- आज से दिल्ली की सड़कों पर इलेक्ट्रिक ऑटो चलने शुरू हो गए, 20 ऑटो ड्राइवर्स को मैंने खुद आरसी सौंपी, इनमें महिला ड्राइवर्स भी हैं- अरविंद केजरीवाल
- बहुत जल्द दिल्ली की सड़कों पर हज़ारों इलेक्ट्रिक ऑटो दौड़ेंगे, प्रदूषण के खि़लाफ़ हमारी दिल्ली एकजुट होकर लड़ रही है- अरविंद केजरीवाल
- ई-ऑटो शुरू होने से साढ़े तीन हजार परिवारों को रोजगार मिला, इसमें 500 महिलाएं भी शामिल हैं- अरविंद केजरीवाल
- दिल्ली सरकार की ईवी पॉलिसी की पूरे देश में तारीफ हो रही है, दिल्ली को अब ईवी कैपिटल भी माना जाने लगा है- अरविंद केजरीवाल
- ईवी पॉलिसी लागू होने के बाद पहले साल में ही दिल्ली में कुल खरीदे गए वाहनों में से 10 फीसद इलेक्ट्रिक वाहन हैं- अरविंद केजरीवाल
- पिछले पांच साल में ईवी पॉलिसी के अंतर्गत 45 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिला है- अरविंद केजरीवाल
- हर एक ऑटो पर 30 हजार रुपए की सब्सिडी और लोन लेने पर 5 फीसद की छूट मिलेगी- कैलाश गहलोत
- दिल्ली पूरे देश का एकमात्र राज्य है, जहां सबसे सस्ता ईवी चार्जिंग प्वाइंट स्थापित कर सकते हैं- कैलाश गहलोत
- डीएमआरसी के सभी स्टेशनों पर जल्द ईवी चार्जिंग की सुविधा उपलब्ध होगी, बातचीत चल रही- कैलाश गहलोत
- केजरीवाल सरकार ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए कई उपाय किए हैं, ताकि उनको रोजगार मिल सके- कैलाश गहलोत
- लाइसेंस फीस पूरी माफ, शारीरिक उंचाई कम किया और तीन साल की बजाय अब एक माह की ट्रेनिंग लेकर महिलाएं डीटीसी या क्लस्टर बसें चला सकती हैं- कैलाश गहलोत
नई दिल्ली, 31 मार्च, 2022
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज आईपी डिपो से इलेक्ट्रिक ऑटो को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और कहा कहा कि दिल्ली की सड़कों पर अब देश में सबसे ज्यादा इलेक्ट्रिक ऑटो दौड़ेंगे। आज से दिल्ली में इलेक्ट्रिक ऑटो चलने शुरू हो गए। 20 ऑटो ड्राइवर्स को मैंने खुद आरसी सौंपी, इनमें महिला ड्राइवर्स भी हैं। बहुत जल्द दिल्ली की सड़कों पर हज़ारों इलेक्ट्रिक ऑटो दौड़ेंगे। प्रदूषण के खि़लाफ़ हमारी दिल्ली एकजुट होकर लड़ रही है। इनके शुरू होने से साढ़े तीन हजार से अधिक परिवारों को रोजगार मिला है। इसमें 500 महिलाएं भी शामिल हैं। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार की ईवी पॉलिसी की पूरे देश में तारीफ हो रही है और दिल्ली को अब ईवी कैपिटल भी माना जाने लगा है। ईवी पॉलिसी लागू होने के बाद पहले साल में ही दिल्ली में कुल खरीदे गए वाहनों में से 10 फीसद इलेक्ट्रिक वाहन हैं। पिछले पांच साल में ईवी पॉलिसी के अंतर्गत 45 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिला है। वहीं, परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि केजरीवाल सरकार ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए कई पहल की है। उनकी लाइसेंस फीस पूरी माफ है। शारीरिक उंचाई को कम किया गया है और तीन साल की बजाय अब एक माह की ट्रेनिंग लेकर महिलाएं डीटीसी या क्लस्टर बसें चला सकती हैं।
प्रदूषण को देखते हुए हम धीरे-धीरे सभी वाहनों को इलेक्ट्रिक वाहनों की तरफ ले जा रहे हैं- अरविंद केजरीवाल
