- जल मंत्री सत्येंद्र जैन ने शाहबाद कॉलोनी समूह में 80 किमी. और सिंघू कॉलोनी समूह में 10 किमी. लंबी सीवर लाइन बिछाने के लिए रखी आधारशिला
- यह दोनों सीवर लाइन नेटवर्क दिल्ली के सीवेज इंफ्रास्ट्रक्चर को और मजबूत करेंगी
- मौजूदा सीवर व्यवस्था में सुधार के निरंतर प्रयास यमुना नदी की सफाई की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा- सत्येंद्र जैन
- दिल्ली सरकार का लक्ष्य है कि दिल्ली की सभी कॉलोनियों को मुख्य सीवेज लाइनों से जोड़ना है, जिससे यमुना को स्वच्छ बनाया जा सके नई दिल्ली, 04 फरवरी, 2022
यमुना को प्रदूषण मुक्त करने की दिशा में केजरीवाल सरकार आज एक कदम और आगे बढ़ी है। दिल्ली के शाहबाद और सिंघू कालोनी समूह में सीवर लाइन बिछाई जाएगी। जल मंत्री सत्येंद्र जैन ने आज इसकी आधारशिला रखी। शाहबाद कॉलोनी समूह में 80 किलोमीटर लंबा सीवर लाइन नेटवर्क होगा, जबकि सिंघू कॉलोनी समूह में 10 किलोमीटर लंबा सीवर लाइन नेटवर्क होगा। यह मौजूदा बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और सभी सिवेज़ के उपचार के लिए एक अहम पहल है। वर्तमान में, शाहबाद कॉलोनी समूह के साथ-साथ सिंघू कॉलोनी समूह और गांवों में कोई सीवर नेटवर्क नहीं है। वर्तमान में, इन क्षेत्रों के सीवेज को पास के नालों में छोड़ा जा रहा है, जिससे यमुना नदी प्रदूषित हो रही है। यह सीवर लाइन का बिछने का काम, यमुना नदी में जल प्रदूषण को कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। जल मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि हमारा लक्ष्य दिल्ली की सभी कॉलोनियों को सीवेज लाइनों से जोड़ना है, जिससे सभी प्रकार सिवेज़ को सीधे नालियों में गिरने के बजाय एस.टी.पी के माध्यम से उपचारित किया जा सके। यह परियोजना हमें स्वच्छ यमुना के लक्ष्य की ओर ले जाएगा। सीवर लाइन डालने से क्षेत्र के स्वास्थ्य और स्वच्छता में सुधार होगा, क्योंकि खुले नालों में बहने वाले अपशिष्ट जल मच्छरों के प्रजनन और इलाके दुर्गंध संबन्धित समस्याओं का कारण बनते हैं।
शाहबाद कॉलोनी समूह में गुरुवार को जल मंत्री सत्येंद्र जैन ने सीवर लाइन परियोजना का शिलान्यास किया। यमुना नदी को साफ करने के प्रयासों के मद्देनजर केजरीवाल सरकार ने शाहबाद ग्रुप ऑफ कॉलोनी में 300 मि.मी से 700 मि.मी व्यास की आंतरिक और परिधीय सीवर लाइन की नींव रखी है। राजधानी में मौजूदा सीवेज इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए यह कदम उठाया गया है। यमुना की सफाई की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। क्षेत्र के चारों ओर बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए, शाहबाद जी.ओ.सी के तहत 16 अनधिकृत कॉलोनियों और 3 पुनर्वास कॉलोनियों में 80 किलोमीटर की सीवर लाइन बिछाई जाएगी। साथ ही क्षेत्र के निवासियों के लिए मैनहोल / चैंबर और घरों में सीवर कनेक्शन की व्यवस्था भी की जाएगी। क्षेत्र के सीवेज को सेक्टर 27 रोहिणी, जैन कॉलोनी और शिव विहार के लिफ्ट स्टेशन के माध्यम से मौजूदा रोहिणी और रिठाला एस.टी.पी तक पहुंचाया जाएगा, जहां इसका उपचार और निपटान किया जाएगा। इससे क्षेत्र और उसके आसपास रहने वाले लगभग 2.92 लाख लोगों को लाभ होगा। दौलतपुर बवाना, प्रहलाद विहार, गुप्ता कॉलोनी बवाना, जैन कॉलोनी (नानेश एन्क्लेव) ग्राम बरवाला बवाना रोड, पहलादपुर (बांगर) एक्सटेंशन, गांव पहलादपुर, कृष्ण कॉलोनी प्रह्लाद विहार रोहिणी, प्रहलाद विहार सेक्टर -25 रोहिणी के पास, शाहबाद एक्सटेंशन शाहबाद, विस्तारित आबादी गांव पहलादपुर बांगर लाल डोरा और (3 नंबर पुनर्वास कॉलोनी) सेक्टर -26, शाहबाद डेयरी ए, बी, सी, डी एंड एफ (स्क्वाटर), रोहिणी पुर्नवास कॉलोनी आदि कुछ अनधिकृत कॉलोनियां हैं, जिनके क्षेत्र की समग्र स्वच्छता की स्थिति में इस परियोजना के पूरा होने से सुधार होगा।
इसी तरह, मंत्री सत्येन्द्र जैन ने सिंघू ग्रुप ऑफ कॉलोनी में 10 किलोमीटर लंबी सीवर लाइन की नींव रखी। यह सीवर लाइन 2 अनधिकृत कॉलोनियों में और 1 पुनर्वास कॉलोनी सिंघू जी.ओ.सी में बिछाई जाएगी। दिल्ली में नरेला वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट प्लांट कैचमेंट एरिया के अंतर्गत आने वाली इस भीतरी और परिधीय सीवर लाइन में 300 मि.मी से 710 मि.मी का व्यास होगा। इस पहल से ग्राम सिंघू, सिंघू गाँव एक्सटेंशन और लाल डोरा ग्राम सिंघू में रहने वाले लगभग 15 हजार लोग लाभान्वित होंगे। जल मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि वर्तमान में, क्षेत्र का सीवेज प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से नालों के जरिये यमुना नदी में पहुँच जाता है, जिससे यमुना नदी प्रदूषित होती। इन सीवर लाइन के पड़ जाने से सारा सिवेज़ ट्रीट हो जाय करेगा।
इससे पहले, गोकुलपुर विधानसभा क्षेत्र की 8 अनधिकृत कॉलोनियों से उत्पन्न सीवेज को यमुना विहार सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट में आगे के उपचार के लिए पंप करने के उद्देश्य से हर्ष विहार में एक सीवेज पंपिंग स्टेशन की आधारशिला रखी गई थी। हर्ष विहार में हाल ही में शुरू किया गया यह सीवेज पंपिंग स्टेशन सीवेज को यमुना नदी में मिलने से रोकेगा, जिससे यमुना साफ होगी। अपने निरंतर प्रयासों से, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली सरकार यमुना की सफाई के अपने उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए दिन-रात काम कर रही है।