- साउथ एमसीडी ने खुद स्वीकारा कि डीबीसी कर्मचारी पिछले 22 सालों से निरंतर सेवा दे रहे हैं- आप
- नियमित करना तो दूर, डीबीसी कर्मचारियों को सम्मानजनक पद तक नहीं दे रही बीजेपी एमसीडी- आप
- अरविंद केजरीवाल की प्रो-पीपल पॉलिसी ने जल बोर्ड के 700 कर्मचारियों को पक्का किया, डीबीसी कर्मचारियों की समस्या भी जल्द दूर होगी- आप
- सिर्फ 2 महीनों की बात है, जनता के अनुसार इस बार एमसीडी में आम आदमी पार्टी की जीत होगी- आप
नई दिल्ली: 13 फरवरी 2022
‘आप’ विधायक सोमनाथ भारती ने कहा कि हर बार नौकरी पक्की करने का झूठा आश्वाशन देकर भाजपा शासित एमसीडी डीबीसी कर्मचारियों को गुमराह कर रही है। साउथ एमसीडी ने खुद स्वीकारा कि डीबीसी कर्मचारी पिछले 22 सालों से निरंतर सेवा दे रहे हैं। लेकिन भाजपा की कुनीतियों और गंदी नियत ने कर्मचारियों का बुरा हाल कर रखा है। सोमनाथ भारती ने कर्मचारियों को आश्वशन देते हुए कहा कि सिर्फ 2 महीनों की बात है, जनता के अनुसार इस बार एमसीडी में आम आदमी पार्टी की जीत होगी। उसके बाद जिस प्रकार से अरविंद केजरीवाल की प्रो-पीपल पॉलिसी ने जल बोर्ड के 700 कर्मचारियों को पक्का किया है, डीबीसी कर्मचारियों को भी जल्द नियमित किया जाएगा। प्रेम चौहान ने कहा कि नियमित करना तो दूर, भाजपा शासित एमसीडी डीबीसी कर्मचारियों को सम्मानजनक पद तक नहीं दे रही है। पिछले 15 सालों से उनका शोषण कर रही है।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधायक सोमनाथ भारती ने रविवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेसवार्ता को संबोधित किया। सोमनाथ भारती ने कहा कि इस मंच से हमने कई बार एमसीडी कर्मचारियों की हालत और एमसीडी में व्याप्त भ्रष्टाचार के बारे में बताया है। भाजपा ने एमसीडी के हर विभाग को इस प्रकार से खोखला कर दिया है कि आज एमसीडी का हर कर्मचारी, हर अधिकारी त्रस्त है। एमसीडी में काम कर रहे व्यक्तियों का शोषण जिस प्रकार से हुआ है, आज उसका एक उदाहरण आपके सामने रखेंगे। इसके परिप्रेक्ष्य देखें कि पिछले दिनों, मेरे ख्याल से देश के इतिहास में पहली बार, दिल्ली जलबोर्ड के 700 कर्मचरियों को कच्चा से पक्का किया गया। उनको वह सम्मान मिला जिसकी उन्हें बरसों से मांग थी। पूरे देश में किसी भी सरकार ने इस प्रकार से कच्चे कर्मचारियों को नियमित करने का प्रयास नहीं किया। वहीं दूसरी तरफ, एमसीडी के अंदर और बाहर भी भाजपा की कुनीतियों और बदनियती ने कर्मचारियों का बुरा हाल कर रखा है। भाजपा जिस द्वेष की भावना से काम करती है उसका एक उदाहरण हम आपके सामने पेश करने जे रहे हैं।
जब-जब दिल्ली में कोई स्वास्थ्य संबंधी समस्या शुरू होती है, चाहे वह कोरोना हो, डेंगू हो, चिकनगुनिया हो, ऐसे में डीबीसी कर्मचारी यानी कि डॉमेस्टिक ब्रीडिंग चेकर ऐसी परिस्थिति का जायजा लेते हैं। पूरे कोरोनाकाल में उन्होंने अपनी जान को दांव पर लगाकर काम किया है। हर कर्मचारी का एक सपना होता है कि हमारी नौकरी पक्की कर दी जाए। नौकरी पक्का करना तो छोड़ दीजिए, भाजपा ने उन्हें कोई पद तक नहीं दिया। आज मैं आपको दिखाऊंगा कि इन्होंने गंदी राजनीति की पीएचडी हासिल कर रखी है। किस प्रकार से कुनितियों और भ्रष्टाचार में पीएचडी हासिल होती है, कोई व्यक्ति भाजपा से सीखे।
एक दस्तावेज को पढ़ते हुए सोमनाथ भारती ने कहा कि मेरे पास एक किताब है ‘दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की विशेष बैठक में नेता सदन श्री इंद्रजीत सहरावत द्वारा वर्ष 2021-22 के संशोधित बजट अनुमान तथा वर्ष 2022-23 के बजट अनुमानों पर व्यक्तव्य।‘ यह रिपोर्ट 10 फरवरी 2022 की है। इसमें जो लिखा हुआ है वह सुनकर आपकी रूह कांप उठेगी कि किस प्रकार से भाजपा डीबीसी कर्मचारियों को तरसा रही है। मैं पढ़कर सुना देता हूं। ‘महापौर महोदय, मैं प्रस्तावित करता हूं कि दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में 1155 डीबीसी कर्मचारी, जो पिछले 22 वर्षों से अनुबंध आधार पर काम कर रहे हैं। साउथ एमसीडी का जन-स्वास्थ्य विभाग इन कर्मचारियों से सेवा निरंतर लेता आ रहा है। मलेरिया, डेंगू तथा चिकगुनिया की बीमारी जब दिल्ली में हर वर्ष महामारी की तरह फैलती है, ऐसे में उनकी सेवाएं बहुत ही आवश्यक हो जाती हैं। इन कर्मचारियों की आयु भी 40-50 वर्ष हो चुकी है। यह कर्मचारी कहीं और नौकरी के लिए प्रार्थना पत्र भेजने के योग्य भी नहीं रह गए हैं। इन 1155 डीबीसी कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से नियमित करने के लिए योजना तथा नियम बनाए जाएं ताकि इन कर्मचारियों को नियमित किया जा सके।’
