● इंडोनेशिया में 87 प्रतिशत मुसलमान और महज 1.74 प्रतिशत हिन्दू हैं, लेकिन हिन्दू सुरक्षित हैं, खतरे में नही है.
● मलेशिया की कुल आबादी का 63 प्रतिशत मुसलमान और 6.3 प्रतिशत हिन्दू हैं, लेकिन वहां हिन्दुओ पर कोई खतरा नहीं है.
● अरब देशों का में तो धर्म ही इस्लाम है, 98% मुस्लिम है. वहां कोई 1 प्रतिशत हिन्दू हैं लेकिन उन पर कोई खतरा नहीं है.
● सिंगापूर में भी 7 फीसदी हिन्दू हैं लेकिन सुख से रहते हैं, वहां भी कोई खतरा नहीं है.
● यूरोपियन देश ईसाई बहुल है, वहां पर कोई 1.5 फीसदी हिन्दू हैं और उनके धर्म को कोई खतरा नहीं है.
● वियतनाम की कुल आबादी का 1 प्रतिशत भी हिंदू नहीं हैं, लेकिन वहां भी हिन्दू खतरे में नही है.
● थाईलैंड में 0.02 प्रतिशत हिंदू आबादी है, जो खुद को राम के वंशज कहते है, लेकिन वहां के हिन्दू भी खतरे में नही है.
● एक भारत ही है जहां 80 प्रतिशत आबादी हिन्दू है, राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, गवर्नर सहित 98% नौकरशाह हिन्दू है लेकिन हिन्दू खतरे में हैं ? !!!
(ये मूल पोस्ट पत्रकार Pankaj Chaturvedi जी की वाल से लेकर समराइज्ड किया गया है)
उन्होंने सवाल किया है कि “हिन्दू खतरे में है? या हिंदुत्व खतरे में है ?”
◆◆ मुझे तो लगता है कि न तो हिन्दू खतरे में है और न ही हिंदुत्व बल्कि हिन्दुओ की नौकरीं, व्यापार, खेती किसानी, आरक्षण, स्वास्थ्य खतरे में है.
◆◆ और हां, देश का भाईचारा, अमन शांति व तर्क वितर्क व वैज्ञानिक सोच भी ख़तरे में है !
[सौजन्य: Pinaki More]
?☺️
??????