- कोरोना के खिलाफ़ जारी लड़ाई में आज मैंने खुद एलएनजेपी अस्पताल पहुंचकर तैयारियों का जायज़ा लिया, बेड, दवाइयां और ऑक्सीजन के स्तर पर व्यवस्थाएं दुरुस्त हैं- अरविंद केजरीवाल
- अच्छी बात है कि इस लहर में अस्पतालों में आने वाले कोरोना मरीज़ बेहद कम हैं, लेकिन फिर भी संक्रमण से बचें, अपना ध्यान रखें- अरविंद केजरीवाल
- अगर जरूरत पड़ेगी, तो हम 37 हजार बेड तक तैयार करके 10 से 11 हजार आईसीयू बेड तैयार कर सकते हैं- अरविंद केजरीवाल
- एलएनजेपी में भर्ती 136 कोरोना मरीजों में से सिर्फ 6 लोग कोरोना के इलाज के लिए आए थे, 130 लोग दूसरी बीमारियों के इलाज के लिए आए थे और जांच में वे भी कोरोना संक्रमित मिले- अरविंद केजरीवाल
- अप्रैल में आई लहर में अधिकतर लोग कोरोना का ही इलाज कराने के लिए आ रहे थे, लेकिन इस बार ऐसे लोगों की संख्या बहुत ही कम है- अरविंद केजरीवाल
- हमें बहुत ही मजबूरी में प्रतिबंध लगाने पड़ रहे हैं, अगर प्रतिबंध लगाते हैं, तो रोजगार पर बन आती है और प्रतिबंध न लगाएं, तो लोगों की जिंदगी और सेहत खतरे में पड़ जाती है- अरविंद केजरीवाल
- दिल्ली के लोगों को यकीन दिलाना चाहता हूं कि जितना जल्दी हो सकेगा, हम प्रतिबंधों को हटा देंगे और कम से कम प्रतिबंध लगाने की कोशिश करेंगे- अरविंद केजरीवाल
- सीएम अरविंद केजरीवाल ने स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के साथ एलएनजेपी अस्पताल का दौरा कर कोरोना संबंधित तैयारियों का लिया जायजा
नई दिल्ली, 11 जनवरी, 2022
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के साथ आज एलएनजेपी अस्पताल का दौरा कर कोरोना संबंधित तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा कि हम लॉकडाउन नहीं लगाएंगे। ‘आप’ की सरकार कोरोना की हर परिस्थिति से लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार है। अगर जरूरत पड़ेगी, तो हम 37 हजार बेड तक तैयार करके 10 से 11 हजार आईसीयू बेड तैयार कर सकते हैं। अच्छी बात है कि इस लहर में अस्पतालों में आने वाले कोरोना मरीज़ बेहद कम हैं, लेकिन फिर भी संक्रमण से बचें और अपना ध्यान रखें। सीएम अरविंद केजरीवाल ने बताया कि एलएनजेपी में 136 कोरोना मरीज भर्ती हैं। इनमें से सिर्फ 6 लोग कोरोना के इलाज के लिए आए थे, जबकि 130 लोग दूसरी बीमारियों के इलाज के लिए आए थे और जांच में वे भी कोरोना संक्रमित मिले। वहीं, अप्रैल में आई लहर में अधिकतर लोग कोरोना का ही इलाज कराने के लिए आ रहे थे। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमें बहुत ही मजबूरी में प्रतिबंध लगाने पड़ रहे हैं। लेकिन मैं यकीन दिलाना चाहता हूं कि जितना जल्दी हो सकेगा, हम प्रतिबंधों को हटा देंगे और कम से कम प्रतिबंध लगाने की कोशिश करेंगे।
एलएनजेपी में अब तक 22 हजार कोरोना मरीज स्वच्छ होकर घर जा चुके हैं- अरविंद केजरीवाल
एलएनजेपी अस्पताल का दौरा करने के उपरांत मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कोरोना से संबंधित तैयारियों का जायजा लेने के लिए मैंने आज एलएनजेपी अस्पताल का दौरा किया। मुझे लगता है कि एलएनजेपी अस्पताल देश का नंबर वन अस्पताल है। यहां अभी तक सबसे अधिक कोरोना मरीजों का इलाज हुआ है। यहां से अब तक 22 हजार कोरोना मरीज ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं। यह दिल्ली में शायद अकेला अस्पताल है, जिसने किसी भी महिला को प्रिग्नेंसी में मना नहीं किया। यहां पर अब तक करीब 700 डिलीवरी सफलता पूर्वक कराई जा चुकी है। एलएनजेपी अस्पताल में गायनी का भी पूरा इंतजाम है और कोरोना संक्रमित गायनी मदर का भी यहां पर पूरा इलाज है और न्यू नेटल का भी पूरा प्रबंध किया हुआ है कि कोरोना से संबंधित जो मदर हैं, उनके जो बच्चे होते हैं, उनका पूरा इंतजाम किया गया है। इस समय पूरी दिल्ली से एलएनजेपी में ही डिलीवरी के लिए केसेज रेफर किए जा रहे हैं। दिल्ली के बाहर से भी डिलीवरी के बहुत सारे केसेज आ रहे हैं।
