- भारत के इतिहास में पहली बार एक छोटी पार्टी से घबराकर केंद्र में बैठी भाजपा सरकार चुनाव रोकने के लिए संसद में बिल लेकर आई है- मनीष सिसोदिया
भाजपा द्वारा लाया गया बिल देश व संविधान के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है, एमसीडी चुनावों को रोककर भाजपा लोकतंत्र की हत्या कर रही है- मनीष सिसोदिया
- चुनाव अभी हों या 6 महीने बाद, एमसीडी में तो केजरीवाल ही आएगा- मनीष सिसोदिया
नई दिल्ली, 25 मार्च, 2022
उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि देश की संसद में केंद्र में बैठी भाजपा द्वारा एमसीडी चुनाव रोको बिल लाया गया है। भारत की आजादी के 75 साल के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि जब कोई केंद्र सरकार किसी राज्य सरकार से इतनी बुरी तरह डर गई है कि एमसीडी चुनावों को रोकने के लिए बिल लेकर आई है।
उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि देश के इतिहास में ये पहली बार है कि खुद को विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बतलाने का डींग हांकने वाली भाजपा को एक छोटी-सी पार्टी से इतना डर लग गया है कि चुनावों से दूर भाग रही है। केंद्र में बैठी भाजपा चाहे तीनों एमसीडी का एकीकरण करे या फिर उन्हें दोबारा 1 से 3 करे, एमसीडी में बदलाव नहीं आएगा। एमसीडी तभी बदलेगी जब वहां से भाजपा को हटा दिया जाएगा। इस बार दिल्ली की जनता ने मन बना लिया है कि वो झांसे में नहीं आएगी और एमसीडी में भी केजरीवाल को लाएगी। आज दिल्ली के हर गली-मोहल्ले में जनता की जुबान पर एक ही आवाज है “एमसीडी में भी केजरीवाल”। जब ये आवाज पीएम मोदी के कानों में पड़ी तो वे जनता की आवाज को दबाने के लिए संसद में यह बिल लेकर आए हैं।
उन्होंने कहा कि केंद्र में बैठी भाजपा की सरकार, प्रधानमंत्री सब दिल्ली की जनता की आवाज से डरने लगे हैं। देश के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है जब प्रधानमंत्री का स्तर इतना गिर गया है की वो विपक्ष के एक नेता से हारने से बचने के लिए नगर-निगम के चुनावों में रूचि ले रहे हैं। अरविंद केजरीवाल जी से प्रधानमंत्री इतनी बुरी तरह डर गए है कि देश चलाते-चलाते एमसीडी चलाने के स्तर पर पहुंच चुके हैं।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री को एक छोटी सी पार्टी के लीडर से डर लग रहा है। प्रधानमंत्री को डर है कि यदि एमसीडी में भी केजरीवाल की सरकार आ गई तो एमसीडी का कायाकल्प हो जाएगा और वो दिल्ली सरकार के विभागों की तरह सुचारू रूप से चलने लगेगी। भाजपा वाले बोलते थे कि सरकारी स्कूल कभी ठीक नहीं हो सकते क्योंकि उनके पास फंड नहीं है। इसलिए अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में पढाओ। लेकिन पिछले 7 सालों में पूरे देश ने देखा कि अगर ईमानदार नेतृत्त्व हो तो सरकारी स्कूल न केवल शानदार बन सकते है बल्कि प्राइवेट स्कूलों से भी बेहतर हो सकते हैं। भाजपा वाले बोलते थे कि बिजली सस्ती नहीं हो सकती पर पूरी दिल्ली में लोगों के बिजली के बिल जीरो या आधे आ रहे हैं। आज दिल्ली में अपनी बिजली नहीं बनती फिर भी पूरी दिल्ली में 24 घंटे बिजली आती है और दिल्ली के 92 फीसदी लोगों को इसका फायदा मिलता है।
उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि भाजपा को एमसीडी से भ्रष्टाचार ख़त्म नहीं करना है। इन्हें डर है कि अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि वाई-फाई लगाएंगे, सीसीटीवी लगाएंगे, मोहल्ला क्लिनिक बनवाएंगे, फ्री बिजली देंगे, स्कूल शानदार करेंगे और ये सब करके दिखाया। ठीक वैसे ही अब अरविंद केजरीवाल बोल रहे हैं कि भाजपा को एमसीडी से हटाकर दिल्ली साफ़ करेंगे और वो ये भी कर दिखाएंगे। दिल्ली की जनता ने ये ठान लिया है कि एमसीडी में केजरीवाल ही आएगा, चाहे चुनाव अभी हों या 6 महीने बाद।
उन्होंने ने कहा कि आज संसद में जो बिल आया है वो पूरे देश व लोकतंत्र के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर द्वारा लिखे गए संविधान में चुनाव को लोकतंत्र की आत्मा की संज्ञा दी गई है और चुनाव टालना संविधान की आत्मा की हत्या करना है। आज भाजपा इसी बिल की आड़ में संविधान की हत्या कर रही है। साथ ही ये बिल देश के लिए इसलिए दुर्भाग्यपूर्ण है क्योंकि आज देश के प्रधानमंत्री का स्तर इतना गिर चुका है कि वो देश चलाने के बजाय एमसीडी चुनावों में रूचि ले रहे हैं। उन्होंने भाजपा की केंद्र सरकार को नसीहत देते हुए कहा कि बेशक केंद्र सरकार कितने भी कानून बनाए लेकिन चुनाव करवाए। हार-जीत लगी रहेगी पर लोकतंत्र की रक्षा करें व प्रधानमंत्री के पद की गरिमा को न गिराएं।