केजरीवाल सरकार के स्कूल और मोहल्ला क्लीनिक के मुरीद हुए तमिलनाडु के सीएम एम.के. स्टालिन, अपने राज्य में दिल्ली की तरह बनाएंगे मॉडल स्कूल, सीएम अरविंद केजरीवाल को दिया न्यौता

दैनिक समाचार
  • सीएम अरविंद केजरीवाल ने न्यौता स्वीकारते हुए कहा, ‘‘थिरु स्टालिन जी, वहां आना यह मेरे लिए सम्मान की बात होगी’’
  • मैंने आज सीएम अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के साथ दिल्ली सरकार के स्कूल और मोहल्ला क्लिनिक का दौरा किया- एम.के. स्टालिन
  • हम जल्द ही चेन्नई में एक विश्व स्तरीय सरकारी मॉडल स्कूल स्थापित करेंगे और मैंने अरविंद केजरीवाल को अग्रिम रूप से निमंत्रण दिया है- एम.के. स्टालिन
  • शिक्षा ही एक बेहतर समाज और एक शक्तिशाली राष्ट्र के निर्माण में मदद कर सकती है, आइए, हम सब मिलकर पूरे देश में शिक्षा क्रांति लाएं- अरविंद केजरीवाल
  • दिल्ली सरकार अपने अच्छे कामों को तमिलनाडु सरकार के साथ साझा करेगी और हम भी तमिलनाडु सरकार के अच्छे कामों से सीखेंगे- अरविंद केजरीवाल
  • यह देश तभी आगे बढ़ सकता है, जब हम सब एक-दूसरे के अच्छे विचारों से सीखें- अरविंद केजरीवाल
  • भारत के सभी राज्यों को देश के विकास की दिशा में मिलकर काम करने की जरूरत है- अरविंद केजरीवाल
  • सीएम स्टालिन का दिल्ली सरकार के स्कूल में दौरा, दोनों राज्यों के बीच एजुकेशन-सिस्टम में सुधार लाने के लिए साथ मिलकर काम करने को प्रोत्साहित करेगा- मनीष सिसोदिया
  • मिलकर काम करने से देश की शिक्षा व्यवस्था में आमूलचूल परिवर्तन लाया जा सकता है और एक-दूसरे से सीखकर हम शिक्षा के जरिए देश में बदलाव ला सकते है- मनीष सिसोदिया

नई दिल्ली, 01 अप्रैल, 2022

तमिलनाडु के सीएम एम.के. स्टालिन भी केजरीवाल सरकार के स्कूल और मोहल्ला क्लीनिक के मुरीद हैं। एम.के. स्टालिन ने आज सीएम अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के साथ आज दिल्ली सरकार के स्कूल और मोहल्ला क्लिनिक का दौरा किया और कहा कि दिल्ली सरकार के स्कूल बेहतरीन हैं। हम जल्द ही चेन्नई में एक विश्व स्तरीय सरकारी मॉडल स्कूल स्थापित करेंगे। मैंने अरविंद केजरीवाल को अग्रिम रूप से तमिलनाडु आने का निमंत्रण दिया है। वहीं, सीएम अरविंद केजरीवाल ने उनका न्यौता को स्वीकार करते हुए कहा कि शिक्षा ही एक बेहतर समाज और एक शक्तिशाली राष्ट्र के निर्माण में मदद कर सकती है। उन्होंने सभी से अपील करते हुए कहा कि आइए, हम सब मिलकर पूरे देश में शिक्षा क्रांति लाएं। दिल्ली सरकार अपने अच्छे कामों को तमिलनाडु सरकार के साथ साझा करेगी और हम भी तमिलनाडु सरकार के अच्छे कामों से सीखेंगे। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हम सभी को एक-दूसरे से सीखने की जरूरत है। यह देश तभी आगे बढ़ सकता है, जब हम सब एक-दूसरे के अच्छे विचारों से सीखें। सभी राज्यों को देश के विकास की दिशा में मिलकर काम करने की जरूरत है।

