भाजपा शासित एमसीडी ने फिर हाउस टैक्स बढ़ाने की योजना बनाई है- दुर्गेश पाठक
- एमसीडी 27.5 लाख पंजीकृत प्रॉपर्टीज से 4700 करोड़ का हाउस टैक्स जमा कर सकती है लेकिन खाते में केवल 1750 करोड़ ही पहुंचते हैं- दुर्गेश पाठक
- लगभग 3000 करोड़ का टैक्स भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाता है- दुर्गेश पाठक
- इन आंकड़ों में एक बड़ा अंतर, जिसे खत्म कर दिया जाए तो हाउस टैक्स बढ़ाने की जरूरत नहीं- दुर्गेश पाठक
आम आदमी पार्टी के पास कई सुझाव हैं जो हम अश्विनी जी के साथ साझा करना चाहेंगे- दुर्गेश पाठक
- मुझे आशा है कि अश्विनी जी थोड़ा समय निकालकर चर्चा के लिए अवश्य बैठेंगे- दुर्गेश पाठक
नई दिल्ली, 31 मई 2022
आम आदमी पार्टी के एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने एमसीडी के विशेष अधिकारी अश्विनी कुमार को पत्र लिख उनसे चर्चा का समय मांगा है। दुर्गेश पाठक ने कहा कि एमसीडी ने फिर हाउस टैक्स बढ़ाने की योजना बनाई है। जबकी एमसीडी 27.5 लाख पंजीकृत प्रॉपर्टीज से करीब 4700 करोड़ का हाउस टैक्स जमा कर सकती है लेकिन खाते में केवल 1750 करोड़ ही पहुंचते हैं। लगभग 3000 करोड़ का टैक्स भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाता है। इन आंकड़ों में बहुत बड़ा अंतर है, यदि इस अंतर को खत्म कर दिया जाए तो हाउस टैक्स बढ़ाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। दुर्गेश पाठक ने कहा कि यदि अश्विनी कुमार के पास थोड़ा समय हो तो हम उनके साथ कई सुझाव साझा करना चाहेंगे।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता, एमसीडी प्रभारी एवं रजिंदर नगर उपचुनाव प्रभारी दुर्गेश पाठक ने मंगलवार को पार्टी मुख्यालय में एक महत्तवपूर्ण प्रेसवार्ता को संबोधित करते हए कहा कि दिल्ली के तीनों निगमों के एकीकरण के बाद एमसीडी में अश्विनी कुमार को विशेष अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया है। इसी बीच समाचार पत्रों के माध्यम से हमें पता लगा है कि अपनी आय बढ़ाने के लक्ष्य से एमसीडी हाउस टैक्स बढ़ाने की योजना बना रही है। इसी से संबंधित मैंने अश्विरी कुमार जी को एक पत्र लिखा है।
उन्होंने कहा कि पत्र के जरिए उन्हें सभी आंकड़ों की जानकारी दी। तीनों नगर निगमों को मिलाकर कुल 27.5 लाख प्रॉपर्टीज हाउस टैक्स के लिए पंजीकृत हैं। यदि एमसीडी इन सभी प्रॉपर्टीज से ठीक तरीके से टैक्स इकट्ठा करे तो लगभग 4700 करोड़ का हाउस टैक्स जमा किया जा सकता है। दुख का विषय यह है कि एमसीडी केवल 1750 करोड़ टैक्स जमा करती है। लगभग 3000 करोड़ का टैक्स भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाता है जिससे वह एमसीडी के खाते तक पहुंच ही नहीं पाता है।
एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने कहा कि इन आंकड़ों में बहुत बड़ा अंतर है। यदि इस अंतर को खत्म कर दिया जाए तो हाउस टैक्स को बढ़ाने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी। कोरोना काल के दौरान दिल्लीवालों का व्यापार ठप हो गया। दिल्लीवालों की आर्थिक स्थिति बहुत ज्यादा खराब हुई है। ऐसे समय में हाउस टैक्स में बढ़ोतरी दिल्लीवालों पर लाठी मारने जैसा होगा। जब आप 4700 करोड़ हाउस टैक्स इकट्ठा कर सकते हैं तो केवल 1750 करोड़ टैक्स ही क्यों इकट्ठा हो रहा है?
‘आप’ नेता ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने इस प्रक्रिया में सुधार को लेकर बहुत काम किया है। हम चाहेंगे कि अश्विनी जी अपने कीमती समय से थोड़ा वक्त निकालकर हमसे मुलाकर करें। इस दौरान हम मिलकर इस विषय पर चर्चा कर सकते हैं। सभी प्रॉपर्टीज से किस प्रकार हाउस टैक्स लेना है, इसकी पूरी प्रक्रिया हम तैयार कर चुके हैं। आपको या एमसीडी के किसी भी अधिकारी को इसपर जरा भी महनत करने की आवश्यकता नहीं है। हमने इसका हल निकाल लिया है जो हम अश्विनी कुमार जी के साथ साझा करना चाहेंगे। हम नहीं चाहते हैं कि दिल्ली की जनता पर बेवजह कोई बोझ डाला जाए। दिल्ली की जनता को ऐसी परेशानियों से मुक्ति मिलनी चाहिए।