नए सत्र में पेरेंट्स-टीचर्स को साथ मिलकर एक ऐसा वातावरण तैयार करने की जरुरत जहाँ सभी बच्चे बिना किसी डर या दबाब के बेहतर ढंग से शुरू कर सकें ऑफलाइन पढ़ाई- उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया
गजब का उत्साह दिखाते हुए पीटीएम में शामिल हुए पेरेंट्स, अपने बच्चे के वेल-बींग व पढ़ाई की योजना को लेकर की टीचर्स से बात, स्कूल की बेहतरी के लिए भी दिए अपने सुझाव
मेगा पीटीएम में स्कूलों ने पेरेंट्स के साथ साझा किया नए सत्र का अकेडमिक एक्शन प्लान, पेरेंट्स से बच्चों को नियमित रूप से स्कूल भेजने की अपील की
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मेगा पीटीएम में की पेरेंट्स से मुलाकात, कहा टीचर्स-पेरेंट्स बच्चे के विकास के महत्वपूर्ण स्तंभ इनके संयुक्त प्रयासों से ही होगा बच्चों का सर्वांगीन विकास
02 अप्रैल, नई दिल्ली
दिल्ली सरकार के सभी स्कूलों में शनिवार को मेगा पीटीएम का आयोजन किया गया| पेरेंट्स भी गजब का उत्साह दिखाते हुए अपने बच्चों के स्कूलों में पीटीएम में शामिल हुए, सुबह व जनरल शिफ्ट के स्कूलों में लगभग 70% पेरेंट्स ने पीटीएम में भाग लिया| कोरोना के नियंत्रण में आने के बाद पहली बार नए सत्र में पूरी तरह से स्कूल खुल रहे है| महामारी के इन 2 वर्षों में न केवल स्कूली बच्चों की पढ़ाई में गैप आया है बल्कि उनका मेंटल-इमोशनल वेल-बींग भी प्रभावित हुआ है| इस गैप को भरने के लिए शिक्षा निदेशालय द्वारा योजना बनाते हुए कई जरुरी कदम उठाये गए है| ऐसे में मेगा पीटीएम के माध्यम से दिल्ली सरकार का उद्देश्य पेरेंट्स को इन योजनाओं की जानकारी देकर उन्हें भी बच्चों की पढ़ाई से जोड़ना है ताकि बेहतर ढंग से बच्चों को दोबारा स्कूल में समायोजित किया जा सकें|
उपमुख्यमंत्री व शिक्षामंत्री मनीष सिसोदिया भी शनिवार को स्कूलों का दौरा कर मेगा पीटीएम में शामिल हुए और पेरेंट्स तथा बच्चों से बात की| श्री सिसोदिया ने कहा कि इस बार कि इस बार की मेगा पीटीएम बहुत अहम् है| कोरोना के कारण पिछले 2 सालों में हमारे बच्चों की पढ़ाई को तो नुकसान हुआ ही है साथ ही बच्चों की सोचने-समझने, खुश रहने की क्षमता पर भी इसका असर हुआ है| इसलिए अब ये बेहद जरूरी है कि हम सब साथ मिलकर इसे ठीक करें| और एक ऐसा वातावरण तैयार करें जहाँ सभी बच्चे बिना किसी डर या दबाब के फिर से अपनी पढ़ाई शुरू कर सकें। उन्होंने पेरेंट्स से अपील करते हुए कहा कि बच्चों को नियमित रूप से स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करें ताकि स्कूल में होने वाली एक्टिविटीज के माध्यम से स्टूडेंट्स तनावमुक्त होकर ऑफलाइन मोड में बेहतर ढंग से स्कूल से जुड़ सकें|
मेगा पीटीएम में पेरेंट्स को स्कूल द्वारा पूर्व में किए गए बेसलाइन असेसमेंट के आधार पर बच्चों के सीखने के स्तर के विषय में जानकारी दी गई तथा बच्चों के पढ़ने-लिखने व गणित की मूलभूत क्षमता को बेहतर बनाने के लिए स्कूल में चल रहे मिशन बुनियाद कार्यक्रम संबंधी जानकारी भी दी गई| साथ ही स्कूल ने पेरेंट्स के साथ नए सत्र के अकेडमिक एक्शन प्लान भी साझा किया जिसकी मदद से बच्चों को दोबारा बेहतर ढंग से उनकी पढ़ाई के साथ जोड़ा जाएगा| पीटीएम के दौरान शिक्षकों ने अभिभावकों को समझाया की महामारी के बाद भी बच्चों से कैसे भावनात्मक रूप से जुड़ा जाए ताकि बच्चे मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के साथ-साथ अपनी नियमित रूप से अपनी कक्षाओं में भी अच्छे से भाग ले पाए। पीटीएम के दौरान बहुत से पेरेंट्स ने भी स्कूल की बेहतरी व बच्चों की पढ़ाई से जुड़े अपने सुझाव दिए
नए सत्र में स्टूडेंट्स के स्किल्स को बेहतर बनाने के लिए क्या है 2 फेज का एक्शन प्लान
फेज 1( 10 अप्रैल तक)
-> कक्षा तीसरी से 9वीं तक के सभी स्टूडेंट्स का बेसलाइन असेसमेंट
-> मिशन बुनियाद की सामग्री का वितरण
-> स्कूल का पूरा समय निम्नलिखित एक्टिविटीज के लिए आवंटित किया जाएगा:
- पढ़ने, लिखने और अंकगणित के लिए मिशन बुनियाद क्लास
- हैप्पीनेस क्लास
- पिछली वर्कशीट का रिवीजन
- लाइब्रेरी व रीडिंग पीरियड
फेज 2 (11 अप्रैल से 15 जून तक)
-> मिशन बुनियाद और हैप्पीनेस क्लासेस:
- मॉर्निंग व जनरल शिफ्ट के स्कूलों में- सुबह 7 बजे से 9 बजे तक
- इवनिंग शिफ्ट के स्कूलों में – शाम 4 बजे से शाम 6 बजे तक
*इन दो घंटे की क्लास को तीन हिस्से – हैप्पीनेस क्लास के लिए 30 मिनट, हिंदी पढ़ने-लिखने के लिए 45 मिनट और बेसिक मैथ के लिए 45 मिनट में बांटा जाएगा|
-> प्रोग्रेस ट्रैक करने के लिए हर वर्किंग शनिवार को मूल्यांकन।
-> वर्कशीट के माध्यम से छात्रों को पिछली कक्षाओं के अकेडमिक कॉन्सेप्ट्स से जोड़ने के लिए कैच-अप सेशन