वेस्ट विनोद नगर स्थित राजकीय सर्वोदय बाल विद्यालय के दौरे के दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और डिप्टी सीएम एवं शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने तमिलनाडु के सीएम एम.के. स्टालिन और शिक्षा मंत्री अंबिल महेश पोय्यामोझी को दिल्ली सरकार के स्कूलों में हुए क्रांतिकारी बदलाव की पूरी कहानी बताई। कभी ‘टेंट के स्कूल’ कहे जाने वाले दिल्ली के ये सरकारी स्कूल, आज इंफ्रस्ट्रक्चर, बिल्डिंग और आधुनिक सुविधाओं के मामले में प्राइवेट स्कूलों को भी मात दे रहे हैं। जिसके परिणाम स्वरूप आज बोर्ड परीक्षा के परिणाम में भी दिल्ली के सरकारी स्कूलों ने प्राइवेट स्कूलों को पीछे छोड़ दिया है। इस दौरान तमिलनाडु के सीएम एम.के. स्टालिन, शानदार बिल्डिंग के साथ आधुनिक सुविधाओं से युक्त क्लास रूम का दौरा कर दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ाई करने वाले बच्चों के अंदर बढ़े आत्मविश्वास से रूबरू हुए। इस अवसर पर प्रिंसिपल सेक्रेटरी (शिक्षा) राजेश प्रसाद, शिक्षा निदेशक हिमांशु गुप्ता, डिप्टी सीएम के सेक्रेटरी सी. अरविंद और राजकीय सर्वोदय कन्या विद्यालय की प्रिंसिपल ज्योत्सना मिंज समेत अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।

क्लास रूम का दौरा कर बच्चों के आत्मविश्वास से प्रभावित हुए सीएम एम.के. स्टालिन

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री थिरु. एम.के. स्टालिन दिल्ली के आज सुबह करीब 11ः30 बजे राजकीय सर्वोदय बाल विद्यालय पहुंचे, जहां सीएम अरविंद केजरीवाल और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने उनका स्वागत किया। इस दौरान स्कूली बच्चों ने गुलाब के फूल भेंट कर मुख्यमंत्री थिरु. एम.के. स्टालिन का स्कूल में आने पर स्वागत किया। सीएम एम.के. स्टालिन ने सीएम अरविंद केजरीवाल और डिप्टी सीएम को शॉल और कुछ किताबें भेंट की। सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी सीएम एम.के. स्टालिन और उनके साथ आए मंत्रियों को शॉल भेंट कर उनका स्वागत किया और दिल्ली के सरकारी स्कूलों में आने पर खुशी जाहिर की। इस दौरान सीएम एम.के. स्टालिन ने स्कूल की बिल्डिंग देखी। हैप्पीनेस क्लास को देखा और बच्चों से बात की। देशभक्ति क्लास के बच्चों से भी मिले और उनका अनुभव जाना। बिजनेस ब्लास्टर की एक टीम ने उन्हें बताया कि उन्होंने सीड मनी से काम शुरू किया और 1.50 लाख रुपए की आमदनी की है। उन्होंने 25 स्थानीय लोगों को रोजगार दिया है और तमिलनाडु और कर्नाटक के कुछ लोगों को भी रोजगार दिया गया है। एम.के. स्टालिन बच्चों के अंदर आए आत्म विश्वास को देखकर काफी प्रभावित हुए। फिर उन्होंने स्कूल में बने स्वीमिंग पूल को देखा और वहां ट्रेनिंग ले रहे बच्चों और उनके कोच से भी बात की। इसके बाद सीएम एम.के. स्टालिन आम आदमी मोहल्ला क्लीनिक को देखने पहुंचे। क्लीनिक में आए मरीजों और डॉक्टर से बात की और सुविधाओं के बारे में जाना।

सीएम एम.के. स्टालिन ने बच्चों के सर्वांर्गीण विकास के बारे में जाना

राजकीय सर्वोदय बाल विद्यालय का दौरा के दौरान तमिलनाडु के सीएम एम.के. स्टालिन ने जानने की कोशिश की कि कैसे बच्चों का सर्वांगीण विकास किया जा रहा है। इस पर अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली सरकार राज्य के कुल बजट का करीब 25 फीसद बजट शिक्षा पर खर्च कर रही है। शिक्षा मंत्री लगातार शिक्षा में सुधार को लेकर समीक्षा करते हैं। स्कूलों का दौरा करते हैं। स्कूलों की बिल्डिंग ही नहीं, बच्चों को कैसे और क्या पढ़ाया, इस पर भी लगातार समीक्षा की जाती है। स्कूल के बच्चों, अभिभावकों और शिक्षकों के बीच बहुत ही अच्छा तालमेल है। दिल्ली सरकार के 500 से अधिक विद्यार्थी हर साल जेई मेन्स के लिए क्वालीफाई कर रहे हैं। इस साल प्राइवेट स्कूलों से करीब 3.5 लाख बच्चों ने नाम कटवा कर दिल्ली सरकार के स्कूलों में एडमिशन लिया है। शिक्षकों को कैम्ब्रिज आईआईएम जैसे बड़े-बड़े संस्थानों में भेजकर प्रशिक्षण दिया जाता है।

