- राज्यसभा में राघव चड्ढा सबसे कम उम्र के सांसद हैं, पंजाब से निर्विरोध राज्यसभा के लिए चुने गए हैं
- दिल्ली में कोविड-19 महामारी के दौरान राघव चड्ढा ने अपने विधानसभा क्षेत्र के निवासियों के लिए बहुत ही कड़ी मेहनत की थी
- यह खिताब केजरीवाल स्कूल ऑफ पॉलिटिक्स का सम्मान है जो एक नए सशक्त भारत की नींव रख रहा है- राघव चड्ढा
नई दिल्ली, 21 अप्रैल, 2022
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा को बुधवार को फोरम ऑफ यंग ग्लोबल लीडर्स कम्युनिटी द्वारा यंग ग्लोबल लीडर के रूप में सम्मानित किया गया है। फोरम ऑफ यंग ग्लोबल लीडर्स कम्युनिटी वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (डब्ल्यूईएफ) के साथ जुड़ी हुई है। यह फोरम सीमाओं और क्षेत्रों से परे (वैश्विक स्तर) नेताओं के विस्तृत और दीर्घकालिक भविष्य को आकार देने के लिए प्रोत्साहित करता है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी राघव चड्ढा को बधाई दी है।
यंग ग्लोबल लीडर्स कम्युनिटी:
विश्व आर्थिक मंच के अध्यक्ष क्लाउस श्वाब ने 2004 में दुनिया में तेजी से बढ़ रहे जटिल और एक-दूसरे पर निर्भर समस्याओं से निजात पाने के लिए युवा वैश्विक नेताओं के मंच का निर्माण किया। इसलिए, यंग ग्लोबल लीडर्स कम्युनिटी दुनिया में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए विजन, साहस और प्रभाव वाले विशिष्ट लोगों के सक्रिय समुदाय हेतु एक उत्प्रेरक है।
यह 1,400 से अधिक सदस्यों और 120 राष्ट्रीयताओं के एलुमनाई (भूतपूर्व छात्रों) का एक परिवार है। जिसमें नागरिक और व्यावसायिक नवोन्मेषकों, उद्यमियों, प्रौद्योगिकी अग्रदूतों, शिक्षकों, कार्यकर्ताओं, कलाकारों, पत्रकारों सहित दूसरे क्षेत्रों के खास लोग भी शामिल हैं। फोरम का गठबंधन विश्व आर्थिक मंच के मिशन के साथ किया गया है और यह वैश्विक सार्वजनिक हित में सार्वजनिक-निजी सहयोग को प्रबल करने का प्रयास करता है।
भारतीय राजनीति में राघव चड्ढा का उदय किसी गाथा से कम नहीं है। उन्होंने दिल्ली में लोकप्रिय भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के दौरान अरविंद केजरीवाल के साथ एक अनौपचारिक बैठक के साथ अपनी यात्रा शुरू की। इसके बाद जल्द ही पार्टी के पूर्णकालिक कार्यकर्ता बन गए और अंततः चुनाव जीतकर दिल्ली विधानसभा तक पहुंचे।
एक विद्वान और रणनीतिकार राघव चड्ढा जो अपने कोमल स्वभाव के लिए मशहूर हैं। उन्हें हाल ही में पंजाब में आम आदमी पार्टी के चुनाव का नेतृत्व किया। उनकी दृढ़ता के सहयोग से पार्टी को प्रचंड बहुमत से जीत मिली। आप के प्रशंसनीय प्रदर्शन की वजह से अन्य दलों के बड़े-से-बड़े नेताओं को हार का सामना करना पड़ा।
चड्ढा दिल्ली में अपनी पहचान पहले ही दर्ज करा चुके हैं। उन्होंने न केवल राष्ट्र निर्माण के प्रति अपनी राजनीतिक दृष्टिकोण को साझा किया है, बल्कि कई राज्यों, विशेष रूप से नई दिल्ली और पंजाब में पार्टी के संगठन को सशक्त बनाया है।
