- आज से दिल्ली की सड़कों पर पहली इलेक्ट्रिक बस चलनी शुरू हो गई है, डीटीसी के बेड़े में जल्द ही 300 इलेक्ट्रिक बसें और जुड़ेंगी- अरविंद केजरीवाल
- दिल्ली में प्रदूषण को नियंत्रित करने की दिशा में यह बहुत ही महत्वपूर्ण कदम है, अगले कुछ वर्षों में दो हजार और इलेक्ट्रिक बसें लाने का हमारा लक्ष्य है- अरविंद केजरीवाल
- 2011 के बाद से आज तक डीटीसी के बेड़े में एक भी नई बस नहीं आई थी, आज यह पहली बस शामिल हुई है- अरविंद केजरीवाल
- आप भी अपने वाहन को इलेक्ट्रिक में स्विच कर प्रदूषण के खि़लाफ़ इस जंग में अपना योगदान ज़रूर दें- अरविंद केजरीवाल
- आज डीटीसी की पहली इलेक्ट्रिक बस को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जनता को समर्पित किया- कैलाश गहलोत
- पर्यावरण अनुकूल परिवहन को बढ़ावा देने के साथ ही हम दिल्लीवासियों को विश्वस्तरीय सुगम परिवहन सेवा प्रदान करने के लिए कटिबद्ध हैं- कैलाश गहलोत
नई दिल्ली, 17 जनवरी, 2022
दिल्ली के सार्वजनिक परिवहन के क्षेत्र में आज एक नए युग की शुरुआत हुई है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज आईपी डिपो से पहली इलेक्ट्रिक बस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और कहा कि आज से दिल्ली की सड़कों पर पहली इलेक्ट्रिक बस चलनी शुरू हो गई है। डीटीसी के बेड़े में जल्द ही 300 इलेक्ट्रिक बसें और जुड़ेंगी। दिल्ली में प्रदूषण को नियंत्रित करने की दिशा में यह बहुत ही महत्वपूर्ण कदम है और अगले कुछ वर्षों में दो हजार और इलेक्ट्रिक बसें लाने का हमारा लक्ष्य है। 2011 के बाद से आज तक डीटीसी के बेड़े में एक भी नई बस नहीं आई थी, आज यह पहली बस शामिल हुई है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली निवासियों से अपील करते हुए कहा कि आप भी अपने वाहन को इलेक्ट्रिक में स्विच कर प्रदूषण के खि़लाफ़ इस जंग में अपना योगदान ज़रूर दें। वहीं, परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि आज डीटीसी की पहली इलेक्ट्रिक बस को सीएम अरविंद केजरीवाल ने जनता को समर्पित किया। पर्यावरण अनुकूल परिवहन को बढ़ावा देने के साथ ही हम दिल्लीवासियों को विश्वस्तरीय सुगम परिवहन सेवा प्रदान करने के लिए कटिबद्ध हैं।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज डीटीसी की पहली इलेक्ट्रिक (वातानुकुलित) बस का उद्घाटन किया। यह बस रूट संख्या ई-44 पर आईपी डिपो से सर्कुलर सेवा के रूप में चलेगी। यह बस सेवा सुबह 5ः30 बजे से रात 8ः20 बजे तक आईपी डिपो से उपलब्ध रहेगी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इन्द्रप्रस्थ डिपो से डीटीसी की पहली इलेक्ट्रिक (वातानुकुलित) बस को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। इस अवसर पर परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत और दिल्ली परिवहन निगम के वरिष्ठ अधिकारी एवं कर्मचारी भी उपस्थ्ति थे। इस दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत के साथ बस के अंदर यात्रियों के लिए दी गई आधुनिक