दिल्ली सरकार के स्कूलों में सुधार लाने के लिए तीन स्तरीय कार्य किए- अरविंद केजरीवाल

इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने तमिलनाडु के सीएम एम.के. स्टालिन को बताया कि हमने दिल्ली सरकार के स्कूलों में सुधार लाने के लिए तीन स्तरीय कार्य किए। पहले स्कूलों के इंफ्रास्ट्रक्चर बहुत खराब थे। स्कूलों की बिल्डिंग की हालत दयनीय थी, साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था नहीं थी। स्कूलों में पीने का पानी भी उपलब्ध था। शौचालय बहुत गंदे और खराब हालत में थे। हम लोगों ने तय किया कि शिक्षा के क्षेत्र में बड़े स्तर पर सुधार करने के लिए बजट को बढ़ाना होगा। इसलिए हमने राज्य के कुल बजट का 25 फीसद बजट शिक्षा पर खर्च करने का फैसला किया। हमने स्कूलों के इंफ्रास्ट्रक्चर को ठीक करने का निर्णय लिया। साथ ही, साफ-सफाई, सुरक्षा, पानी और शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाओं को हम लोगों ने सबसे पहले उपलब्ध कराया। इससे पूरे सिस्टम के अंदर विश्वास का संचार हुआ। इसके बाद हम लोगों ने पुरानी जर्जर बिल्डिंग्स को गिरा कर उसके स्थान पर नई बिल्डिंग का निर्माण कराना शुरू किया। स्कूलों में स्वीमिंग पूल तक बनाया।

हम लोगों ने पढ़ाई के कंटेंट पर काम शुरू किया है कि बच्चों को क्या पढ़ाना चाहिए- अरविंद केजरीवाल

सीएम अरविंद केजरीवाल ने बताया कि दूसरे स्तर पर हम लोगों ने शिक्षकों और प्रिंसिपल पर फोकस किया, क्योंकि यही बच्चों को पढ़ाते हैं। दिल्ली सरकार ने अधिकांश प्रिंसिपल को प्रशिक्षण लेने के लिए विदेश भेजा और शिक्षकों को आईआईएम भेजा। प्रशिक्षण लेने के बाद प्रिंसिपल और शिक्षक पूरी उर्जा के साथ वापस आए और बच्चों को बेहतर शिक्षा देना शुरू किए। तीसरे स्तर पर हम लोगों ने पढ़ाई के कंटेंट पर काम शुरू किया है कि बच्चों को क्या पढ़ाना चाहिए। हम लोगों ने हैप्पीनेस करिकुलम, देशभक्ति करिकुलम, एंटरप्रिन्योरशिप करिकुलम आदि शुरू किया। पांचवीं तक के स्कूलों का नियत्रंण दिल्ली सरकार के पास नहीं है। इसलिए उन स्कूलों की हालत खराब है। पांचवीं क्लास से उपर के स्कूल दिल्ली सरकार के अधीन हैं, जहां हम यह सारे कदम उठा रहे हैं। हमारी सरकार बनने से पहले यह स्कूल ‘टेंट के स्कूल’ कहे जाते थे, क्योंकि पक्की बिल्डिंग नहीं थी और टेंट में संचालित होते थे। शिक्षा के क्षेत्र में इसी क्रांतिकारी बदलाव के चलते इस साल 12वीं का रिजल्ट 99 फीसद से अधिक आया है।

हम बच्चों को नौकरी तलाशने वाला नहीं, नौकरी देने वाला बना रहे हैं- अरविंद केजरीवाल

