केवल भावनगर नहीं बल्कि गुजरात के सभी सरकारी स्कूलों का हाल बदहाल, गुजरात के अलग-अलग हिस्से से लोग भेज रहे खस्ताहाल पड़े सरकारी स्कूलों की फोटो जहाँ पढ़ाई और इंफ्रास्ट्रक्चर के नाम पर होती है केवल खानापूर्ति- मनीष सिसोदिया
गुजरात के मुख्यमंत्री अपने शिक्षामंत्री के साथ दिल्ली आकर देखे व सीखे, पिछले 7 सालों में केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में एक भी ऐसा सरकारी स्कूल ऐसा नहीं छोड़ा जहाँ मौजूद न हो बेसिक सुविधाएं- मनीष सिसोदिया
केजरीवाल सरकार ने अपने सभी स्कूलों के लिए तैयार किया मिनिमम बेंचमार्क, गुजरात की तरह सरकारी स्कूलों में बच्चों को मकड़ी के जालों से अटे-खस्ताहाल पड़े स्कूल में पढ़ने को नहीं किया मजबूर – मनीष सिसोदिया
14 अप्रैल, नई दिल्ली
“गुजरात के शिक्षामंत्री के गृहनगर भावनगर में सरकारी स्कूलों का हाल खस्ताहाल है| स्कूलों की ये हालत है जैसे किसी कबाड़ख़ाने के दरवाजे खोल कर बच्चों को वहां पढ़ने के लिए बैठा दिया हो| गुजरात के स्कूलों की दीवारें मकड़ी के जालों से अटी पड़ी है, चारों तरफ गंदगी है, पीने का पानी नहीं है, शौचालय नहीं है, बुनियादी सुविधाएं नहीं है|” आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता व दिल्ली के उपमुख्यमंत्री ,मनीष सिसोदिया ने गुरुवार को एक प्रेस-कांफ्रेंस के दौरान ये बातें कही| श्री सिसोदिया ने कहा कि आजादी के 75 वीं साल में गुजरात में जहाँ भाजपा 27 सालों से सत्ता काबिज है वहां स्कूलों की हालत इतनी ख़राब है| उन्होंने कहा कि हो सकता है कि गुजरात के सभी स्कूल ऐसे न हो लेकिन 27 साल से सरकार में होने के बाद अगर गुजरात में 1 भी ऐसा खस्ताहाल स्कूल है तो ये देश के लिए ठीक नहीं है|
श्री सिसोदिया ने बताया कि उनके गुजरात में स्कूल विजिट करने के बाद से गुजरात के अलग-अलग हिस्से से लोग खस्ताहाल पड़े सरकारी स्कूलों की फोटो भेज रहे है| और बता रहे है कि गुजरात के बाकि सरकारी स्कूल भी खस्ताहाल है जहाँ पढ़ाई और इंफ्रास्ट्रक्चर के नाम पर केवल खानापूर्ति होती है|
श्री सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली में सरकार में आते ही हमने पिछले 5-7 सालों में प्रतिबद्धता के साथ ये सुनिश्चित किया है कि हमारे स्कूल वर्ल्ड-क्लास कैसे बने लेकिन साथ में ये भी सुनिश्चित किया कि हमारे हर स्कूल के लिए एक मिनिमम बेंचमार्क भी तैयार हो ताकि कोई भी स्कूल उस बेंचमार्क से नीचे न हो| इसलिए आज दिल्ली का एक भी सरकारी स्कूल ऐसा नहीं हैं जहाँ बच्चे मकड़ी के जालों के नीचे बैठ कर पढ़ते हो या जहाँ शौचालय, पीने का पानी, डेस्क आदि जैसी बुनियादी सुविधाएं मौजूद न हो|
श्री सिसोदिया ने बताया कि उन्होंने चिट्ठी लिखकर गुजरात के मुख्यमंत्री व शिक्षामंत्री को दिल्ली आकर यहां के सरकारी स्कूलों को देखने के लिए आमंत्रित किया है ताकि वो आकर देख सके और सीख सकें कि पिछले 7 सालों में दिल्ली सरकार ने देश में एक भी ऐसा स्कूल नहीं छोड़ा है जहाँ गंदगी हो या बेसिक सुविधाएं मौजूद नहीं हो|
श्री सिसोदिया ने नसीहत देते हुए कहा कि अगर भाजपा को गुजरात के सरकारी स्कूलों को ठीक करने की रूचि नहीं है तो गुजरात के लोग भी मन बना चुके है और उनके पास आम आदमी पार्टी के रूप में एक ऐसी सरकार चुनने का विकल्प है जो 5 साल में पूरे गुजरात के सरकारी स्कूलों को बदल देगी|
ज्ञात हो कि आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता व दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया द्वारा पिछले दिनों गुजरात में वहां के शिक्षामंत्री जीतू भाई बघानी के गृहक्षेत्र भावनगर के सरकारी स्कूलों की पोल खोली| इसके बाद अब लगातार गुजरात के विभिन्न हिस्सों से लोग वहां के खस्ताहाल पड़े सरकारी स्कूलों की फोटो भेज रहे है| मनीष सिसोदिया ने इस बाबत गुजरात के मुख्यमंत्री व शिक्षामंत्री को दिल्ली आकर यहां के सरकारी स्कूलों को देखने व उससे सीखने की बात कही|