दिल्ली की सड़को ंपर आज से इलेक्ट्रिक ऑटो भी दौड़ने चालू हो गए। इन ई-ऑटो को हरी झंडी दिखाने के लिए आईपी डिपो आज एक समारोह का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सीएम अरविंद केजरीवाल ने रिबन काट कर कार्यक्रम की शुरूआत की और हरी झंडी दिखाकर सभी ई-ऑटो रवाना किया। इस दौरान दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत, डीडीसी के उपाध्यक्ष जस्मीन शाह और परिवहन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी समेत अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे। समारोह को संबोधित करते हुए सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज दिल्ली वासियों के लिए बहुत अच्छा दिन है कि पहली बार दिल्ली में इलेक्ट्रिक ऑटो शुरू होने जा रहे हैं। आज नीले रंग के सभी ई-ऑटो को हरी झंडी दिखाई गई है। यह सभी ई-ऑटो आज से दिल्ली की सड़कों पर चलने चालू होंगे। प्रदूषण को देखते हुए हम धीरे-धीरे सभी वाहनों को इलेक्ट्रिक वाहनों की तरफ ले जा रहे हैं। उसी श्रृंखला में अब दिल्ली की सड़कों पर इलेक्ट्रिक ऑटो चलने चालू होंगे। अभी एक सांकेतिक रूप से कुछ ऑटो चालक भाई-बहनों को उनके कागज सौंपे गए। कागज पाकर सभी लोग बहुत खुश थे। एक तरफ, कई सारे लोगों को रोजगार मिल रहा है। आज करीब साढ़े तीन हजार लोगों का कोटा रिलीज किया गया है। इस तरह, साढ़े तीन हजार लोगों को एलओआई जारी हो चुके हैं। यह साढ़े तीन हजार लोग दिल्ली की सड़कों पर ई-ऑटो चलाएंगे। इससे साढ़े तीन हजार परिवारों को रोजगार भी मिलेगा। मैं सभी लोगों को बधाई देना चाहता हूं। इन साढ़े तीन हजार ई-ऑटो चालकों में करीब 500 महिला चालक भी शामिल हैं। यह बहुत गर्व की बात है कि महिलाएं भी ऑटो चला रही हैं और अपने परिवार को पालेंगी।
ऑटो चलाना बिल्कुल सुरक्षित, महिलाओं को कोई दिक्कत नहीं
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मेरे मन में एक संदेह था कि क्या महिलाएं ऑटो चलाएंगे, तो उनकी सुरक्षा को लेकर इश्यू तो नहीं हो सकते। इस पर मैंने ऑटो चालक सुनीता चौधरी जी से बात की। सुनीता चौधरी 2003 से ऑटो चला रही हैं। उनको ऑटो चलाते हुए करीब 1़9 साल हो गए। सुनीता चौधरी ने बताया कि ऐसा कुछ भी नहीं है। ऑटो चलाना बिल्कुल सुरक्षित है। कोई दिक्कत नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बहुत अच्छी बात है। जिन महिलाओं को आज ई-ऑटो मिले हैं, उन सभी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं। मुझे लगता है कि आज हम सब लोगों के लिए बहुत ही गर्व की बात है।
लोगों में इलेक्ट्रिक वाहनों को लेकर काफी उत्साह है, इसका मतलब साफ है कि ईवी पॉलिसी सही है- अरविंद केजरीवाल
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार ने जो ईवी पॉलिसी बनाई है, यह बहुत ही शानदार पॉलिसी है। पूरे देश के अंदर इसकी तारीफ हो रही है। दिल्ली देश की राजधानी तो है ही। लेकिन अब यह ईवी कैपिटल भी माना जाने लगा है। हमें यह लगता था कि लोगों को थोड़ा समय लगेगा, जब हम लोगों से कहेंगे कि अगर आप को नई गाड़ी खरीदनी है, तो इलेक्ट्रिक वाहन खरीदो। जितनी तेजी से लोगों ने इलेक्ट्रिक वाहन खरीदना चालू किया है, यह देखकर हमें भी आश्चर्य होने लगा है। जब से ईवी पॉलिसी लागू हुई है। इसके पहले साल के अंदर ही इस साल दिल्ली में जितने वाहन खरीदे गए, उसका 10 फीसद इलेक्ट्रिक वाहन लोग खरीद रहे हैं। लोगों के अंदर भी इलेक्ट्रिक वाहनों को लेकर काफी उत्साह है। इसका साफ मतलब है कि हमने जो ईवी पॉलिसी लागू की है, वो सही पॉलिसी है। पॉलिसी लागू हो रही है और उसे लेकर लोगों के अंदर उत्साह है। ईवी पॉलिसी बहुत अच्छी है और अब पूरे देश के अंदर इसी तरह की ईवी पॉलिसी लागू की जा रही है।
