औरैया- पंचायत सचिव सर्वेश दुबे द्वारा चार ग्राम पंचायतों के खातों से लाखों रुपया निकाल कर सरकारी धन का दुरुपयोग करने का मामला सामने आया है। पंचायत सचिव द्वारा किये गए इस गोलमाल की खबर से पंचायत महकमे में खलबली मची हुई है। खास बात यह है कि सचिव सर्वेश दुबे ने यह धोखाधड़ी अवकाश के दिनों में किया। ग्राम प्रधानों ने जिलाधिकारी प्रकाश चंद्र श्रीवास्तव से शपथ पत्र के साथ शिकायत की है। धोखाधड़ी कर सरकारी धन का दुरुपयोग करने के मामले में पिछले पंचवर्षीय में भी पंचायत सचिव निलंबित हो चुका है।
औरैया विकास खंड के ग्राम जैतपुर, जमालीपुर, उद्यमपुर और प्रयागपुर के पंचायत सचिव सर्वेश दुबे ने जिला पंचायत राज अधिकारी, औरैया से 11 अप्रैल 2022 से 10 दिन का अवकाश लिया था। अवकाश पर जाने के बाद पंचायत सचिव सर्वेश दुबे ने उक्त ग्राम पंचायतों का डोंगल उपयोग करते हुए पंचायतों के खातों से लाखों रुपया निकाल लिया। खास बात यह है कि जिन फर्मों के नाम सचिव ने भुगतान किया है उन्हें कोई भी ग्राम प्रधान जानता तक नहीं है। ग्राम पंचायतों का डोंगल ग्राम प्रधानों के पास रहता है। पंचायत सचिव ने ईयर बुक क्लोज करने की बात कहकर उक्त ग्राम प्रधानों को पिछले 31 मार्च की रात में अपने घर बुलाया और सभी से डोंगल ले लिया था। ग्राम प्रधानों ने जब डोंगल का उपयोग अपने सामने करने को कहा तो सचिव सर्वेश दुबे ने नेटवर्क का बहाना बना कर उन्हें टरका दिया और अवकाश लेकर 11 अप्रैल से 17 अप्रैल 2022 तक उक्त सभी ग्राम पंचायतों के खातों से लाखों रुपये निकाल लिए। सचिव ने जिन फर्मों के नाम ग्राम पंचायतों से पैसे निकाले उन फर्मों के बारे में ग्राम प्रधानों को कोई जानकारी भी नहीं है। ग्राम प्रधानों ने शपथ पत्रों के साथ जिलाधिकारी प्रकाश चंद्र श्रीवास्तव से पंचायत सचिव की शिकायत की है। सचिव द्वारा किये गए इस धोखाधड़ी से पंचायत महकमे में खलबली मची है।
गौरतलब है कि आरोपी पंचायत सचिव सर्वेश दुबे ने पिछले पंचवर्षीय में भी कुछ इसी प्रकार का कार्य करके सरकारी धन का दुरुपयोग किया था। सदर ब्लॉक के समरथपुर में ऐसे जगह सड़क का निर्माण कराकर सरकारी धन से भुगतान कर दिया था जहां कोई बस्ती ही नहीं थी। इस मामले में प्रशासन ने आरोपी सर्वेश दुबे को निलंबित कर दिया था।