स्किल ट्रेनिंग के साथ-साथ श्रमिकों को उनके व्यवसाय से जुड़े टूल किट व वर्दी भी उपलब्ध करवाएगी दिल्ली सरकार
ट्रेनिंग के बाद एक पोर्टल पर उपलब्ध होगी सभी स्किल्ड श्रमिकों की जानकारी, पोर्टल के माध्यम से इनसे सेवाएं ले सकेंगे दिल्ली के लोग
ट्रेनिंग प्रोग्राम का उद्देश्य असंगठित क्षेत्रों के श्रमिकों की अपस्किलिंग कर उनकी आय में वृद्धि करना
09 जून, नई दिल्ली
केजरीवाल सरकार अब दिल्ली में असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों जैसे मोची, धोबी, लोहार, प्लंबर, राजमिस्त्री, इलेक्ट्रीशियन, कुम्हार आदि सहित विभिन्न असंगठित क्षेत्रों से जुड़े श्रमिकों को स्किल ट्रेनिंग देगी| इसके तहत दिल्ली स्किल एंड एंत्रप्रेन्योरशिप यूनिवर्सिटी द्वारा एक खास ट्रेनिंग प्रोग्राम की शुरूआत की जाएगी| इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य इन असंगठित क्षेत्र से जुड़े लोगों के कौशलों को और बेहतर बनाना है ताकि अपस्किलिंग के साथ-साथ उनकी आय में वृद्धि हो तथा उन्हें टारगेट समूहों के साथ भी जोड़ा जा सकें|
इस प्रोग्राम के तहत पहले विभिन्न स्त्रोतों जैसे निर्माण बोर्ड डाटाबेस, एसोसिएशन व जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय के माध्यम से इन श्रमिकों की पहचान की जाएगी व इन्हें डीएसईयू के माध्यम से एक सर्टिफिकेट ट्रेनिंग कोर्स करवाया जाएगा| साथ ही सभी श्रमिकों को उनके काम से संबंधित टूल किट व वर्दी भी दी जाएगी| साथ ही एक पोर्टल भी तैयार किया जाएगा जिसपर सभी श्रमिकों की जानकारी होगी व दिल्ली के नागरिक इस पोर्टल के माध्यम से कुशल श्रमिकों से उनकी सेवाएं ले पाएंगे|
केजरीवाल सरकार दिल्ली के सभी वर्गों के लोगों की बेहतरी के लिए प्रतिबद्ध है| सरकार के इस प्रयास से न केवल श्रमिक वर्ग अपने कौशल को बेहतर बना पाएंगे बल्कि पोर्टल के माध्यम से उनकी आमदनी का स्रोत भी बढ़ेगा| सरकार का ये कदम इन असंगठित क्षेत्रों के कामगारों के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित होगा|
बता दे कि पिछले दिनों माननीय उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना, माननीय मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल व माननीय उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया द्वारा एक बैठक में इस खास ट्रेनिंग प्रोग्राम को शुरू करने से संबंधित निर्णय लिया गया था|