वहीं, सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, दिल्ली की जनता को बधाई। आज से दिल्ली की सड़कों पर इलेक्ट्रिक ऑटो चलने शुरू हुए। 20 ऑटो ड्राइवर्स को मैंने खुद आरसी सौंपी। इनमें महिला ड्राइवर्स भी हैं। बहुत जल्द दिल्ली की सड़कों पर हज़ारों इलेक्ट्रिक ऑटो दौड़ेंगे। प्रदूषण के खि़लाफ़ हमारी दिल्ली एकजुट होकर लड़ रही है।’’
सीएम अरविंद केजरीवाल ने ई-ऑटो में बैठकर की सवारी और खूबियों को जाना
इस अवसर पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने महिला व पुरुष ई-ऑटो चालकों को आरसी प्रदान किया। इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने ई-ऑटो का मौका मुआयना किया। परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत और विभाग के अधिकारियों ने उन्हें ई-ऑटो की विशेषताओं से अवगत कराया। सीएम अरविंद केजरीवाल एक महिला चालक के ऑटो में बैठकर कुछ दूर तक सवारी की और इन ऑटो की विशेषताओं और सुरक्षा पहलुओं के बारे में जानकारी प्राप्त की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कुछ चालकों से भी बात की। इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने ई-ऑटो चालक सुनीता चौधरी को मंच पर बुलाकर सभी से उनका परिचय कराया। सीएम ने कहा कि सुनीता जी 2003 से ऑटो चला रही हैं। पांच साल में हमने ईवी पॉलिसी के तहत 45 हजार से अधिक लोगों को नौकरी मिली है।
हमने सिंगल विंडो सिस्टम लागू किया है, लोगों को ऑनलाइन पोर्टल पर सभी सुविधाएं मिलेगी- कैलाश गहलोत
इस अवसर पर दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने बताया कि हमने सिंगल विंडो सिस्टम लागू किया है। सभी सुविधाएं एक ही जगह मिलेगी। हमने सीईएसएल के साथ मिलकर पोर्टल और साफ्टवेयर को तैयार किया है। दो-तीन साल पहले हमने जब 10 हजार परमिट जारी किए थे। उससे भी हम लोगों ने बहुत कुछ सीखा है। इस बार किसी भी ऑटो चालक भाई-बहन को अगर आवेदन जमा करना है, लोन लेना है और ऑटो खरीदना है, तो वो उसे उस पोर्टल पर जाकर पंजीकरण करना है। लोन लेने की औपचारिकताएं भी पोर्टल के जरिए ही पूरी की जाएंगी। सीएम अरविंद केजरीवाल ने हमेशा यह बात कही है कि जो आप करें, वो एक आम आदमी की नजर में रखकर करें, ताकि उसको कहीं भी जाने की आवश्यकता न हो। उन्होंने बताया कि हर एक ऑटो पर 30 हजार रुपए की सब्सिडी है। साथ ही अगर कोई लोन लेता है, तो उसमें भी 5 फीसद की छूट है। हमारी ईवी पॉलिसी का लक्ष्य है कि तीन किलोमीटर की परिधि में एक चार्जिंग प्वाइंट जरूर मिले। इसमें हमने डिस्कॉम के साथ भी साझेदारी की है। आज की तारीख में अगर आप सबसे सस्ता चार्जिंग प्वाइंट स्थापित कर सकते हैं, तो पूरे देश में एकमात्र दिल्ली ही है। मात्र दो हजार देकर आप चार्जर लगा सकते हैं। आप अपने घर में भी ई-ऑटो को चार्ज कर सकते हैं। इसके अलावा, जितने भी डीएमआरसी के स्टेशन हैं, उन पर भी चार्जिंग प्वाइंट लगाने की हमारी बातचीत चल रही है। वहां भी हम इनको चार्ज करने की सुविधा उपलब्ध कराएंगे। दिल्ली सरकार ने 300 इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन का टेंडर किया था। वो भी सफल हो गया है और जल्द ही चालू हो जाएगा।
