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जी, हां
श्रीलंका सरकार पतन की ओर है
सभी मंत्रियों ने इस्तीफे दे दिए हैं
राज संभल नहीं रहा..
इसलिए कि राज संभालने की क्षमता नहीं है..
तीन कारण बने
- महंगाई अनियंत्रित
- वित्तीय कुप्रबंधन
- न्यायिक सोच का अभाव..
पड़ौसी देश के हाल देखकर
चिंता होना स्वाभाविक है..
लेकिन एक बड़ी चिंता है हमारी
अपनी भी, हमारे देश की..
भाजपा संचालित नरेन्द्र मोदी के
नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के हालात
तदनुसार ही है
अर्थात श्रीलंका से भिन्न नहीं है
कारण समान हैं - महंगाई अनियंत्रित है
- वित्तीय कुप्रबंधन भरपूर है
- न्यायिक सोच ( justified thoughts) नहीं हैं
नतीजा शेयर बाजार भले ही
कितनी कृत्रिम तेजी हासिल कर ले..
भारत सरकार के वित्तीय तंत्र का
भट्ठा बैठा हुआ है..
और प्रतिदिन अर्थव्यवस्था के आधार डीजल-पेट्रोल की कीमतें
तथा अन्य अधिकतर आवश्यक वस्तुओं की कीमतें बढ़ रही हैं..
उससे महंगाई बेलगाम हो रही है..
गरीब व मध्यम आय वर्ग वाले
परिवारों के लिए जीवन यापन
मुश्किल हो गया है..
जो हालात श्रीलंका में हैं
भारत के हाल उसी ट्रैक पर हैं
टीम नरेंद्र मोदी मे एक भी
टैलेंट ऐसा नहीं
जो बिगड़ते अर्थ तंत्र को
दुरुस्त कर सके..
बल्कि देश को धार्मिक उन्माद मे
झोंक कर ध्यान भटकाया
जा रहा है..
स्थिति सच में चिंता बढ़ाने वाली है..
महादेव से विनती है
रक्षा करें रक्षा करें रक्षा करें!