? ललई सिंह यादव को अहीर / यादव बिरादरी ठीक से पढ़ ले एवं जान ले.
? डॉ राम स्वरूप वर्मा को कुर्मी / पटेल बिरादरी ठीक से पढ़ ले एवं जान ले.
? महराज सिंह भारती को जाट बिरादरी ठीक से पढ़ ले एवं जान ले.
? कोतवाल धन सिंह गुर्जर और राजा मेहर भोज को यदि गुर्जर समुदाय पढ़ ले और जान ले.
? जगदेव प्रसाद कुशवाहा को कुशवाहा, महतो, मौर्य, कोइरी बिरादरी ठीक से पढ़ ले एवं जान ले.
? पेरियार को गड़ेरिया, पाल समाज ठीक से पढ़ ले एवं जान ले.
? संत बाबा गाडगे को धोबी समाज ठीक से पढ़ ले एवं जान ले.
? दक्ष प्रजापति को कुम्हार प्रजापति समाज जान ले पढ़ ले.
? ज्योति राव फूले को माली सैनी समाज पढ़ ले.
? कर्पूरी ठाकुर को नाई समाज पढ़ ले, जान ले.
? सर छोटूराम को जाट, समाज पढ़ ले, जान ले।
? शिवदयाल सिह चौरसिया को पान किसान, बरई चौरसिया समाज पढ़ ले,जान ले.
? संत ब्रह्मानंद लोधी जी को एवं रघुनाथ सिंह लोधी को लोधी समाज पढ़ ले, जान ले।
? बिरसा मुंडा, टाटिया भील को नायक, भील समाज ठीक से पढ़ ले और
? बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर को पुरा दलित समाज ठीक से पढ़ ले और
? कार्ल मार्क्स को आदिवासी समाज को पढ़ा दिया जाय…..
तो समझो भारत का हर एक क्षेत्र में बेहतरीन परिणाम मिलने से कोई ‘माई का लाल’ नहीं रोक सकता …काश SC. St. OBC के इन और ऐसे बहुत और महापुरुष है उनको अपनी अपनी जाति-बिरादरी के लोग अपने-अपने समाज के इन महापुरुषों को पढ़ लें तो भी बहुत बड़ा
सामाजिक, आर्थिक ‘क्रांतिकारी परिवर्तन’
आज भी देश में सम्भव है…
इस निवेदन पर विचार अवश्य करें