द्वारा : नवनीत चतुर्वेदी
मनोज सोनी जी हैं, जिन्हें हालिया UPSC का चेयरमैन बनाया गया हैं, देश में कौन आईएएस आईपीएस बनेगा यह तय करने का जिम्मेदार ओहदा है।
आपको जानकर हैरत होगी कि मनोज सोनी जी साधु हैं, निष्कर्म कर्मयोगी हैं, आनंद मिशन संस्था (स्वामी नारायण संप्रदाय) के..।
इनका बचपन मुंबई के फुटपाथ पर अगरबत्ती बेचते हुए निकला हैं, पिता की असमय मृत्यु के बाद आनंद मिशन संस्था ने इन्हें पढ़ाया लिखाया, पॉलिटिकल साइंस के विद्यार्थी रहे मनोज सोनी जी पर चन्द्रगुप्त और उनके यूएस स्थित गुरुकुलों की कृपा रही हैं।
जिसकी बदौलत सोनीजी गुजरात में दो अलग अलग यूनिवर्सिटी के वाईस चांसलर भी रहे- सरदार पटेल यूनिवर्सिटी अहमदाबाद और एमएस यूनिवर्सिटी वडोदरा।
सोनीजी इंडिया यूएस डिप्लोमेटिक रिलेशन के एक्सपर्ट हैं। इस विषय पर एक किताब understanding the global political earthquake लिख चुके हैं।
इतनी भूमिका से स्पष्ट हो चुका होगा कि सोनीजी कितना महत्वपूर्ण रोल अदा किए होंगे। 2005 से 2008 एक जगह वाईस चांसलर रहे और 2009 से 2015 तक दूसरी जगह रहे।
चन्द्रगुप्त के मजबूत इंटरनेशनल थिंक टैंक के एक प्रमुख किरदार रहे मनोज सोनी जी को इस अहम पद पर नियुक्त होने की ढेरों शुभकामनायें, आशा करते हैं कि वो यहां भी अपना दायित्व बखूबी निभायेंगे..।
नोट :— मोरल ऑफ़ स्टोरी महंगे कान्वेंट स्कूलों में पढ़ कर आज तक किसी को कुछ हासिल नहीं हुआ है, फुटपाथ से निकले हुए और धार्मिक संस्थाओं के आश्रम में पले पढ़े मनोज सोनी आज बतौर upsc अध्यक्ष मिसाल कायम कर चुके हैं क़ि गुरुकुल से बड़ा कोई नहीं हैं..।
संवैधानिक संस्थाओं, नौकरशाही और सरकारी विभागों में आरएसएस दीमक की तरह घुस गई है, जिसे बाहर निकालना नामुमकिन हैं।
60 की उमर में मुझे भी आस हो चली है कि मैं अभी भी IAS बन सकता हूं, अगर बीजेपी join कर लूं l
BJP में शामिल हो जाओ। आज ही मिस कॉल किजिये l