महामना ज्योतिराव फुले ने आर्थिक विकास का अपना मॉडल प्रस्तुत किया जिसे व्यवस्थित तरीके से पेश करके अमर्त्य सेन ने नोबेल पुरस्कार प्राप्त किया.
महामना ज्योतिराव फुले ने अपने आर्थिक विकास का मॉडल ‘शेतकऱ्याचा आसुड’ नामक पुस्तक में प्रस्तुत किया.
आर्थिक विकास के अपने मॉडल में महामना ज्योतिराव फुले ने शिक्षा को विशेष महत्व दिया और कहा कि विकास का मूल शिक्षा में है. सभी को शिक्षा किसी भी देश को विकास की ओर अग्रसर करती है.
आधुनिक युग में हम देखते हैं कि विश्व की जिन अर्थव्यवस्थाओं में लोगों के पास बेहतर शिक्षा है, वहाँ लोगों की औसत आय बेहतर है और ऐसे देश विकसित देश हैं.
ह्यूमन कैपिटल थ्योरी का मूल भी यही है कि व्यक्ति और राष्ट्र दोनों ही शैक्षणिक संसाधनों में बेहतर निवेश करके विकास की उच्चतम अवस्था को पा सकते हैं.
मानवीय संसाधनों में निवेश करने पर व्यक्ति की स्किल और क्षमता बेहतर होती है जिससे उत्पादकता बढ़ती है और व्यक्ति के साथ साथ देश का बेहतर विकास होता है.