सुविधाओं का मौका मुआयना किया और अधिकारियों ने बस में उपलब्ध सुविधाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। दिल्ली की यह पहली इलेक्ट्रिक बस आईपी डिपो से आईटीओ एजीसीआर, तिलक मार्ग, मंडी हाउस, बाराखंभा रोड, कनॉट प्लेस, जनपथ, राजेश पायलट रोड, पृथ्वीराज रोड, अरबिंदो मार्ग, सफदरजंग, रिंग रोड, साउथ एक्सटेंशन, आश्रम, भोगल, जंगपुरा, इंडिया गेट, हाई कोर्ट और प्रगति मैदान होकर गुजरेगी।
आज पहली इलेक्ट्रिक बस सड़क पर उतरी है और अप्रैल तक 300 बसें और आ जाएंगी- अरविंद केजरीवाल
इस दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज दिल्ली की पहली इलेक्ट्रिक बस सड़क पर उतरी है। आज का दिन कई मायनों में बहुत महत्वपूर्ण है। सबसे पहले, दिल्ली में ट्रांसपोर्ट के क्षेत्र में एक नए युग की शुरूआत हुई है। इलेक्ट्रिक से चलनेे वाली पहली बस आज सड़क पर उतरी है। मैं समझता हूं कि आने वाले वर्षों के अंदर जैसे-जैसे पुरानी बसें हटती जाएंगी, वैसे-वैसे इलेक्ट्रिक बसें दिल्ली की सड़कों पर आती जाएंगी। प्रदूषण को नियंत्रित करने की दिशा में यह बहुत ही महत्वपूर्ण कदम है। इस बस के चलने के दौरान आवाज नहीं आती है और इस बस से जरा सा भी धुंआ नहीं निकलता है। आज पहली बस सड़क पर उतरी है और हमें उम्मीद है कि अप्रैल तक 300 बसें आ जाएंगी। इसके बाद हमारा लक्ष्य अगले कुछ वर्षों के अंदर दो हजार और इलेक्ट्रिक बसें लाने का है।
2011 के बाद डीटीसी के बेड़े में आज यह पहली बस शामिल हुई है- अरविंद केजरीवाल
सीएम अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि दिल्ली में एक और बड़ी बात यह हुई है कि 2011 के बाद से आज तक डीटीसी के बेड़े में एक भी नई बस नहीं आई थी। कुछ न कुछ ग्रहण लगा हुआ था। जब भी कोशिश की जा रही थी, उसमें तरह-तरह की अड़चनें आ जाती थी। मैं समझता हूं कि 2011 के बाद आज डीटीसी की बेड़े में पहली बस आ गई है। यह बस क्लस्टर के बेड़े में शामिल नहीं है। यह बस पूरी तरह से डीटीसी के अधिकार क्षेत्र में है। हमने आज हवन यज्ञ भी किया है और भगवान से प्रार्थना की है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं समझता हूं कि अब यह ग्रहण खत्म होगा और अब डीटीसी के अंदर और नई बसें आनी चालू होंगी। इस बस की बैट्री एक से डेढ़ घंटे में पूरा चार्ज हो जाती है और एक बार बैट्री के चार्ज होने पर यह बस कम से कम 120 किलोमीटर तक चलती है। जितने भी हमारे डिपो है, उन सभी में चार्जिंग की व्यवस्था की जा रही है।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, ‘‘सभी दिल्लीवासियों को बधाई। आज से दिल्ली की सड़कों पर पहली इलेक्ट्रिक बस चलनी शुरू हो गई है। डीटीसी के बेड़े में जल्द ही 300 इलेक्ट्रिक बसें जुड़ेंगी। आप भी अपने वाहन को इलेक्ट्रिक में स्विच कर प्रदूषण के खि़लाफ़ इस जंग में अपना योगदान ज़रूर दें।’’
