- केजरीवाल सरकार की प्रदूषण रोकथाम और पर्यावरण संरक्षण पहलों को प्रोफेशनल युवा आगे बढ़ाएंगे
- युवा प्रोफेशनल पर्यावरण प्रशासन और प्रबंधन को मजबूत करने में दिल्ली सरकार के पर्यावरण विभाग और डीपीसीसी का सहयोग करेंगे
वायु और जल प्रदूषण से संबंधित मुद्दों को हल करना प्रमुख प्राथमिकता होगी
नई दिल्ली, 02 फरवरी, 2022
दिल्ली सरकार ने आज 30 जूनियर पर्यावरण इंजीनियरों और 22 ग्रीन दिल्ली फेलो को नियुक्त किया है। इंजीनियर और फेलो सरकार के पर्यावरण प्रवर्तन और नियामक उपायों से जुड़े प्रयासों को मजबूती देंगे। सरकार के लिए पहले से ही यह उच्च प्राथमिकता पर हैं।
दिल्ली की हरित पहल में योगदान देने के लिए युवा ग्रीन फेलो दिल्ली सरकार द्वारा शुरू किए गए फैलोशिप कार्यक्रम का हिस्सा हैं। जबकि जूनियर पर्यावरण इंजीनियर दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) के लिए अतिरिक्त कर्मचारियों के रूप में कार्य करेंगे।
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि हरित दिल्ली फैलोशिप कार्यक्रम अरविंद केजरीवाल सरकार द्वारा दिल्ली के पर्यावरण को बेहतर करने के लिए युवा पेशेवरों के लिए शुरू की गई एक अनूठी पहल है। युवाओं को भर्ती करके डीपीसीसी को और भी मजबूत किया गया है। पिछले लगभग 3 दशकों में पहली बार 30 जूनियर पर्यावरण इंजीनियर भर्ती किए गए हैं।
पर्यावरण मंत्री की सलाहकार रीना गुप्ता ने कहा कि पर्यावरण विभाग द्वारा की जा रही पहलों को ग्रीन दिल्ली फेलो बढ़ावा देंगे। फेलोशिप इन युवा पेशेवरों को एक्सपोजर भी प्रदान करेगी। दिल्ली के पर्यावरण में बदलाव लाने के लिए अगले कुछ वर्षों तक साथ-साथ कार्य करेंगे। इससे उन्हें आने वाले समय में पर्यावरणविद् बनने में भी मदद मिलेगी।
दिल्ली सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी में फेलो और इंजीनियर वायु प्रदूषण से लेकर यमुना की सफाई, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन और अन्य पर्यावरणीय मुद्दों पर काम करेंगे। ग्रीन फेलो इन कार्यों के बीच डेटा विश्लेषण, फील्ड वर्क, शोध आदि में भी सहयोग करेंगे। नई भर्तियां वन विभाग को भी मजबूत करेंगी और सरकार के वानिकी कार्यक्रमों में मदद करेंगी।
पर्यावरण और वन विभाग के प्रधान सचिव संजीव खिरवार, पर्यावरण मंत्री की सलाहकार रीना गुप्ता, डीपीसीसी के सदस्य सचिव डॉ केएस जयचंद्रन ने 3 दिवसीय ऑनलाइन ओरिएंटेशन कार्यक्रम के दौरान ग्रीन फेलो और जेईई को संबोधित किया। ओरिएंटेशन कार्यक्रम युवा प्रोफेशनल को पर्यावरण शासन, वायु प्रदूषण, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान सहित अन्य विषयों से अवगत कराने के लिए डिज़ाइन किया गया था। सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च (सीपीआर), काउंसिल ऑन एनर्जी, एनवायरनमेंट एंड वॉटर (सीईईडब्ल्यू) और सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट (सीएसई) के विशेषज्ञों ने 3 दिवसीय कार्यक्रम के दौरान युवाओं को संबोधित किया।