के नाम से जाना जाता है, पीएम मोदी की तरह से वह लोगों से झूठे वादे करते हैं- सोमनाथ भारती

नई दिल्ली, 08 मार्च, 2022

आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता सोमनाथ भारती ने कहा कि तेलंगाना के सीएम केसीआर ने लोगों से किए तीनों बड़े वादे पूरे नहीं किए हैं। केसीआर ने अपने परिवार के सदस्यों में सांसद से लेकर मंत्री पद रेवड़ियों की तरह बांटे हैं। वहीं टीआरएस सरकार ने शिक्षा बजट 10 फीसदी से घटाकर 6 फीसदी किया, जबकि आप सरकार ने इसे 25 फीसदी किया है। देश में सबसे महंगा चुनाव केसीआर लड़ते हैं।‌ तेलंगाना में केसीआर को छोटा मोदी के नाम से जाना जाता है। वह पीएम मोदी की तरह से लोगों से झूठे वादे करते हैं।‌

आम आदमी पार्टी तेलंगाना के प्रभारी और वरिष्ठ नेता सोमनाथ भारती ने आज प्रेस वार्ता को संबोधित किया। पूर्व मंत्री और विधायक सोमनाथ भारती ने कहा कि तेलंगाना की सरकार ने कल बजट पेश किया। हर तरफ से आंखें लगी हुई थी की बजट में कुछ नया होगा। क्योंकि तेलंगाना में हर तरफ हताशा- निराशा है। जब तेलंगाना का संघर्ष चल रहा था उस वक्त केसीआर ने कहा था कि तेलंगाना का पहला मुख्यमंत्री एससी होगा। लेकिन उस वादे से कहीं दूर पहले खुद मुख्यमंत्री बने और फिर अपने परिवार के सदस्यों को रेवड़ी की तरह एमपी, एमएलए, मिनिस्टर के पद बांटे। उनका दूसरा वादा था हर एससी प परिवार को हम 5 एकड़ जमीन देंगे। वह भी आज तक पूरा नहीं हुआ। तीसरा वादा था कि डॉक्टर बाबा साहब भीमराव अंबेडकर का 125 फीट ऊंचा स्टेच्यू बनाएंगे। वह भी अधूरा रहा। ऐसे में तीन जो बेसिक वादद उन्होंने किए थे, उसका कहीं जिक्र नहीं हुआ। 2 लाख 56 हजार करोड़ का बजट है। एक आंदोलन से निकली पार्टी टीआरएस तेलंगाना में और एक आंदोलन से निकली पार्टी आम आदमी पार्टी में दोनों में बहुत फर्क है। जैसे तेलंगाना के लोगों को यह अहसास हो जाए कि केसीआर से तेलंगाना की जनता की सेवा नहीं हो सकती। जहां कोई भी सरकार चाहती है कि देश-प्रदेश की जनता मजबूत, सुख और समृद्धि की ओर बढ़े, उस प्रदेश की सरकार सबसे पहला ध्यान देती है शिक्षा पर। दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने शिक्षा पर अनगिनत काम किए और उसका मूल बजट है। दिल्ली सरकार का 25 फीसदी बजट शिक्षा पर खर्च होता है। वहीं तेलंगना की केसीआर सरकार ने 10 फी‌सदी से घटते घटते इस बार 6.26 फीसदी पर आ गए हैं। ऐसे में उनकी तरफ से जनता को मजबूत करने के लिए कोई तैयारी नहीं है। जनता पर राज करने के लिए पूरी तैयारी है। जनता को अनपढ़, गरीब रखता है। इस प्रकार जनता पर राज करना है।
वहीं केजरीवाल सरकार ने 25 प्रतिशत बजट शिक्षा पर दिया। स्कूल की बिल्डिंग से लेकर पढ़ाई पर खूब काम किया गया है। अभी दुनिया के लोगों की आंखें खुली रह गई जब बिजनेस ब्लास्टर के अंदर करोड़ों रुपए का इन्वेस्टमेंट बच्चों के प्रोजेक्ट पर आने लगा। वहीं तेलंगाना की सरकार अपने शिक्षा बजट को 10 फीसदी से घटाकर 6.26 पर आ गई है।

सबसे महंगा चुनाव अगर कोई देश में लड़ता है तो वो केसीआर के नाम जाता है। इस मामले में वह आगे है। इनकी सारी योजना वो होती हैं जो की जनता को असली फ्रीडम देने के बजाय चुनाव केंद्रित होती हैं। 2.56 लाख करोड में चुनाव केंद्रित स्कीम पर 1 लाख 92 हजार करोड़ रुपए का खर्च करने की योजना है। स्टेट का रेवेन्यू 1.33 लाख करोड़ है।