सीएम अरविंद केजरीवाल ने यह भी बताया कि हम अपने बच्चों को नौकरी तलाशने वाला नहीं, नौकरी देने वाला बना रहे हैं। इसके लिए हम लोगों ने एंटरप्रिन्योरशिप प्रोग्राम शुरू किया है। दिल्ली सरकार 11वीं और 12वीं के बच्चों को दो-दो हजार रुपए सीड मनी देती है। इस पैसे से बच्चे बिजनेस आइडिया लाते हैं और अपना बिजनेस शुरू करते हैं। कुछ विद्यार्थी मिलकर ग्रुप भी बनाकर बिजनेस शुरू कर सकते हैं। यह बच्चे अपना प्रोडक्ट बनाते हैं और मार्केट में बेचते हैं। पूरी दिल्ली से हमारे इन बच्चों ने 52 हजार आइडिया लाए। इन बच्चों को बिजनेस में आगे बढ़ाने हम लोगों ने इंवेस्टमेंट समिट का आयोजन किया। जिसमें देश भर से बड़े-बड़े उद्योगपति आए और बच्चों ने उनके सामने अपने बिजनेस आइडिया को प्रस्तुत किया। जिसके बाद इन बच्चों को उद्योपतियों से लाखों रुपए का निवेश मिला है।

हमारे अस्पतालों में कोई भी फ्री इलाज करा सकता है, इसके लिए किसी सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं- अरविंद केजरीवाल

आम आदमी मोहल्ला क्लीकिन का दौरा करने के दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने तमिलनाडु के सीएम एम.के. स्टालिन को बताया कि हमने अपनी जनता को तीन स्तरीय स्वास्थ्य सुरक्षा चक्र दिया है। स्थानीय स्तर पर आम आदमी मोहल्ला क्लीनिक है। इसके बाद पॉलीक्लीनिक हैं और फिर सरकारी अस्पताल हैं। हमने सभी दिल्ली वासियों के लिए दवाई, जांच आदि सब कुछ फ्री किया हुआ है। कोई भी व्यक्ति आकर हमारे अस्पतालों में फ्री इलाज की सुविधा प्राप्त कर सकता है। इसके लिए मरीज से कोई सर्टिफिकेट नहीं लिया जाता है।

भारत के सभी राज्यों को देश के विकास की दिशा में मिलकर काम करने की जरूरत है- अरविंद केजरीवाल

मीडिया से बातचीत के दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन दिल्ली सरकार के स्कूलों और मोहल्ला क्लीनिकों का दौरा करने आए हैं। आज वे हमारे बीच हैं, जो हमारे हमारे लिए बड़े ही सम्मान और सौभाग्य की बात है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हम सभी को एक-दूसरे से सीखने की जरूरत है। मैं बहुत खुश हूं कि मुझे तमिलनाडु के सीएम एम.के. स्टालिन का स्वागत करने और अपने स्कूलों व क्लीनिकों में ले जाने का मौका मिला। हमारी सरकार द्वारा जो भी अच्छा और प्रगति के काम किए जा रहे हैं, हम उनके साथ साझा करेंगे और हम भी तमिलनाडु सरकार द्वारा किए जा रहे अच्छे कामों से सीखेंगे। विचारों का यह आदान-प्रदान हमारे देश की प्रगति और विकास का मार्ग प्रशस्त करेगा। भारत के सभी राज्यों को देश के विकास की दिशा में मिलकर काम करने की जरूरत है।

वहीं, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने तमिलनाडु के सीएम एम.के. स्टालिन के दिल्ली के सरकारी स्कूलों का दौरे के उपरांत ट्वीट कर कहा, शिक्षा ही एक बेहतर समाज और एक शक्तिशाली राष्ट्र के निर्माण में मदद कर सकती है। आइए, हम सब मिलकर पूरे देश में शिक्षा क्रांति लाएं। हमारे दिल्ली के बेहतरीन सरकारी स्कूलों में से एक में तमिलनाडु के माननीय मुख्यमंत्री थिरु एमके स्टालिन का स्वागत।’’

सीएम ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘मुझे बहुत खुशी है कि थिरु एम.के. स्टालिन ने आज दिल्ली सरकार के स्कूलों और मोहल्ला क्लीनिकों का दौरा किया। यह देश तभी आगे बढ़ सकता है, जब हम सब एक-दूसरे के अच्छे विचारों से सीखें।’’