केजरीवाल सरकार ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए कई महत्वपूर्ण उपाय किए है- कैलाश गहलोत
परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि कई महिलाएं हैं, जो काफी समय से ऑटो चला रही हैं। कुछ महिलाएं टैक्सी चला रही हैं। उन्होंने जब देखा कि हम इलेक्ट्रिक ऑटो के लिए परेशानी मुक्त परमिट दे रहे हैं, तो उन्होंने भी इसमें काफी रूचि दिखाई और इसमें शिफ्ट की हैं। हमारे जितने भी सार्वजनिक परिवहन हैं, उसमें जीपीएस आवश्यक है और हम अपने कमांड सेंटर से इनकी मॉनिटरिंग भी कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए कई महत्वपूर्ण उपाय किए है। इसमें महिलाओं को बढ़ावा दिया गया है, ताकि उनको रोजगार मिल सके। कमर्शल वाहन चलाने के लिए महिलाओं को जो लाइसेंस लेना पड़ता था, उसकी फीस करीब 15 हजार रुपए थी। हम लोगों ने यह फीस माफ कर दी है। अब यह फीस दिल्ली सरकार देगी। इसके अलावा, अगर कोई महिला डीटीसी या क्लस्टर की बस चलाना चाहती हैं, तो उसमें भी हमने रियायत दी है। पहले डीटीसी या क्लस्टर बस चलाने के लिए तीन साल का अनुभव मांगते थे, जिसे हमें खत्म कर दिया है। अब जिस भी महिला के पास लाइसेंस है, वो दिल्ली सरकार के ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट में मात्र एक महीने की ट्रेनिंग करके चला सकती है। अब महिलाओं को इसके लिए तीन साल तक इंतजार करने की जरूरत नहीं है। शारीरिक उंचाई को लेकर जो शर्तें थीं, उसमे भी हम लोगों ने महिलाओं के लिए कम कर दी है। हम चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा महिलाएं दिल्ली की सड़कों पर वाहन चलाएं।
4261 ई-ऑटो के आवंटन की प्रक्रिया जारी
ईवी पालिसी 2020 और आजीविका-उन्मुख परियोजना के तहत परिवहन विभाग ने 4261 ई-ऑटो के आवंटन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके लिए अक्टूबर और नवंबर, 2022 के महीनों में ऑनलाइन प्रक्रिया के जरिए आवेदन आमंत्रित किए गए। 2855 ई-ऑटो के कोटे के मुकाबले पुरुष आवेदकों से कुल 19,846 आवेदन प्राप्त हुए और 1406 ई-ऑटो के कोटे के मुकाबले महिला आवेदकों से 743 आवेदन प्राप्त हुए।
कोर्ट में याचिका दायर होने के कारण रोक दी गई थी योजना
यह योजना पहले कोर्ट में दायर एक याचिका के कारण रोक दी गई थी, जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने अनिवार्य रूप से ऑटो पर एक लाख की सीमा के भीतर सीएनजी के स्थान पर इलेक्ट्रिक ऑटो को अनुमति देने के सरकार के फैसले पर रोक लगा दी थी। वहीं, सर्वाेच्च न्यायालय ने सीएनजी ऑटो के स्थान पर ई-ऑटो शुरू करने के दिल्ली सरकार के निर्णय के पक्ष में फैसला सुनाया था। इसके अलावा, उच्च न्यायालय ने भी 11 फरवरी, 2022 को एक अन्य ऐतिहासिक निर्णय में दिल्ली सरकार को राजधानी में 4261 ई-ऑटो के पंजीकरण की प्रक्रिया को फिर से शुरू करने की अनुमति दी थी।
4261 ई-ऑटो के आवंटन के लिए 14 फरवरी 2022 को कम्प्यूटरीकृत ड्रा निकाला गया। आवंटन की प्रक्रिया निष्पक्ष एवं पारदर्शी तरीके से की गई है। सफल आवेदकों और अस्वीकृत या दोषपूर्ण आवेदनों की सूची परिवहन विभाग की वेबसाइट पर प्रदर्शित कर दी गई है। वहीं, परिवहन विभाग ने अब तक लाभार्थियों को 2998 एलओआई जारी किए हैं, जिनमें 548 महिलाएं भी शामिल हैं।
दूसरे दौर में आए 93 महिला चालकों के आवेदन
