सरदार भगत सिंह सुखदेव राजगुरु स्वतंत्रता प्राप्ति के असली नायक थे वह एक ऐसे आजाद भारत का सपना देखते थे जिसमें गरीब व्यक्ति के हाथ में सत्ता हो जिससे उनका शोषण ना हो सके सरदार भगत सिंह के विचार आज ही युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत हैं इंकलाब की भावना आज के दौर के युवाओं में होना बहुत आवश्यक है तभी हम इस आजादी की रक्षा कर पाएंगे विचार नगर इंदरगढ़ के अंबेडकर पार्क में शहीद दिवस पर आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में शिवचरण जाटव शिक्षक अजाक्स जिला अध्यक्ष ने अपने वक्तव्य में कहे!
वही युवा ब्लॉक अध्यक्ष संजय पहलवान सिंह राणा ने अपने वक्तव्य में कहा की भगत सिंह भारत की आजादी की क्रांति का वह अमिट नाम है जिस की गौरव गाथा युगों युगों तक कहीं जाएंगे भारत की आजादी में भगत सिंह के योगदान को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता आने वाली पीढ़ियां और हम सभी भगत सिंह के हमेशा ऋणी रहेंगे , बबलू राज कुशवाहा पत्रकार ने अपने व्यक्तित्व में आखरी संदेश भगत सिंह का 22 मार्च का उसको बताते हुए, , कुशवाहा ने भगत सिंह का संदेश पढ़ते हुए कहा दिलेराना, ढंग से हंसते-हंसते मेरे फांसी चढ़ने की सूरत में हिंदुस्तानी माताएं अपने बच्चों के भगतसिंह बनने की आरजू किया करेंगे , कार्यक्रम की , अध्यक्षता एवं आभार व्यक्त माता प्रसाद जाटव किया संचालन राजू इटोरिया ने किया , कार्यक्रम में सभी साथी उपस्थित रहे हरगोविंद अन्ना पूर्व पार्षद कोमल बाल्मिक चाचा खान, मनोज जाटव अमित कैन , मातादीन जाटव मुख्य रूप से उपस्थित रहे, सभी ने उनको माल्यार्पण कर पुष्प अर्पित किये।