मैं तमिलनाडु में दिल्ली जैसा एक मॉडल स्कूल बनाने की योजना बना रहा हूं और अरविंद केजरीवाल जी से अनुरोध करूंगा कि वे हमारे स्कूल में आए- एम.के. स्टालिन

तमिलनाडु के सीएम एम.के. स्टालिन ने कहा कि अपने मंत्रिमंडलों और समाचार पत्रों समेत विभिन्न माध्यम से दिल्ली सरकार के स्कूलों और मोहला क्लीनिकों के बारे में बहुत सुना था। फिर, मैंने कुछ महीने पहले सीएम अरविंद केजरीवाल जी से संपर्क किया और उनसे मिलने के लिए अपनी रुचि के बारे में बताया। अरविंद केजरीवाल जी ने हमारे अनुरोध को स्वीकार कर आज स्कूलों और मोहल्ला क्लीनिकों को दिखाया। दिल्ली सरकार के स्कूल बेहतरीन हैं। मैं बहुत जल्द तमिलनाडु में इस तरह का एक मॉडल स्कूल बनाने की योजना बना रहा हूं और, मैं अरविंद केजरीवाल जी से अनुरोध करूंगा कि वे हमारे स्कूल में आएं। मैं यह अनुरोध तमिलनाडु के लोगों की ओर से कर रहा हूं।

एम.के स्टालिन ने ट्वीट कर कहा, ‘‘माननीय दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के साथ दिल्ली सरकार के मॉडल स्कूल और मोहल्ला क्लिनिक का दौरा किया। हम जल्द ही चेन्नई में एक विश्व स्तरीय सरकारी मॉडल स्कूल भी स्थापित करेंगे और मैंने अरविंद केजरीवाल को अग्रिम रूप से निमंत्रण दिया है।’’

भारत में राजनीति से ऊपर उठकर शीर्ष नेतृत्त्व द्वारा शिक्षा को लेकर साथ आना एक नई शुरूआत है- मनीष सिसोदिया

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन द्वारा दिल्ली सरकार के स्कूल का दौरा करना हमारे लिए सम्मान की बात है। भारत में राजनीति से ऊपर उठकर शीर्ष नेतृत्त्व द्वारा शिक्षा को लेकर साथ आना एक नई शुरूआत है। सीएम स्टालिन द्वारा दिल्ली सरकार के स्कूल का दौरा दोनों राज्यों के बीच एजुकेशन-सिस्टम में सुधार लाने के लिए साथ मिलकर काम करने को प्रोत्साहित करेगा। इस तरह से मिलकर काम करने से देश की शिक्षा व्यवस्था में आमूलचूल परिवर्तन लाया जा सकता है और एक-दूसरे से सीखकर हम शिक्षा के माध्यम से देश में बदलाव ला सकते है।

डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने आगे कहा कि भारत, राजनीतिक दलों की प्राथमिकता सूची में शिक्षा को शीर्ष पर देखने के लिए लंबे समय से इंतजार किया है। यह एक बेहतर दुनिया की एक नई शुरुआत है, जहां राज्य एक-दूसरे की सर्वाेत्तम प्रथाओं से सीखने के लिए आगे आ रहे हैं। हमारे सरकारी स्कूल में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन का स्वागत करना वास्तव में एक खुशी की बात थी, जहां उन्होंने सीखा कि कैसे दिल्ली की शिक्षा प्रणाली में बदलाव की लहर वर्षों से चली आ रही है और सर्वाेत्तम प्रथाओं का पालन किया जा रहा है। इस तरह एक साथ काम करने से शिक्षा प्रणाली के साथ-साथ देश में शिक्षा के माध्यम से आमूल-चूल परिवर्तन लाया जा सकता है।