अधिक महिला ड्राइवरों को बढ़ावा देने के लिए फरवरी 2022 में उनके लिए आरक्षित शेष ई-ऑटो के लिए नए आवेदन लेने का निर्णय लिया गया। इस दूसरे दौर में, 93 और महिलाओं ने आवेदन किया है और पात्र महिला आवेदकों को एलओआई जारी करने की प्रक्रिया चल रही है। कुल 1406 ई-ऑटो के महिला कोटे के तहत 663 ई-ऑटो, 3 मार्च, 2022 को डीएमआरसी को एक एग्रीगेटर या ऑपरेटर के जरिए संचालित करने की अनुमति के साथ आवंटित किया गया। साथ ही, यह शर्त भी रखी गई है कि ई-ऑटो केवल डीएमआरसी की तरफ से तैनात महिला ड्राइवरों द्वारा ही संचालित किए जाएंगे। महिलाओं द्वारा चलाए जाने वाले ई-ऑटो में विशेष नीले-बकाइन रंग के ऑटो होते हैं, जो दृश्यता बढ़ाने और गैर-महिला आवेदकों द्वारा स्कीम के दुरुपयोग को रोकने के लिए होते हैं।
जिसके नाम से वाहन अलाट होगा, वही चला सकेगा
ई-ऑटो परमिट लेने वालों के लिए पांच साल की लॉक-इन अवधि होगी और मृत्यु के मामले को छोड़कर ई-ऑटो को हस्तांतरण नहीं किया जा सकेगा। वही, वाहन केवल एलओआई धारक द्वारा चलाया जाएगा और महिला एलओआई धारकों के नाम पर पंजीकृत ई-ऑटो का एक अलग रंग है। यह भी निर्णय लिया गया है कि महिला कोटे में आवंटन के बाद, ई-ऑटो रिक्शा के हस्तांतरण की अनुमति केवल एक महिला ऑटो चालक को पांच साल के प्रतिबंधों के अधीन दी जाएगी।
एलओआई धारक सिंगल विंडो सिस्टम के माध्यम से खरीद सकते हैं ई-ऑटो
परिवहन विभाग ने इच्छुक लोगों को बिना किसी परेशानी के ई-ऑटो का स्वामित्व या लीज पर लेने के लिए भी कई उपाय किए हैं। एलओआई धारक अधिकृत डीलर से सिंगल विंडो सिस्टम के माध्यम से ई-ऑटो खरीद सकता है। इसके लिए www.delhi.myev.org.in कन्वर्जेंस एनर्जी सर्विसेज लिमिटेड (सीईएसएल) द्वारा विकसित वेब पोर्टल पर जा सकते हैं। ऑनलाइन पोर्टल पर, डीलर बुकिंग, पंजीकरण औपचारिकताओं को पूरा करने के लिए सिंगल विंडो इंटरफेस के रूप में कार्य करेगा। एलओआई धारकों को स्वीकृत ई-ऑटो मॉडल, कीमतों और सुविधाओं, सब्सिडी घटकों, वित्तपोषण बैंकों और एनबीएफसी के बारे में एक ही मंच पर जानकारी मिलेगी। इस वेब पोर्टल को ऋणों तक आसान पहुंच, ईएमआई के भुगतान, शेष ऋण और ब्याज सबवेंशन दावों के बारे में जानकारी के लिए विकसित किया गया है। इसके अलावा, ईवी उपयोगकर्ताओं और ई-ऑटो उपयोगकर्ताओं की सुविधा के लिए विभाग ने एक व्हाट्सएप चौटबॉट विकसित किया है, जो एक इंटरैक्टिव प्लेटफॉर्म है जो ईवी मॉडल, वित्त, ईवी डीलरों और आसपास के चार्जिंग स्टेशनों के बारे में जानकारी प्रदान करेगा। सफल आवेदकों को टीएसआर खरीदना होगा और 30 अप्रैल. 2022 से पहले सीईएसएल के सिंगल विंडो पोर्टल पर पंजीकरण के लिए आवेदन करना होगा।
वहीं, ई-ऑटो के आवंटन की एक और प्रगतिशील विशेषता यह रही है कि एलओआई धारक का फ्लीट ऑपरेटर/एग्रीगेटर के साथ सह-स्वामित्व हो सकता है जो ई-ऑटो खरीद सकता है और आपसी सहमति के अनुसार इच्छुक एलओआई धारक के साथ शर्तों व लीज समझौता कर सकता है। यह कदम बहुत अधिक वित्तीय बोझ के बिना अधिक पारदर्शी और विश्वसनीय तरीके से एलओआई धारक द्वारा ई-ऑटो के स्वामित्व और संचालन के लिए तत्काल पहुंच प्रदान करने के लिए एक लंबा सफर तय करेगा। यह कदम कई ई-ऑटो मालिकों को असंगठित लेनदारों और फाइनेंसरों के चंगुल से मुक्त कर देगा, जो बाजारों में तेजी से बढ़ रहे हैं और गुप्त तरीके से काम कर रहे हैं।