वहीं, दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने ट्वीट कर कहा, ‘‘ बधाई दिल्ली! हम सभी के लिए यह अपार हर्ष का क्षण है। आज डीटीसी की पहली इलेक्ट्रिक बस को माननीय मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल जी ने जनता को समर्पित किया। पर्यावरण अनुकूल परिवहन को बढ़ावा देने के साथ ही हम दिल्लीवासियों को विश्वस्तरीय सुगम परिवहन सेवा प्रदान करने के लिए कटिबद्ध हैं।’’
दिल्ली की पहली इलेक्ट्रिक बस की प्रमुख विशेषताएं
आज दिल्ली में पहली इलेक्ट्रिक बस का परिचालन शुरू हो गया। यह अत्याधुनिक बस शून्य टेलपाइप उत्सर्जन के साथ ही 100 फीसद इलेक्ट्रिक हैं। यह बस उन 300 इलेक्ट्रिक बसों में शामिल हैं, जिन्हें डीटीसी के तहत आने वाले दिनों में शामिल किया जाएगा। यह 300 बसें मुंडेला कलां (100 बसें), राजघाट (50) और रोहिणी सेक्टर-37 (150 बसें) डिपो से चलेंगी। इन बसों में विकलांग यात्रियों के लिए घुटनों के बल चलने वाले रैंप और महिला यात्रियों के लिए विशेष गुलाबी सीटें हैं। यह बसें सीसीटीवी कैमरों से लैस हैं, जो कश्मीरी गेट पर एक टूवे सेंट्रल कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (सीसीसी) से जुड़ी हैं। प्रत्येक बस में 10 पैनिक बटन और एक हूटर है। यह पहली प्रोटोटाइप बस आईपी डिपो से 27 किमी लंबे रूट पर चलेगी। यह बस एक बार चार्ज करने पर कम से कम 120 किलोमीटर तक चलेगी और करीब 1.5 घंटे में फुल चार्ज हो जाएगी।
दिल्ली की पहली इलेक्ट्रिक बस का यह होगा रूट-
दिल्ली की पहली इलेक्ट्रिक बस आईपी डिपो से आईटीओ एजीसीआर, तिलक मार्ग, मंडी हाउस, बाराखंभा रोड, कनॉट प्लेस, जनपथ, राजेश पायलट रोड, पृथ्वीराज रोड, अरबिंदो मार्ग, सफदरजंग, रिंग रोड, साउथ एक्सटेंशन, आश्रम, भोगल, जंगपुरा, इंडिया गेट, हाई कोर्ट और प्रगति मैदान होकर गुजरेगी।
दिल्ली में पहली बार सड़कों पर दौड़ रहीं 6900 बसें
केजरीवाल सरकार अपनी जनता की सुरक्षा और सुविधाओं का ध्यान रखते हुए अपनी सार्वजनिक परिवहन प्रणाली को मजबूत करने पर लगातार काम रही है। दिल्ली सरकार ने अपनी सार्वजनिक बस प्रणाली का काफी विस्तार किया है और वर्तमान में दिल्ली की सड़कों पर लगभग 6900 बसें चल रही हैं, जिसमें लो फ्लोर और स्टैंडर्ड फ्लोर एसी और नॉन एसी बसें शामिल हैं। दिल्ली में यह पहली बार है कि बेड़े की संख्या लगभग 6900 बसों की है। पुरानी बसें हटने के बाद क्लस्टर में 450 और नई बसें जोड़ी जा रही हैं। बीते शुक्रवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 100 बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किए थे। इसके अलावा, दिल्ली सरकार घुम्मनेहरा में 250 और बसें जोड़ने की योजना बना रही है। साथ ही, दिल्ली सरकार जल्द ही क्लस्टर बेड़े में 300 इलेक्ट्रिक बसें और डीटीसी के बेड़े में करीब 2000 नई इलेक्ट्रिक बसें भी शामिल करने जा रही है।
गूगल मैप पर बसों को ट्रैक कर कभी भी बुक कर सकते हैं टिकट