शॉर्ट फिल्म के माध्यम से दिखाया गया केजरीवाल सरकार के स्कूलों में बदलाव की कहानी

इस दौरान एक शॉर्ट फिल्म के जरिए दिल्ली सरकार के स्कूलों में पिछले 7 साल के दौरान हुए क्रांतिकारी बदलाव को दर्शाया गया। आम आदमी पार्टी की सरकार बनने से पहले दिल्ली सरकार के स्कूल टेंट के स्कूल कहे जाते थे। इस फिल्म में दिखाया गया कि कैसे जब सरकारी स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था बदहाल थी तब बच्चों का आत्मविश्वास गिरा हुआ था। इन सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे अपने आप को देश का भविष्य नहीं मानते थे। यह बच्चे प्राइवेट स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों से खुद को काफी कमतर मानते थे और उन्हें ही देश का भविष्य बता रहे थे। केजरीवाल सरकार ने सरकारी स्कूलों में क्रांतिकारी बदलाव का वीणा उठाया और एक-एक स्कूल के इंफ्रास्ट्रक्चर को बदला। स्कूलों की बिल्डिंग से लेकर क्लास रूम तक को शानदार बनाया। स्कूलों में खेल के मैदान, स्वीमिंग पूल समेत अन्य सुविधाओं से सुसज्जित किया। परिणाम स्वरूप सरकारी स्कूलों के बच्चों का मनोबल बढ़ा और आज यही बच्चे बोर्ड परीक्षा के परिणाम में प्राइवेट स्कूलों को भी पीछे छोड़ चुके हैं। शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने इस पूरी यात्रा को विस्तार से सीएम एम.के. स्टालिन को बताया कि कैसे विभिन्न करिकुलम के जरिए बच्चों की क्वालिटी और मनोबल को उभारा जा रहा है। सीएम एम.के. स्टालिन यह सब जानकार बहुत ही प्रभावित हुए।

यह हस्तियां भी आकर देख चुकी हैं केजरीवाल सरकार के स्कूल

केजरीवाल सरकार के स्कूलों में हुए क्रांतिकारी बदलाव को देखने के लिए अब तक देश-विदेश से कई महत्वपूर्ण हस्तियां दिल्ली आ चुकी हैं। जिन्होंने सरकारी स्कूलों का भ्रमण किया और जाना कि कैसे स्कूलों में बदलाव किए जाने से बच्चों की जिंदगी में बदलाव आए हैं। विदेश से आए प्रमुख हस्तियों में मेलानिया ट्रम्प (यूएसए की पहली महिला) नीदरलैंड के किंग विलियम अलेक्जेंडर और रानी मैक्सिमा, अफगानिस्तान के शिक्षा मंत्री श्री असदुल्ला हनीफ बल्खी, यूएई के शिक्षा मंत्री मो. हुसैन इब्राहिम अल हम्मादी, बांग्लादेश के प्राथमिक और जन शिक्षा राज्य मंत्री मोहम्मद जाकिर हुसैन शामिल हैं। वहीं, भारत के विभिन्न राज्यों से आए प्रमुख हस्तियों में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, महाराष्ट्र के उच्च शिक्षा मंत्री प्राजकत तानपुरे, महाराष्ट्र के राज्य मंत्री संजय बंसोडे, मणिपुर के शिक्षा मंत्री ठॉकचोम राधेशम, ओड़िसा के शिक्षा मंत्री समीर रंजन दास, मध्यप्रदेश के शिक्षा मंत्री प्रभुराम चौधरी, मेघालय के शिक्षा मंत्री लखमेन रिंबुई, लद्दाख हिल काउंसिल के शिक्षा प्रभारी पार्षद कोंचोक स्टेनज़िन, पुंडुचेरी के शिक्षा मंत्री आर कमलकनन, नागालैंड के शिक्षा मंत्री के. तोकुघा सुखालू शामिल हैं।

तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने देखी दिल्ली के स्वास्थ्य और शिक्षा कार्यक्रमों की एक झलक

दिल्ली सरकार के स्कूलों और मोहल्ला क्लीनिकों का दौरा करते हुए तमिलनाडु के मुख्यमंत्री थिरु एमके स्टालिन को सरकार के असाधारण कार्यक्रमों की एक झलक देखी। इनमें बिजनेस ब्लास्टर्स, प्री-प्राइमरी क्लासेस, हैप्पीनेस करिकुलम, देशभक्ति पाठ्यचर्या और आम आदमी मोहल्ला क्लिनिक शामिल थे।

