भारत विदेशी मुद्रा के मामले में दुनिया में चौथे नंबर पर है
करीब 6.34 अरब डॉलर
पहले नंबर पर चाइना है, फिर जापान और स्विट्जरलैंड का आता है..
लेकिन यहां दीवालिया होने की आशंका जतलायी जा रही है..
भारत दुनिया के चंद देशों में है जहां के लोग सबसे ज्यादा टैक्स देते है..
अगर आप सौ रुपए कमाते है तो लगभग 47 रुपए टैक्स के रूप में सरकार को देते है..
फिर भी रोना धोना..??
इस सबके बावजूद ये सरकारें लोगो की भलाई के लिए क्या करती है?
ऊंट के मुंह में जीरा..!!!
पांच किलो राशन देकर सौ बार एहसान जतलाती है..!!
उल्टे ये चूतिया ब्यूरोक्रेट्स तबका दूसरो पर मुफ्तखोरी का इल्ज़ाम धर के और ज्यादा टैक्स लगाने की चेष्ठा करने में जुटे है..!!
और सरकार को भी इसी बहाने मौका मिल जाता है कि इधर उधर का उदाहरण दे देकर महंगाई बढ़ाते जाओ….पब्लिक सहन कर लेगी..!!
और लोग भी इनके कुतर्क सुनकर संतुष्ट हो जायेगे..!!
कोई नहीं सोचता कि हम इतना टैक्स दे रहे है वो पैसा जाता कहां है.?
केंद्र सरकार अपने खर्चों को कम क्यो नही करती..
ये जो लगातार सरकारी उपक्रमों को बेचती जा रही है….इसका पैसा कहां उपयोग में लाया जाएगा..??
सबको अजीब सी अफीम चटा कर मदहोश किया हुआ है..
ये माना कि कोरोना ने दुनिया भर को इफेक्ट किया लेकिन दुनिया ने जीना तो नही छोड़ दिया..
कपड़े पहनना छोड़ दिया ..??घूमना छोड़ दिया क्या.. ??
थोड़ी देर के लिए गाड़ी पटरी पर जाम हो गईं थी, अब फिर से चलने लगी है..!!