- 2306.58 करोड़ रुपए की लागत से रोहिणी और धीरपुर में बनाए जाएंगे ये नए कैम्पस, डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने दोनों परियोजनाओं को दी मंजूरी
- दोनों कैंपस बन जाने के बाद अंबेडकर यूनिवर्सिटी में कुल 30 हजार से अधिक विद्यार्थी ले पाएंगे एडमिशन, अभी विद्यार्थियों की संख्या है चार हजार
- हर बच्चे को क्वालिटी एजुकेशन देने के बाबा साहब डॉ. अंबेडकर के सपने को पूरा कर रही है केजरीवाल सरकार- मनीष सिसोदिया
- अल्ट्रा-मॉडर्न सुविधाओं से लैस होंगे अम्बेडकर विश्वविद्यालय के यह दोनों कैंपस, स्टूडेंट्स की सभी शैक्षिक आवश्यकताओं को करेंगे पूरा- मनीष सिसोदिया
- शिक्षा हमेशा से केजरीवाल सरकार की प्राथमिकता रही है, हर बच्चे को उसकी उच्चतम क्षमता तक पहुंचाने के लिए विश्वस्तरीय एजुकेशनल इंफ्रास्ट्रक्चर प्रदान करेगी केजरीवाल सरकार- मनीष सिसोदिया
नई दिल्ली, 11 मई 2022
केजरीवाल सरकार बाबा साहब डॉ. अंबेडकर के सपने को पूरा करते हुए दिल्ली में अल्ट्रा-मॉडर्न एजुकेशनल इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार कर रही है ताकि दिल्ली के हर एक छात्र को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा देने पर फोकस किया जा सके। इस दिशा में उपमुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने अंबेडकर विश्वविद्यालय, दिल्ली के रोहिणी और धीरपुर कैंपस के लिए विश्व स्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने के 2306.58 करोड़ रुपये लागत के प्रोजेक्ट को एक्सपेंडिचर फाइनेंस कमिटी की बैठक में मंजूरी दी। इन दोनों कैंपस के तैयार होने के बाद यहां विभिन्न कोर्सेज में 26 हजार स्टूडेंट्स एडमिशन ले सकेंगे| इस बाबत उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि केजरीवाल सरकार दिल्ली में ऐसे इनोवेटिव एजुकेशनल स्पेस तैयार करने पर फोकस कर रही है, जो स्टूडेंट्स को बेहतर ढंग से सीखने और अपने लक्ष्यों को तेजी से प्राप्त करने में मदद कर सकें। उन्होंने कहा कि अम्बेडकर विश्वविद्यालय के नए कैंपस में स्टूडेंट्स की सभी शैक्षिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अल्ट्रा-मॉडर्न सुविधाएं विकसित की जाएगी|
डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली में 2.5 लाख बच्चे 12वीं पास करके स्कूलों से निकलते है, लेकिन प्रतिभा और क्षमता होने के बावजूद इनमें से केवल एक लाख बच्चों को ही किसी यूनिवर्सिटी में दाखिला मिल पाता है। दिल्ली सरकार ने इसका संज्ञान लेकर अपने विश्वविद्यालयों की क्षमता को बढ़ाना शुरू किया| इस दिशा में दिल्ली सरकार अम्बेडकर यूनिवर्सिटी के दो नए कैंपस तैयार करवा रही है| उन्होंने बताया कि अबेडकर विश्वविद्यालय के छात्रों की मौजूदा संख्या चार हजार से अधिक है। वही, धीरपुर और रोहिणी में दो नए कैंपस के बनने के बाद यहां 26 हजार और छात्र एडमिशन ले पाएंगे|
अंबेडकर विश्वविद्यालय के रोहिणी कैंपस को 1107.56 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा। यह कैंपस 40 एकड़ में फैला होगा और यहां 10 हजार से अधिक सीट्स होंगी|
वहीं, धीरपुर कैंपस 1199.02 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया जाएगा। इस कैंपस का क्षेत्रफल 49 एकड़ होगा और यहां 16 हजार से अधिक स्टूडेंट्स विभिन्न कोर्सेज में दाखिला ले पाएंगे|
दोनों कैंपस में मल्टी-स्टोरी अकेडमिक ब्लॉक्स, कन्वेंशन ब्लॉक, हेल्थ-सेंटर, ऑडिटोरियम, एमएलसीपी, एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक, लाइब्रेरी ब्लॉक, एम्फीथिएटर, गेस्ट हाउस, लड़कियों और लड़कों के लिए अलग-अलग हॉस्टल सहित दोनों कैंपस में विभिन्न प्रकार के रेजिडेंशियल यूनिट्स का भी निर्माण किया जाएगा।
डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि शिक्षा हमेशा से केजरीवाल सरकार की प्राथमिकता रही है और सरकार हर तबके के बच्चे को क्वालिटी एजुकेशन देने के अपने विज़न को पूरा करने के लिए एजुकेशनल इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करना जारी रखेगी।
अम्बेडकर विश्वविद्यालय के नए कैम्पसों की मुख्य विशेषताएं
ये दोनों नए कैंपस स्टेट-ऑफ़-आर्ट एनर्जी एफिशिएंट फैसिलिटीज से लैस होंगे| कैंपस जीआरआईएचए- 5 स्टार रेटिंग मान्यता के साथ सेल्फ-सस्टेनेबल नेट जीरो एनर्जी कैंपस होंगे।
कैंपस में मौजूद सुविधाएं
-> ऑडिटोरियम
-> कन्वेंशन सेंटर
-> रिसर्च सेंटर
-> सेमिनार व कांफ्रेंस फैसिलिटीज
-> लाइब्रेरी
-> कैंटीन
-> स्टूडेंट्स सेंटर
-> इंडोर व आउटडोर स्पोर्ट्स फैसिलिटीज
-> गेस्टहाउस
-> हेल्थ-सेंटर
-> डिस्प्ले व परफोर्मेंस एरिया
-> यूटिलिटी फैसिलिटीज
-> क्रेच फैसिलिटी