दिल्ली की संयुक्त ट्रेड यूनियन मंच द्वारा मुंडका की फैक्ट्री में लगी आग का निरीक्षण कर मांगें रखी

दैनिक समाचार

मुंडका की इमारत में लगी भीषण आग में 50 श्रामिकों से अधिक की असमय मौत के लिए जिम्मेदार मालिक, अधिकारियों राजनेताओं की जवाबदेही तय कर दोषियों को उदाहरणीय सजा दो!
मृतक श्रमिकों के आश्रित परिवारों को 50 लाख रू व घायल श्रमिकों को 5 लाख रू मुआवजा दो ।

दिल्ली की समस्त यूनियनों के प्रतिनिधियों ने घटना स्थल पर आज सुबह 10 बजे जाकर मुआईना किया । उपस्थित परिवारजनों परिचितों, पड़ोसियों से मुलाकात कर बातचीत की तथा घटना के कारणों के बारे में जाना । बाद में नेतागणों ने अस्पताल में भर्ती घायल श्रमिकों से मुलाकात की । उनसे हाल पूछा व हर मदद का आश्वासन दिया ।

आज के प्रतिनिधिमंडल में सीटू से अनुराग सक्सेना, सि६ेश्वर शुक्ला, प्यारे लाल, गोंविद झा, एच.एम.एस से नरायण सिंह, राजेन्द्र, एटक से मुकेश कश्यप, राजेश कश्यप, विकास शर्मा, ए.आई.यू.टी.यू.सी से कविता, आई.आफ.टी.यू से राजेश, इंटक से थानेश्वर एक्टू से अभिषेक, सूर्य प्रकाश मौजूद रहे ।

मौके पर आए मुख्यमंत्री और उप-मुख्यमंत्री, जो दिल्ली के श्रम मंत्री भी हैं और मौजूदा के बदत्तर हालात के लिए जिम्मेदार हैं -इसलिए सीधे तौर पर घटना में उनकी जवाबदेही भी है- के खिलाफ मौजूद ट्रेड यूनियन नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की और मनीष सिसोदिया के इस्तीफे की मांग की। इसके साथ ही मृतकों के आश्रितों के लिए 50 लाख रू की मुआवजे की मांग के नारे भी लगाए ।

प्रतिनिधिमंडल के निष्कर्ष:-

  1. कमर्शियल स्पेस का इस्तेमाल औद्योगिक उत्पादन कार्य के लिए किया जा रहा था, जो कि गैर-कानूनी है।
  2. कारखाना अधिनियम के तहत बने ‘‘सैफ्टी मैनुअल‘‘ का उल्लंघन हो रहा था जिसके लिए दिल्ली सरकार का फैक्ट्री इन्सपैक्टोरेट जिम्मेदार है। जिम्मेदार अधिकारी की जवाबदेही तय कर उदाहरणीय कार्यवाही की जाए।
  3. मृतक प्रवासी मज़दूर थे जिनके मालिक ने न तो सही रिकार्ड बनाए थे और न ही ईएसआई एवं पीएफ लागू किया गया था। इसके लिए दोषी मालिक व श्रम विभाग तथा ईएसआई एवं पीएफ विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों की जवाबदेही तय कर नियमानुसार दंडित किया जाए।
  4. इससे पूर्व हुई घटनाएं नांगलोई उद्योग नगर, बवाना औद्योगिक क्षेत्र, रानी झांसी रोड से दिल्ली सरकार ने कोई सबक नहीं सीखा। लगातार बार-बार इस प्रकार की घटना देश की राजधानी में घटित हो रही हैं। इबकी बार दोषी बचना नहीं चाहिए।

हमारा मानना है कि कारखाना मालिक की लापरवाही के साथ साथ भिन्न-भिन्न विभागों के भ्रष्ट अधिकारी व राजनेता भी जिम्मेदार हैं। हमारा मंच जल्द ही दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री एवंा श्रम मंत्री का घेराव भी करेगा।

जारीकर्त्ता
अनुराग सक्सेना

संयुक्त ट्रेड यूनियन मंच दिल्ली की ओर से जारी

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