उनका लंबे समय से चला आ रहा मिशन भारत के युवाओं को सशक्त बनाने और उन्हें राजनीति का सक्रिय हिस्सा बनने के लिए प्रोत्साहित करने की दिशा में भी रहा है। आम आदमी पार्टी के सबसे युवा राष्ट्रीय प्रवक्ता को दैनिक समाचार चैनलों पर अनुभवी राजनेताओं के साथ बहस करते हुए देखा जा सकता है। उनके सौम्य स्वभाव, शांत स्वभाव और राजनीतिक विषयों के ज्ञान से बड़े स्तर पर लोग उनके प्रशंसक हो गए हैं
एक बेहतरीन चार्टर्ड एकाउंटेंट राघव चड्ढा भारत के बाहर एक आरामदायक जीवन पर विचार कर रहे थे। उनका राजनीति में आना संयोग ही रहा। मॉडर्न स्कूल, बाराखंभा रोड के पूर्व छात्र रहे हैं। इन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से वाणिज्य में स्नातक (बी.कॉम) किया और उसके बाद अपने पहले प्रयास में चार्टर्ड अकाउंटेंसी पूरी की। उन्होंने ग्रांट थॉर्नटन, डेलॉइट, श्याम मालपानी जैसे उल्लेखनीय ब्रांडों के साथ काम किया और चार्टर्ड एकाउंटेंट का अभ्यास जारी रखा। इसके बाद राघव चड्ढा ने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स (एलएसई) में दाखिला लेकर वहां एक बुटीक वेल्थ मैनेजमेंट फर्म की स्थापना की।
यह वह दौर था जब अन्ना आंदोलन अपने चरम पर था। चूँकि आंदोलन अपने अंतिम चरण की ओर था, इसलिए अरविंद केजरीवाल ने अभी तक इस बारे में कोई निर्णय नहीं लिया था कि एक राजनीतिक दल बनाया जाए या नहीं। उसी दौरान चड्ढा ने अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की। जिन्होंने 2012 में दिल्ली लोकपाल विधेयक का मसौदा तैयार करने का काम उन्हें सौंपा था। चड्ढा ने 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए आप का घोषणापत्र लाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। जिसमें उन्होंने 70 वादों का जिक्र किया था। पार्टी ने 70 विधानसभा सीटों में से 67 सीटें जीतकर भारत की चुनावी राजनीति के इतिहास में एक बड़ी जीत दर्ज की। युवा नेता ने शासकीय कार्यों में भी मदद की और पार्टी ने शिक्षा, सामाजिक कल्याण, पानी, बिजली और रोजगार सहित अधिकांश वादों पर अच्छा प्रदर्शन किया।
इसके बाद उन्होंने दक्षिणी दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से 2019 के आम चुनाव में भाग लिया। उस सीट पर वह दूसरे स्थान पर रहे, लेकिन दिल्ली में आप के सभी उम्मीदवारों में सबसे अधिक वोट पाने वाले थे। फरवरी 2020 में, उन्होंने दिल्ली विधानसभा चुनाव में राजिंदर नगर निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा और 20,058 वोटों के अंतर से भाजपा के उम्मीदवार आरपी सिंह के खिलाफ एक उल्लेखनीय जीत दर्ज की।
दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद उन्हें दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) के उपाध्यक्ष का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया और दिल्ली सरकार में जल विभाग की जिम्मेदारी दी गई। उन्होंने अपना कार्यभार संभालते ही घोषणा की कि दिल्ली जल बोर्ड की पहली प्राथमिकता दिल्ली के हर घर में चौबीसों घंटे और सातों दिन पाइप के माध्यम से स्वच्छ जल की आपूर्ति सुनिश्चित करना है। उन्होंने तय समयसीमा में युमना नदी की सफाई को भी अपनी प्राथमिकताओं में रखा।
