केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, रसायन और उर्वरक मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया कल दूसरे ग्लोबल केमिकल्स एंड पेट्रोकेमिकल्स मैन्युफैक्चरिंग हब (जीसीपीएमएच) का उद्घाटन करेंगे। इस मौके पर केंद्रीय रसायन और उर्वरक, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा राज्यमंत्री श्री भगवंत खुबा भी मौजूद होंगे।
कार्यक्रम का आयोजन केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्रालय के तहत रसायन और पेट्रोरसायन विभाग और फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है। फिजिकल एवं डिजिटल दोनों प्रारूप में आयोजित इस कार्यक्रम का इसका उद्देश्य भारत को वैश्विक स्तर पर रासायन और पेट्रो-रसायन के बड़े उत्पादन केंद्र के रूप में तब्दील करना है।
यह शिखर सम्मेलन दुनिया में रसायन और पेट्रो-रसायन के क्षेत्र में भारत की वास्तविक क्षमता को दर्शाता है। महामारी के दस्तक देने के बाद भारत को दुनियाभर में निवेश के लिए पसंदीदा स्थान माना जा रहा है। जीसीपीएमएच के इस संस्करण से तेजी से विकास कर रही भारतीय अर्थव्यवस्था के इस प्रमुख क्षेत्र की बढ़िया समीक्षा मिलेगी और यह निवेशकों व अन्य हितधारकों के लिए बातचीत व समझौता करने, संबंधित निवेश क्षेत्रों में खंड-वार निवेश के अवसरों पर प्रकाश डालने और उसे प्रोत्साहन देने का एक मंच होगा, जिससे परस्पर लाभप्रद तरीके से व्यापार और निवेश की अपार संभावनाएं मिलेंगी।
जीसीपीएमएच 2021 के दौरान, पीसीपीआईआर की संभावना का पता लगाने और प्रदेश, क्षेत्र और अर्थव्यवस्था में समावेशी विकास के मार्ग प्रशस्त करने, रणनीतिक वैश्विक साझेदारी, कोविड के बाद के काल में रासायन और पेट्रोरसायन उद्योग में उभरते अवसर, रासायन और पेट्रारसायन उद्योग के भविष्य को आकार देने में पर्यावरण, सामाजिक और कॉर्पोरेट गवर्नेंस का महत्व, फीडस्टॉक का डाॅयनामिक्स, रसायन और पेट्रोरसायन उद्योग की आपूर्ति शृंखला में व्यवधान, सस्टेनेबल ग्रीन केमिस्ट्री और औद्योगिक विकास की रफ्तार को वापस लाने और विकास को बनाए रखने में डिजिटलीकरण की भूमिका जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर विमर्श किया जाएगा।
केंद्रीय मंत्री यहां नई दिल्ली में कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे। माननीय उद्योग, बुनियादी ढांचा और वाणिज्य मंत्री, आंध्रप्रदेश सरकार श्री मेकापति गौतम रेड्डी और माननीय उद्योग मंत्री, तमिलनाडु सरकार थिरु थंगम थेनारासु भी सम्मेलन में शिरकत करेंगे। आंध्रप्रदेश, गुजरात, ओडिशा , राजस्थान और तमिलनाडु शिखर सम्मेलन में भागीदार राज्यों के रूप में हिस्सा ले रहे हैं।
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