सीआरपीएफ़ का एक सराहनीय मानवीय चेहरा है तथा अपने नागरिकों के मानवाधिकारों का सम्मान करता है, राष्ट्र के विभिन्न हिस्सों में CRPF की तैनाती और भागीदारी इसका परिचायक है कि इसे जहां भी तैनात किया गया है, इसने सामान्य जनमानस का भरोसा और विश्वास जीता है

दैनिक समाचार

केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री श्री नित्यानंद राय ने आज गुरुग्राम में केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस बल (CRPF) के सीधे नियुक्त राजपत्रित अधिकारियों (DAGOs) के 52वें बैच की दीक्षांत परेड की सलामी ली। परेड में 117 DAGOs शामिल हुए। समारोह में सीआरपीएफ़ के महानिदेशक श्री कुलदीप सिंह और बल के वरिष्ठ अधिकारियों समेत अनेक गणमान्य व्यक्ति भी शामिल हुए।

अधिकारियों को अपने संबोधन में श्री नित्यानंद राय ने कहा कि आपको प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के ‘राष्ट्र-प्रथम’ के ध्येय वाक्य के साथ व्यावसायिक उत्कृष्टता, ईमानदारी और अखंडता के उच्चतम मानकों को बनाए रखना होगा। उन्होंने विश्वास जताया कि नवनियुक्त अधिकारी प्रधानमंत्री जी के इस भरोसे पर सदा खरा उतरेंगे। श्री राय ने कहा कि गृह मंत्री श्री अमित शाह जी कहते हैं कि CRPF आंतरिक सुरक्षा में अहम् भूमिका निभाती है और मुझे विश्वास है कि आप गृह मंत्री जी के इस विश्वास का हमेशा ख्याल रखेंगे।  

केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी के दौरान इस बीमारी का सामना करने के लिए प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में हमारे देश ने पूरे विश्व समुदाय के समक्ष एक उदाहरण पेश किया है तथा हमें गर्व है कि भारत इस महामारी से निपटने में दूसरे देशों की भी मदद कर रहा है।

श्री नित्यानंद राय ने कहा कि स्वयं को मातृभूमि की सेवा हेतु समपर्ण करने से परम कर्तव्य और कोई नहीं है और आपके द्वारा ली गई राष्ट्र सेवा की पवित्र शपथ ही वह सर्वोच्च कर्तव्य परायणता है जिसे कोई नागरिक अपने देश के लिए ले सकता है। उन्होंने कहा कि आज CRPF देश का सबसे बड़ा सशस्त्र पुलिस बल है और मुझे यह कहने में तनिक भी संकोच नही है कि CRPF देश का सबसे बहादुर बल भी है और आंतरिक सुरक्षा का जिम्मा इसी बल के कंधों पर है। आने वाले समय में आप सभी अधिकारियों को इन्हीं चुनौतियों का कुशलतापूर्वक सामना करना है।  

श्री राय ने कहा कि CRPF ने 1939 में अस्तित्व में आने के बाद से व्यावसायिकता और वीरता की एक उच्च पंरपरा स्थापित की है। CRPF आज साहस, ईमानदारी, त्याग और समर्पण का प्रतीक है। CRPF द्वारा जम्मू कश्मीर में आंतकवाद-रोधी अभियानों का सफल संचालन तथा धारा 370 के विलोपन के उपरांत जम्मू कश्मीर में शांति व्यवस्था स्थापित करने में महती भूमिका का निर्वहन किया जा रहा है।

देश की आंतरिक सुरक्षा में सीआरपीएफ़ के योगदान पर बोलते हुए केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री ने कहा कि भारत में आंतरिक सुरक्षा के लिए नक्सलवाद एक गंभीर समस्या है और वर्तमान में नक्सली समस्या से निपटने के लिए इस बल की एक तिहाई नफरी नक्सल-प्रभावित क्षेत्रों में तैनात है तथा नक्सलियों के विरूद्ध सफलतापूर्वक अभियान चलाते हुए राज्य के विकास में राज्य सरकार की मदद कर रही है। उन्होंने कहा कि संसद भवन पर आतंकी हमले को विफल करने में CRPF ने अग्रणी भूमिका अदा की।

श्री नित्यानंद राय ने कहा कि अपनी स्थापना से लेकर अभी तक विभिन्न परिचालनिक क्षेत्रों में वीरता के लिए बल की विशिष्ट उपलब्धियों हेतु 1841 पदक प्राप्त हुए हैं। CRPF ने इस वर्ष भी 04 कीर्ति पदक और 03 शौर्य पदक एवं 218 वीरता पदक के साथ पुलिस बलों में सर्वाधिक वीरता पदक प्राप्त किए जोकि बल की वीरता एवं बलिदान का प्रमाण है। देश की आंतरिक सुरक्षा के साथ-साथ CRPF ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर संयुक्त राष्ट्र शांति सेना के तौर पर कोसोवो और लाइबेरिया में शांति स्थापना में अपना योगदान दिया है।

सीआरपीएफ़ के मानवीय चेहरे के बारे में केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री ने कहा कि इस बल का एक सराहनीय मानवीय चेहरा है तथा अपने नागरिकों के मानवाधिकारों का सम्मान करता है। यह बल अपने सिविक एक्शन प्रोग्राम के तहत सहायता करता है और अन्य सेवाएं भी उपलब्ध कराता है। राष्ट्र के विभिन्न हिस्सों में CRPF की तैनाती और भागीदारी इसका परिचायक है कि इसे जहां भी तैनात किया गया है, इसने सामान्य जनमानस का भरोसा और विश्वास जीता है।

केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री ने कहा कि आने वाले समय में चुनौतियां कई गुना होंगी, परिस्थितियां अलग और विपरीत होंगी, परंतु एक नेतृत्वकर्ता के रूप में आपको दी गई जिम्मेदारियों के कुशल संचालन हेतु अपनी पेशेवर क्षमता को बढ़ाना और अद्यतन करना होगा। सम्मान, साहस, बहादुरी, अनुशासन और देशभक्ति की भावना का विकास आपको कठिन व विषम परिस्थितियों में आगे बढ़ने को प्रेरित करेगा। अब आप उन सभी आवश्यक ज्ञान, कौशल, मूल्यों एवं कुशल प्रवृतियों से लैस हैं जो देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा बन चुके राष्ट्र और समाज विरोधी तत्वों का मुकाबला करने के लिए आवश्यक हैं। श्री राय ने कहा कि गृह मंत्रालय को राज्यों की तरफ से सबसे ज्यादा के.रि.पु.बल की तैनाती के लिए अनुरोध प्राप्त होता है और यह बल जहां-जहां तैनात होता है वहाँ – वहां इसने शांति स्थापित की है।

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