उन्होंने राजेंद्र नगर विधानसभा में 24X7 हेल्पलाइन शुरू की, ताकि स्थानीय विधायक राघव चड्ढा से सीधा संपर्क स्थापित किया जा सके। उनकी यह पहल लॉकडाउन के दौरान स्थानीय निवासियों के लिए लाइफ लाइन साबित हुई। इसके जरिए सैकड़ों निवासियों की समस्याओं का रियल टाइम में समाधान किया गया।
शहर में कोविड-19 महामारी के दौरान राघव चड्ढा ने अपने विधानसभा क्षेत्र के निवासियों के लिए बहुत ही कड़ी मेहनत की।
सीएम अरविंद केजरीवाल जी के करिश्माई नेतृत्व में राघव चड्ढा ने साफ-सुथरी राजनीति और स्वयंसेवा के आदर्शों को आगे बढ़ाने का काम किया है। यही वजह है कि वे बहुत ही कम समय में देश में युवाओं के आदर्श बनकर उभरे हैं। कई मौकों पर उन्होंने इस बात का जिक्र किया है कि वे केजरीवाल स्कूल ऑफ पॉलिटिक्स के छात्र हैं।
राघव चड्ढा को 2022 में राज्य में विधानसभा चुनावों से पहले पंजाब इकाई के लिए पार्टी के सह-प्रभारी के रूप में नियुक्त किया गया था। यह एक कठिन राजनीतिक कार्य था क्योंकि पंजाब चुनौतीपूर्ण समय से गुजर रहा था। पार्टी को जीतने में मदद करने के लिए उन्होंने एक साल से अधिक समय तक लगातार अपने प्रयासों को जारी रखा और उन्हें आम-जन तक पहुंचाया।
उन्होंने उम्मीदवारों के चयन और सोशल मीडिया अभियानों को निर्मित करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। साथ ही, पंजाब में उम्मीदवारों द्वारा सूक्ष्म प्रबंधित अभियानों को भी डिजाइन किया। उनकी राजनीतिक प्रतिभा का असर रहा कि मतदाताओं ने पंजाब का नेतृत्व करने के लिए आम आदमी पार्टी को चुना।
पंजाब विधानसभा चुनावों में अपनी पार्टी को दो-तिहाई बहुमत तक पहुंचाने के बाद, आप ने 117 में से 92 सीटें जीतीं। इसके वह आम आदमी पार्टी के चार अन्य लोगों के साथ पंजाब से निर्विरोध राज्यसभा के लिए चुने गए हैं। संसद के ऊपरी सदन में उनका छह साल का कार्यकाल 2022 में शुरू हो रहा है। वह अब राज्यसभा में सबसे कम उम्र के सांसद हैं।
नेटिज़न्स प्यार से उन्हें भारत की बदलती राजनीति का चेहरा कहते हैं, जो बतौर मार्गदर्शक व संरक्ष अरविंद केजरीवाल के साथ उनके नक्शेकदम पर चल रहे हैं, जिन्होंने भारत में राजनीतिक कार्य-कलापों को बदल कर रख दिया है।
यंग ग्लोबल लीडर्स का सम्मान उनकी अपार प्रतिभा की पावती है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के शब्दों में, वह पार्टी के सबसे ईमानदार, समर्पित, देशभक्त और स्टाइलिश नेता हैं।
राघव चड्ढा ने कहा कि इस सम्मान के लिए मैं वर्ल्ड इकोनोमिक फोरम का शुक्रिया करता हूं। यंग ग्लोबल लीडर के खिताब से नवाजे जाने से मन में प्रसन्नता है। ये खिताब केजरीवाल स्कूल ऑफ पॉलिटिक्स का सम्मान है जो एक नए सशक्त भारत की नींव रख रहा है और असली देशभक्ति के साथ देशवासियों की सेवा करना सिखाता है। मैं अपने नेता अरविंद केजरीवाल जी का धन्यवाद करना चाहता हूं जिन्होंने मुझे ये मंच दिया।