भोपाल में भारत की सबसे बड़ी और दुनियाँ की 10 बड़ी मस्जिदों में से एक Tajul Masajid है, इसी शहर के बीचों बीच नवाब Qudsia Begam की 1832 में बनवाई एक बहोत ही ख़ूबसूरत जामा मस्जिद भी मौजूद है।
इस जाम मस्जिद की ख़ासियत यह है कि इस मस्जिद के ground floor पर और पूरे complex में तक़रीबन 1000 दुकाने मौजूद हैं, पहली मंज़िल (First Floor) पर मस्जिद में नमाज़ होती है। इन हज़ार दुकानों में से सिर्फ़ 1% दुकानें ही मुस्लिम लोगों के पास हैं, बची हुई तक़रीबन 99% दुकानें हिंदू और जैन भाईयों के पास 8 – 10 पीढ़ी से किराए पर चली आ रही हैं।
सुबह दुकान खोलने से पहले हर हिंदू/जैन भाई रोज़ाना मस्जिद के एकदम नीचे अपनी अपनी दुकानों में पूजा अर्चना करते हैं, आज तक किसी मुस्लिम ने कभी कोई ऐतेराज़ नहीं किया।
मस्जिद के आसपास शाम का नज़ारा तो ऐसा होता है कि सभी हिंदू भाई मग़रिब की अज़ान के साथ ही अपनी दुकानों की लाईट चालू करते हैं, एक तरफ़ नमाज़ हो रही होती है और दूसरी तरफ़ दुकानों में पूजा और आरती।
सालों से सब मिलजुलकर हंसी-ख़ुशी रहते आ रहे हैं।
यह लिखने का मक़सद कर्नाटक सरकार के हालया फ़ैसले की तरफ़ लोगों का ध्यान दिलाना है, जिसमें उन्होंने कहा है कि कर्नाटक के मंदिरों के आसपास हिंदुओं के अलावा किसी और को दुकान नहीं खोलने दी जाएगी।
यह लोग पॉवर मिलते ही सिर्फ़ नफ़रत करना और उसको बढ़ावा देना ही जानते हैं।
✍️ Mazhar Shaikh