दिल्ली सरकार का पूरा बस बेड़ा गूगल मैप पर है और दिल्लीवासी कभी भी अपनी यात्रा की योजना बनाकर बसों को ट्रैक कर सकते हैं। कोई भी एक मिनट से भी कम समय में टिकट बुक करने के लिए दिल्ली सरकार के वन दिल्ली एप का उपयोग कर सकता है। दिल्ली सरकार सभी डिपो को इलेक्ट्रिक में बदल रही है। दिल्ली में पहले से ही 5 और डिपो बन रहे हैं। डीटीसी इलेक्ट्रिक बसों के लिए मुंडेला कलां, रोहिणी और राजघाट के अलावा, रोहिणी सेक्टर-37 (140 बसें), बुराड़ी (190 बसें) में क्लस्टर योजना के तहत 330 इलेक्ट्रिक बसों के लिए बस डिपो और 330 एसी इलेक्ट्रिक बसों को शामिल करने की निविदा प्रक्रिया में है। दिल्ली सरकार के पास दो स्थानों, हरि नगर एक और दो, और वसंत विहार में मल्टी लेवल बस पार्किंग सुविधाएं भी हैं।
दिल्ली में आने वाली इलेक्ट्रिक बसों का रूट प्लान इस प्रकार होगा-
1- राजघाट इलेक्ट्रिक फ्लीट में शामिल 50 बसों का यह होगा रूट प्लान
1- रूट नंबर- टीएमएस (माइनस)
आईएसबीटी कश्मीरी गेट से चलने वाली इलेक्ट्रिक बस का यह रूट करीब 48 किलोमीटर लंबा होगा। इस रूट पर 9 बसें चलेंगी।
2- रूट नंबर- 211
मेरी गेट से मयूर विहार फेस तीन (वाया पेपर मार्केट) का यह रूट करीब 19 किलोमीटर लंबा होगा। इस रूट पर 6 इलेक्ट्रिक बसें चलेंगी।
3- रूट नंबर-604
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन गेट दो से लाडो सराय टर्मिनल तक का यह रूट करीब 26.5 किलोमीटर लंबा होगा। इस रूट पर 10 इलेक्ट्रिक बसें चलेंगी।
4- रूट नंबर- टीएमएस (प्लस)
आईएसबीटी कश्मीरी गेट से चलने वाली बस का यह रूट 50.7 किमी लंबा होगा और इस रूट पर 9 बसें चलेंगी।
5- रूट नंबर- एयरपोर्ट एक्सप्रेस-4
आईएसबीटी कश्मीरी गेट से आईजीआई एयरपोर्ट गेट-3 तक के करीब 31.5 किमी लंबे इस रूट पर 14 बसें चलेंगी।
2- मुंडका कलां डिपो से चलने वाली 100 बसों का यह होगा रूट प्लान
1- रूट नंबर- 821
जफरपुर कलां से तिलक नगर तक का यह रूट 20 किलोमीटर लंबा होगा और इस रूट पर 5 बसें चलेंगी।
2- रूट नंबर- 835
ढांसा बॉर्डर से तिलक नगर तक का यह रूट 30.7 किमी लंबा होगा और इस रूट पर 10 बसें चलेंगी।
3- रूट नंबर-764
नजफगढ़ टर्मिनल से नेहरू प्लेस टर्मिनल तक का यह रूट 34.4 किमी लंबा होगा और इस रूट पर 25 बसें चलेंगी।
4- रूट नंबर- 978
नजफगढ़ टर्मिनल से आजादपुर टर्मिनल तक का यह रूट 26 किमी लंबा होगा और इस पर 20 बसें चलेंगी।
5- रूट नंबर-578
नजफगढ़ टर्मिनल से सफदरजंग टर्मिनल तक का यह रूट 37 किमी लंबा होगा और इस पर 20 बसें चलेंगी।
6- रूट नंबर 826
चौधरी ब्रह्म प्रकाश आयुर्वैदिक हास्पिटल खेरा डबार से तिलक नगर तक का यह रूट 25.7 किमी लंबा होगा और इस पर 5 बसें चलेंगी।
7- रूट नंबर- 539ए
नजफगढ़ टर्मिनल से लाडो सराय फिरनी रोड तक का यह मार्ग 33.9 किमी लंबा होगा और इस पर 10 बसें चलेंगी।
3- वैकल्पिक रिजर्व रूट प्लान इस प्रकार होगा-
1- रूट नंबर-708
नजफगढ़ टर्मिनल से नरेला टर्मिनल तक का यह रूट 45 किमी लंबा होगा और इस पर 10 बसें चलेंगी।
2-रूट नंबर- 817एन
नजफगढ़ टर्मिनल से मोरी गेट टर्मिनल तक का यह रूट 31.8 किमी लंबा होगा और इस पर 10 बसें चलेंगी।
3- रूट नंबर-923
नजफगढ़ टर्मिनल से पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन तक का यह रूट 30.4 किमी लंबा होगा और इस पर 10 बसें चलेंगी।