अप्रैल में आई लहर के मुकाबले में यह लहर बहुत ही माइल्ड है- अरविंद केजरीवाल
सीएम अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि पिछली लहर के मुकाबले में यह लहर बहुत ही माइल्ड है। उपर वाले का शुक्र है कि हम लोग बहुत ही माइल्ड लहर से लड़ रहे हैं। अप्रैल में जो लहर आई थी, वह बहुत ज्यादा खतरनाक थी। इस वक्त कोरोना के 136 मरीज एलएनजेपी में भर्ती हैं। मैंने जानकारी ली है कि इन 136 मरीजों में से कितने मरीज हैं, जो कोरोना की बीमारी लेकर आए थे। जैसे कई मरीज हैं, जो कैंसर का इलाज कराने आया है, लेकिन जब उसकी जांच की गई तो उसमें कोरोना निकल आया। इसी तरह किसी की हड्डी टूट गई और वह इलाज कराने के लिए आया, तो जांच में उसको भी कोरोना निकल आया। 136 में से ऐसे कितने मरीज हैं, जो यह कह कर आए थे कि मेरे को कोरोना है और मेरे को कोरोना का इलाज कराना है। इसकी जानकारी लेने पर पता चला है कि 136 में से केवल 6 मरीज ऐसे हैं, जो कोरोना के इलाज के लिए आए थे। 136 में से 130 मरीज ऐसे हैं, जिनमें अकस्मात कोरोना निकला। वो किसी और बीमारी के इलाज के लिए आए थे, लेकिन जांच में उनमें संयोग से कोरोना निकला। जब अप्रैल में कोरोना की लहर आई थी, तब उस लहर में लोग कोरोना का ही इलाज कराने के लिए आ रहे थे। लोगों की ऑक्सीजन नीचे जा रही थी और लोगों को तरह-तरह की तकलीफें हो रही थीं। ऐसे लोगों की संख्या इस बार बहुत ज्यादा कम है।
कोरोना के केस ज्यादा आ रहे हैं, लेकिन अस्पतालों में बहुत कम मरीज भर्ती हो रहे हैं और इस बार मौत भी बहुत कम है- अरविंद केजरीवाल
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पूरे दिल्ली में सारा मिलाकर कुल दो-ढाई हजार मरीज अस्पताल में भर्ती हैं। मैं समझता हूं कि उनमें ऐसे लोगों की संख्या बहुत कम होगी, जो केवल कोरोना की बीमारी का इलाज कराने के लिए अस्पताल में आए। इसमें अधिकतर ऐसे मरीज हैं, जिन्हें आकस्मिक रूप से कोरोना है। अगर बड़ी संख्या में कोरोना के मामले बढ़ते भी हैं, तो दिल्ली सरकार पूरी तरह से तैयार है। कोरोना के केस ज्यादा आ रहे हैं, लेकिन अस्पतालों के अंदर मरीज कम भर्ती हो रहे हैं। अस्पताल के तौर पर हम पूरी तरह से तैयार हैं। लेकिन कुदरत की कृपा है कि इस समय लोगों को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं पड़ रही है और इस बार मौत भी बहुत कम है। अगर जरूरत पड़ेगी तो हमारी तैयारी 37 हजार बेड तैयार करने की है। हमने अभी तक अपनी पूरी क्षमता का इस्तेमाल नहीं की है, लेकिन अगर जरूरत पड़ेगी, तो हम 37 हजार बेड तक तैयार करके 10 से 11 हजार आईसीयू बेड तैयार कर सकते हैं। लेकिन अभी उतनी जरूरत पड़ नहीं रही है। जो लोग कैंसर का इलाज कराने के लिए आए हैं और जांच के दौरान उनमें कोरोना भी मिला। वे जिस भी बीमारी का इलाज कराने आए थे, हम उनकी बीमारी का इलाज तो कर रहे हैं, इसके साथ-साथ कोरोना का भी इलाज चल रहा है।
दिल्ली में पिछले दो-तीन दिन से 20 से 22 हजार नए केस और 24 से 25 फीसद के आसपास संक्रमण दर चल रहा है- अरविंद केजरीवाल
सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में लगाए गए प्रतिबंधों के बारे में कहा कि यह जो प्रतिबंध लगाए गए हैं, यह बहुत ही मजबूरी में लगाने पड़ रहे हैं। मैं समझता हूं कि इस वक्त हमारे लिए दोनों में बैलेंस बनाए रखना बड़ा चुनौतीपूर्ण है। एक तरफ लोगों के रोजगार पर बनी हुई है। अगर आप प्रतिबंध लगा दें, तो लोगों के रोजगार पर बन आती है और दूसरी तरफ अगर प्रतिबंध न लगाएं, तो आपकी जिंदगी और आपकी सेहत खतरे में पड़ जाती है। मैं दिल्ली के लोगों को यकीन दिलाना चाहता हूं कि लगाए गए प्रतिबंधों को जितना जल्दी हो सकेगा, हम हटा देंगे और कम से कम समय में कम से कम प्रतिबंध लगाने की कोशिश करेंगे। कोरोना की पीक के सवाल पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इस मामले में कोई भी कुछ कह नहीं सकता है। लेकिन तीन दिन पहले करीब 22 हजार केस आए थे, कल शायद 19 हजार केस आए थे और आज शाम तक आने वाली रिपोर्ट में उम्मीद है कि 20 हजार केस आएंगे। इस तरह 20 से 22 हजार के करीब नए मामले और 24 से 25 फीसद के आसपास संक्रमण दर पिछले दो-तीन दिन से चल रहा है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आगे केस बढ़ेंगे नहीं, मामले बढ़ भी सकते हैं। लेकिन हम सभी परिस्थितियो के तैयार हैं। सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा कि चिंता न करें, हम दिल्ली में लॉकडाउन नहीं लगा रहे हैं। मैं केंद्र सरकार से अपील करूंगा कि डीडीएमए की बैठक में जो केंद्र सरकार के प्रतिनिधि आए थे, हमने उनसे अनुरोध किया कि केवल दिल्ली के अंदर प्रतिबंध लगाने से काम नहीं चलेगा, आपको पूरे एनसीआर को कवर करना पड़ेगा। उन्होंने आश्वासन दिया है कि वो पूरे एनसीआर के अंदर प्रतिबंध को लागू करवाएंगे।
वहीं, एलएनजेपी अस्पताल का दौरा करने के उपरांत सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, ‘‘कोरोना के खिलाफ़ जारी लड़ाई में आज मैंने खुद एलएनजेपी अस्पताल पहुंचकर तैयारियों का जायज़ा लिया। बेड, दवाइयां और ऑक्सीजन के स्तर पर व्यवस्थाएं दुरुस्त हैं। अच्छी बात है कि इस लहर में अस्पतालों में आने वाले कोरोना मरीज़ बेहद कम हैं, लेकिन फिर भी संक्रमण से बचें, अपना ध्यान रखें।
एलएनजेपी अस्पताल में 700 कोरोना संक्रमित मदर की हुई डिलीवरी
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर तैयारियों का जायजा लेने के लिए एलएनजेपी अस्पताल का दौरा किया। मुख्यमंत्री के साथ दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन भी मौजूद रहे। इस दौरान एलएनजेपी अस्पताल के प्रमुख डॉक्टर सुरेश ने अस्पताल में तैयारियों की विस्तृत जानकारी दी और बताया कि एलएनजेपी अस्पताल पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने बताया कि कोरोना की पहली लहर के दौरान एलएनजेपी अस्पताल में 16 हजार और दूसरी लहर में 5551 मरीज ठीक होकर घर गए। वहीं, तीसरी लहर में दिसंबर से अब तक 710 कोरोना के मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं। पूरे कोरोना काल के दौरान अब तक एलएनजेपी अस्पताल में करीब 22 हजार कोरोना मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं। इसके अलावा 700 कोरोना संक्रमित मदर की डिलीवरी भी कराई गई है। इसमें 415 कोविड मदर की नार्मल डिलीवरी हुई है और 285 सीजेरियन डिलीवरी हुई है। हमने इसके लिए स्पेशल लेबर रूम बनाया है। एलएनजेपी में कोरोना संक्रमित एक भी मदर की डिलीवरी के दौरान मौत नहीं हुई है और न तो किसी बच्चे की ही मौत हुई है।