बिजनेस ब्लास्टर्स

बिजनेस ब्लास्टर्स 11वीं और 12वीं कक्षा के लगभग 4 लाख छात्रों के लिए एंटरप्रेन्योरशिप माइंडसेट करिकुलम का हिस्सा है। इसका उद्देश्य उद्यमशीलता की क्षमताओं का अभ्यास करने और उन्हें लागू करने के लिए एक वास्तविक वास्तविक दुनिया का अवसर प्रदान करना है। कार्यक्रम के पहले चक्र में 3 लाख छात्रों ने 51,000 विचारों के साथ सामने आए। विभिन्न स्तरों पर चयन के माध्यम से शीर्ष 126 टीमों ने 5 मार्च को आयोजित बिजनेस ब्लास्टर्स इन्वेस्टमेंट समिट और एक्सपो में निवेशकों और सलाहकारों को अपने विचारों का प्रदर्शन किया। इसमें लगभग 800 निवेशक उपस्थित थे। अगले शैक्षणिक वर्ष से निजी स्कूल के छात्रों के लिए भी बिजनेस ब्लास्टर्स लागू किया जाएगा।

प्री-प्राइमरी क्लासेज

दिल्ली के सरकारी स्कूलों में नर्सरी और केजी कक्षाओं की परिकल्पना प्ले-वे और गतिविधि-आधारित सीखने के तरीकों को प्रोत्साहित करने के लिए की गई है। दिल्ली सरकार के 435 स्कूलों में नर्सरी और केजी की कक्षाएं हैं। सभी नर्सरी और केजी कक्षाओं में खिलौने, गतिविधि वर्कशीट और किताबें हैं जो बच्चों के समग्र विकास की जरूरतों के अनुरूप तैयार की गई हैं। दिल्ली सरकार ने लगभग 100 स्कूलों की अपनी मूलभूत कक्षाओं (नर्सरी से कक्षा 2) में मोंटेसरी पद्धति शुरू करने की योजना बनाई है। अपनी तरह की एक मोंटेसरी लैब दिल्ली के राणा प्रताप (सिंधी) सर्वाेदय विद्यालय में कार्यरत है।

हैप्पीनेस करिकुलम

भावनाओं के विज्ञान पर आधारित, यह पाठ्यक्रम वैज्ञानिक तरीके से बच्चों में भावनात्मक लचीलापन बनाने का प्रयास करता है। इसका मुख्य उद्देश्य बच्चों में आलोचनात्मक सोच और पूछताछ के कौशल को विकसित करना, बच्चों को स्वतंत्र और रचनात्मक रूप से खुद को व्यक्त करने के लिए सशक्त बनाना, एक सार्वभौमिक संदर्भ में शिक्षा के लिए समग्र दृष्टिकोण विकसित करना है।

देशभक्ति करिकुलम

यह पाठ्यक्रम बच्चों के बीच हमारे देश के लिए नागरिकता और गर्व की सच्ची भावना पैदा करना चाहता है। इसका लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि हर बच्चा हमारे देश के लिए गर्व महसूस करे। बच्चों को देश की महिमा के बारे में सिखाया जाता है। प्रत्येक बच्चे को देश के प्रति उनकी जिम्मेदारी और कर्तव्य से अवगत कराया जाता है। बच्चों में देश के लिए योगदान और बलिदान के लिए तैयार रहने की प्रतिबद्धता पैदा करें।

मोहल्ला क्लीनिक

आम आदमी मोहल्ला क्लिनिक को दिल्ली में सामुदायिक स्तर पर गुणवत्तापूर्ण प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए एक तंत्र के रूप में परिकल्पित किया गया है। अधिकांश क्लीनिक प्री-इंजीनियर्ड इंसुलेटेड बॉक्स टाइप री-लोकेटेड स्ट्रक्चर (पोर्टा केबिन) में हैं। वर्तमान में 520 क्लीनिक काम कर रहे हैं। इसे बढ़ाकर 1000 करने की योजना है। दिल्ली सरकार के 20 स्कूलों में भी क्लीनिक स्थापित किए गए हैं और स्कूली बच्चों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल के लिए इसे आम आदमी स्कूल हेल्थ क्लिनिक कहा जाता है। प्रत्येक क्लिनिक में मानक संचालन प्रक्रियाओं के अनुसार निदान और जेनेरिक दवा और उपचार प्रदान करने के लिए योग्य डॉक्टर, संबद्ध स्वास्थ्य प्रदाता और नर्स हैं। दिल्ली सरकार दिल्ली मेट्रो स्टेशनों और हवाई अड्डे पर एएएमसी स्थापित करने की योजना बना रही है, इसके अलावा महिला मोहल्ला क्लीनिक विशेष रूप से महिलाओं के लिए है।

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