केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री श्री नित्यानंद राय ने आज नई दिल्ली में पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो (बीपीआर एंड डी) द्वारा आयोजित राष्ट्रीय पुलिस मिशन के तीसरे सम्मेलन के समापन सत्र को संबोधित किया। सम्मेलन में बीपीआर एंड डी के महानिदेशक श्री बालाजी श्रीवास्तव समेत देश के विभिन्न हिस्सों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और विशेषज्ञ भी शामिल हुए ।
केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री ने कहा कि मिशन गतिविधियों में मिशन सदस्यों का योगदान भारतीय पुलिस के इतिहास में एक लंबा सफर तय करेगा और हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के सम्पूर्ण पुलिस व्यवस्था में सुधार के विज़न (vision) को पूरा करने में इस पुलिस मिशन की महत्त्वपूर्ण भूमिका होगी। श्री नित्यानंद राय ने कहा कि मिशन ने अब तक 54 परियोजनाओं – जिनमें मानव संसाधन विकास, सामुदायिक पुलिसिंग के कई पहलू, संचार एवं प्रौद्योगिकी,छात्र पुलिस कैडेट्स प्रोग्राम और पुलिस व्यवस्था में सुधार सहित कई महत्त्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स पूरे कर लिए हैं और इन्हें राज्यों व केन्द्र शासित प्रदेशों के पुलिस बलों को उपयोग के लिये भेजा गया है।
पुलिस सुधारों में राष्ट्रीय पुलिस मिशन और उसके सदस्यों के अथक कार्यों की सराहना करते हुए केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री ने कहा कि हम सभी अपने दैनिक जीवन में सूचना प्रौद्योगिकी की भूमिका और हस्तक्षेप से अवगत हैं। अपराधी और राष्ट्र-विरोधी तत्व दिन-ब-दिन चालाक होते जा रहे हैं, हमें ऐसे तत्वों को रोकने के लिए प्रौद्योगिकी के साथ तालमेल बिठाने और अपने पुलिस बलों को प्रशिक्षित करने की आवश्यकता है। पुलिस को अपराधी व राष्ट्रविरोधी तत्वों के इरादों को भांपने में निपुणता लानी होगी ताकि कुशलता से अपराधों को चिन्हित कर उचित कार्यवाही की जा सके।
श्री नित्यानंद राय ने कहा कि तमाम जटिलताओं के बावजूद, हमारा देश दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और साथ ही एक तेजी से विकसित होती अर्थव्यवस्था भी है। इस स्थिति में लोकतंत्र के जीवित रहने और प्रगति के लिए कानूनी और सामाजिक मूल्यों के लिए प्रतिबद्ध पुलिस संगठन अतिआवश्यक हैं। उन्होने कहा कि सामाजिक परिवर्तन के दौर से गुजर रहे विकासशील लोकतंत्र में पुलिस द्वारा निभाई गई भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण हो जाती है।
केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री ने कहा कि हाल के वर्षों में विशेष रूप से आंतरिक सुरक्षा में बहुआयामी और विविध चुनौतियों का सामना करने के लिए पुलिस बलों में सुधार की उतरोत्तर आवश्यकता है। गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह जी के दिशा-निर्देशों और कुशल मार्गदर्शन में आंतरिक सुरक्षा के क्षेत्र में संरचनात्मक सुधार के लिए अनेक महत्त्वपूर्ण कदम उठाये गए हैं। साथ ही केंद्र सरकार ने मौजूदा पुलिस प्रणाली में कमियों को दूर करने और जहां भी संभव हो, ढांचागत संसाधनों में अंतर को भरने के लिए अतिरिक्त धन प्रदान कर मात्रात्मक और गुणात्मक रूप से पुलिस संगठनों के आधुनिकीकरण और सुधार के लिए कई पहल की हैं।
श्री नित्यानंद राय ने कहा कि अगर पुलिस को लोगों का विश्वास जीतना है तो उसे अपना व्यवहार दोस्ताना, भ्रष्टाचार मुक्त, जिम्मेदार और लोगों की देखभाल करने वाला रखना होगा और इसमें पुलिस नेतृत्व की भूमिका महत्त्वपूर्ण है। पुलिस स्टेशनों को पर्याप्त संसाधनों और परिचालन सुविधाओं से लैस करने की आवश्यकता पर बल देते हुए श्री राय ने कहा कि यह सुनिश्चित करना वरिष्ठ अधिकारियों की जिम्मेदारी है कि थानों में सुविधाओं का निर्माण और विकास किया जाए क्योंकि जमीनी स्तर पर अपराधों को रोकने एवं समुचित कार्यवाही में थानों की महत्वपूर्ण भूमिका है l
केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री ने कहा कि मानव संसाधन पुलिस के लिए सबसे महत्वपूर्ण संसाधन है और भर्ती तथा प्रशिक्षण की बेहतर पद्धतियों के माध्यम से मानव संसाधन की गुणवत्ता में और सुधार किया जा सकता है। प्रशिक्षण में सुधार के माध्यम से हम अपने ऊपर काम के दबाव को कम कर सकते हैं और समुदाय की दक्षता, प्रभावशीलता और संतुष्टि के स्तर को बढ़ा सकते हैं। श्री राय ने कहा कि उन्हें यह देखकर बहुत प्रसन्नता हो रही है कि बीपीआर एंड डी इस दिशा में गंभीर प्रयास कर रहा है।
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