दिल्ली के अंदर शिक्षा पर 25 फीसदी और हेल्थ पर 13 फीसदी खर्च करते हैं। इसके बावजूद सीएजी की रिपोर्ट में यह सुनहरे अक्षरों में लिखा होता है की दिल्ली सरकार इकलौती सरकार है जो इतना खर्च करने के बावजूद लाभ में रहती है। इसमें से एक काम भी तेलंगाना सरकार नहीं कर रही है। इसके बावजूद चार लाख करोड़ का कर्जा है। यदि अच्छे काम कर रहे होते और कर्जा होता तो अलग बात थी। यह ना तो अच्छे काम कर रहे हैं और कर्जा भी बढ़ता जा रहा है। कुछ दिनों में वह 5 लाख करोड़ हो जाएगा। हर आदमी के हिस्से में एक लाख रुपए का कर्ज आएगा। तेलंगाना में बेरोजगारी इतनी बड़ी मुसीबत है। इस बजट में एक भी पैसा इस काम के लिए नहीं है और ना ही उन्होंने बजट में प्लानिंग की है। एससी-एसटी लोन का पैसा आज तक रिलीज नहीं किया गया। ऐसे में शुरुआती 3 वादे भी पूरे नहीं किए। आज भी इनकी नियत नहीं है एससी-एसटी साथियों के लिए कुछ काम करके दिखाएं।
इनकी प्लानिंग इतनी कमजोर है की सिर्फ 25 फीसदी बजट को ही यह खर्च कर पाए। भर्तियों का नामों निशान नहीं है। एक भी भर्ती आज तक केसीआर ने नहीं की है।

जबकि राज्य 1.91 लाख वैकेंसी खाली हैं लेकिन एक नोटिफिकेशन नहीं है कि नौजवानों को नौकरी मिले। जिस तरह से भाजपा हर राज्य में फेल है उसी वजह से तेलंगाना में केसीआर को छोटा मोदी कहते हैं। यह ऊपर ऊपर कितना भी दिखा ले कि हम मोदी के खिलाफ हम फेडरल बना रहे हैं। इनकी पूरी करनी और कथनी में फर्क है। जिस प्रकार जुमलेबाजी मोदी करते हैं और यहां वह करते हैं। पीएम मोदी और केसीआर, दोनों नौकरी देने में असमर्थ रहे हैं। इन्होंने नौकरी के ऊपर कोई काम नहीं किया और बेरोजगारी बढ़ती गई। किसान का लोन 1200 करोड़ रुपए इन्होंने अलॉट किया, लेकिन सिर्फ 403 करोड रुपए खर्च कर पाए। लोन के लिए 26 लाख किसान पात्र थे लेकिन सिर्फ 2960 लोगों तक स्कीम पहुंच पाई। जिस तरह शिक्षा का बजट 10 फीसदी से 6.26 परसेंट पर आ गया है इसी प्रकार से हेल्थ में सिर्फ 6 फीसदी बजट अलॉट किया। दिल्ली छोटा राज्य है फिर भी 13 फीसदी बजट अलॉट किया गया। दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक कंसेप्ट को कॉपी करने का प्रयत्न किया। लेकिन इसके लिए कोई भी बजट अलॉट नहीं किया है। केसीआर बेफिक्र हैं और उनको फिक्र सिर्फ चुनाव जीतने की है कि राज्य के बजट से किस तरह से चुनाव जीतें। पेंशन स्कीम में कंट्रीब्यूशन था उसको खा गए और भूल गए। पेंशन स्कीम को लेकर आम आदमी पार्टी तेलंगाना के विरोध के बाद इनके मंत्री का बयान आया कि हम इसको करने वाले हैं। यह आम आदमी पार्टी तेलंगाना की बड़ी जीत है, क्योंकि 1075 करोड़ सरकार उस कंट्रीब्यूशन को लेकर बैठ गई। आज महिला दिवस है और एक भी काम इन्होंने महिला सशक्तिकरण के लिए नहीं किया है। जबकि केजरीवाल सरकार ने महिला सुरक्षा के लिए पूरी दिल्ली में सीसीटीवी कैमरे लगवाए हैं। पूरे विश्व में दिल्ली सीसीटीवी के मामले में पहले नंबर पर है। यहां तक की जो कर्मचारियों की तनख्वाह है वह भी तेलंगाना सरकार समय से नहीं दे पा रही है। केसीआर सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य महिला सशक्तिकरण, किसान सशक्तिकरण, एससी एसटी वर्ग से लेकर सरकारी कर्मचारियों के हितों का ध्यान रखने के मामले में फेल साबित हुई है। केसीआर सरकार ने भ्रष्टाचार में मास्टरी कर रखी है। तेलंगाना के लोगों के फोन आ रहे हैं कि जिस प्रकार से पंजाब में लोगों के लिए आम आदमी पार्टी उपलब्ध है, उसी तरह से तेलंगाना के अंदर भी केजरीवाल जी की बेहद मांग आ रही है। ऐसे में सभी फ्रंट पर केसीआर फेल हो रहे हैं। बजट इनकी बड़ी विफलता है। तेलंगाना के लोग ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। पूरे हिंदुस्तान में केजरीवाल सरकार एक उम्मीद के रूप में सामने आई है। यह उम्मीद जितनी पंजाब, दिल्ली, गोवा, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के लिए है उतनी ही आप लोगों के लिए भी है। हम बहुत जल्द आपको अपने आप को उपलब्ध कराएंगे। दिल्ली में जो योजनाएं हैं वही तेलंगाना के साथियों को भी उपलब्ध कराएंगे। इस दौरान आम आदमी पार्टी तेलंगाना की सर्च कमेटी की अध्यक्ष इंदिरा शोभन मौजूद रहीं।

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