सोमनाथ भारती ने कहा कि तीनों निगमों को मिला लें तो डीबीसी कर्मचारियों की कुल संख्या 3500 है। निगम ने खुद माना है कि डीबीसी कर्मचारी लगातार उनकी सेवा करते रहे हैं। इसके बावजूद इन्होंने अभी भी नियम बनाए जाने की बात लिखी है। मतलब वह अभी भी कर्मचारियों को नियमित करने की बात नहीं कर रहे हैं। यह इनकी गंदी राजनीति का एक बड़ा सबूत है कि आज तक डीबीसी नाम का कोई पोस्ट नहीं है। एक बात बता दूं कि डीबीसी कर्मचारियों को जो न्यूनतम वेतन मिल रहा है, वह भी इसलिए कि अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में न्यूनतम वेतन अनिवार्य कर रखा है। अगर वह नहीं होता तो इनकी स्थिति क्या होती, आप अंदाज़ा लगाइए।
अब यह कह रहे हैं कि अब हम डीबीसी कर्मचारियों का मल्टीटास्किंग स्टाफ बनाएंगे। यानी कि उनको धोखा देने का एक और नया तरीका भाजपा शासित एमसीडी ने निकाल लिया है। उनके पद का नामाकरण तक नहीं है। पिछले 15 सालों में कई बार एमसीडी को चिट्ठियां भेजी गई हैं। जो हमारे पास मौजूद हैं। एक चिट्ठी 24 दिसंबर 2021 की है और एक चिट्ठी 13 नवंबर की है। हर बार की तरह इस बार भी उन्होंने कर्मचारियों को लॉलीपॉप पकड़ा दिया है कि आपको नियमित किया जाएगा। आम आदमी पार्टी डीबीसी कर्मचारियों के साथ खड़ी है। हमारी भाजपा से मांग है कि माना कि आप जाने वाले हैं लेकिन आप इस प्रकार से झूठ ना बोलें। आप बजट के माध्यम से बताना चाह रहे हैं कि हम नियम बनाएंगे। तो आपने खुद कह दिया है कि कर्मचारियों को पक्का करने वाली बात अभी भी संभव नहीं है।
मैं डीबीसी के सभी कर्मचारियों से कहना चाहूंगा कि सिर्फ 2 महीनों की बात है उसके बाद एमसीडी के चुनाव हैं। आपके साथ 22 सालों से अन्याय हो रहा है। भाजपा ने पिछले 15 सालों से आपके साथ अन्याय कर रही है। आपकी किसी ने सुध नहीं ली लेकिन आप हिम्मत ना हारें, सिर्फ 2 महीनों की बात है। दिल्ली की जनता के अनुसार इस बार एमसीडी में आम आदमी पार्टी का आना तय है। तो अरविंद केजरीवाल की जो प्रो-पीपल पॉलिसी है, जो कि जलबोर्ड में दिखा, आपके साथ भी पूरा न्याय किया जाएगा। जो 22 सालों से नहीं हुआ उसे आम आदमी पार्टी पूरा करेगी।
साउथ एमसीडी के नेता प्रतिपक्ष प्रेम चौहान ने कहा कि ‘ऐसा कोई सगा नहीं जिसको बीजेपी ने ठगा नहीं।’ भाजपा ने खुद स्वीकारा कि वह पिछले 15 सालों से डीबीसी कर्मचारियों से सेवा ले रहे हैं और उसके पहले 7 साल और उन्होंने जनता की सेवा की है। इसके बाद भी भाजपा ने इन्हें कोई सुविधा दी है। दुनिया इतनी हाइटेक हो गई है लेकिन डीबीसी कर्मचारियों को आज भी पिट्ठू पंप लेकर घूमना पड़ता है। जिसके पीछे पानी गिरता है, जिसके कारण कर्मचारियों की पीठ जल जाती है। मास्क तक उन्हें अपने पैसों से खरीदना पड़ा। अगर वह काम करते हुए ऊंचाई से गिर जाएं या एक्सिडेंट हो जाए, तो इसकी ज़िम्मेदारी लेने वाला भी कोई नहीं है। इसकी सुविधा भी उन्हें प्राप्त नहीं है। 22 साल हो गए हैं उन्हें काम करते हुए लेकिन भाजपा ने उनके लिए कुछ नहीं किया। हर बार दिवाली पर उन्हें पक्का करने की बात कही जाती है। पक्का करना तो छोड़ा, सम्मानजनक पद तक नहीं मिल रहा है।
इन्होंने आनन फानन में एक ऑर्डर निकाला है कि हम आपको एमटीएस बनाएंगे। एमटीएस/डीबीसी, तो डीबीसी तो पहले से ही पद नहीं था। आपने फिर से डीबीसी डाल दिया है। जबकी आप एमटीएस/अन्य कोई भी विभाग डाल सकते थे। कुल मिलाकर आपने फिर से उन्हें गुमराह करने का काम किया है। कर्मचारी 22 सालों से आपकी कुनीतियों और अत्याचार को सह रहा है। उन्हें आपकी हर बात समझ आती है, वह भ्रमित होने वाले नहीं हैं। आम आदमी पार्टी आपके साथ खड़ी है, आपके साथ न्याय होगा। आप चिंता ना करें, भाजपा के भ्रष्टाचार का अंत होने वाला है।