नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के माध्यम से प्रचारित किया जा रहा है, कि भारतीय इतिहास को दुबारा लिखने की जरूरत है। अभी तक जिस ढंग से प्रचार चल रहा है, उससे प्रतीत होता है कि पुनर्लेखन के नाम पर इतिहास में विकृति लाने की मंशा है। वास्तविकता क्या है? इसे समझने के लिए ही ऑल इंडिया सेव एजुकेशन कमिटी द्वारा 15 जनवरी 2022 को शाम 4:00 बजे से एक ऑनलाइन सेमिनार का आयोजन किया जा रहा है।
विषय: पुनर्लेखन के नाम पर इतिहास की विकृति
वक्तागण:
१. प्रोफेसर आदित्य मुखर्जी (जे एन यू दिल्ली)
२. प्रोफेसर राम पुनियानी (रिटायर्ड प्रोफेसर आई आई टी मुम्बई)
संचालक:
डा. श्याम सुंदर दीप्ति (अमेरिट्स प्रोफेसर गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अमृतसर)
आप सभी साथियों से अनुरोध है कि इस विषय को गहराई और गंभीरता समझने के लिए इस कार्यक्रम को अवश्य ज्वॉइन करें। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण हमारे फेसबुक पेज और यू ट्यूब चैनल पर होगा।
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