- भाजपा शासित एमसीडी अब झूठ बोल रही है कि हमने मेनिफेस्टो में ऐसी कोई बात नहीं कही- सौरभ भारद्वाज
- अपने झूठ को छुपाने के लिए भाजपा शासित एमसीडी ने अपना मेनिफेस्टो हर जगह से हटा दिया- सौरभ भारद्वाज
- एमसीडी फंड पर सवाल करने के लिए एक महिला पत्रकार पर भड़के भाजपा मेयर श्याम सुंदर, कहा- दिखाओ कहां है मेनिफेस्टो- सौरभ भारद्वाज
- एमसीडी के मेनिफेस्टो और मनोज तिवारी के वीडियो से स्पष्ट है कि भाजपा ने दिल्ली की जनता के साथ धोका किया है- सौरभ भारद्वाज
केंद्र सरकार भी दिल्ली निगम के झूठ और भ्रष्टाचार से परिचित, नहीं दिया एक रुपए का फंड
- केंद्र सभी निगमों को प्रति वर्ष 400 रुपए प्रति व्यक्ति देती है, उसके अनुसार पिछले 15 सालों का करीब 25000 करोड़ का फंड बनता है- सौरभ भारद्वाज
नई दिल्ली, 6 जनवरी 2022
आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि केंद्र सरकार भी दिल्ली निगम के झूठ और भ्रष्टाचार से परिचित है इसलिए निगम को एक रुपया देने को तैयार नहीं है। केंद्र सभी निगमों को प्रति वर्ष 400 रुपए प्रति व्यक्ति देती है, उसके अनुसार पिछले 15 सालों का करीब 25000 करोड़ का फंड बनता है। लेकिन निगम को केंद्र से एक पैसा नहीं मिला है। एमसीडी के 2017 के चुनाव में भाजपा ने अपने मेनिफेस्टो में कहा था कि निगम का सारा फंड हम सीधा केंद्र सरकार से लेंगे। लेकिन अपनी ही बात से मुकर रहे हैं कि हमने मेनिफेस्टो में ऐसी कोई बात नहीं कही। और कोई उनका यह झूठ पकड़ न सके इसलिए इन्होंने मेनिफेस्टो को हर जगह से हटा दिया। जब एक महिला पत्रकार ने ईस्ट एमसीडी के मेयर श्याम सुंदर से फंड को लेकर सवाल किया तो वह उसपर भड़क उठे और कहा कि दिखाओ, कहां है मेनिफेस्टो। उन्होंने कहा कि एमसीडी के मेनिफेस्टो और मनोज तिवारी के वीडियो से स्पष्ट है कि भाजपा ने दिल्ली की जनता के साथ धोका किया है।
आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता और ग्रेटर कैलाश से विधायक सौरभ भारद्वाज ने गुरुवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेसवार्ता को संबोधित किया। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि आज हम आपको भाजपा शासित दिल्ली नगर निगम के नेताओं की एक प्रेस वार्ता का अंश आपको दिखाना चाहते हैं। जिसमें फंड का रोना, जो कि पिछले 10 वर्षों से भाजपा की आदत बनी हुई है, उसका रोना निगम के लोग पत्रकारों के आगे कर रहे हैं। एक महिला पत्रकार ने निगम के नेताओं से पूछा कि 2017 में हुए दिल्ली निगम के चुनाव के दौरान भाजपा के मेनिफेस्टो में कहा गया था कि “हम अब दिल्ली सरकार से नहीं बल्कि सीधा केंद्र सरकार से पैसा लेंगे। अबतक दिल्ली को कूड़ा-कूड़ा किया गया है, वह हालात अब नहीं होंगे क्योंकि फंड सीधा केंद्र सरकार से लिया जाएगा।”
अब दिल्ली नगर निगम के लगभग पांच साल पूरे हो गए हैं और जब यह सवाल पूछा गया तो एमसीडी के नेता भड़क गए। उल्टा पत्रकार को धमकाने लगे कि कहां है मनिफेस्टो, हमें दिखाओं कहां है मेनिफेस्टो? आज हम आपके सामने दिल्ली नगर निगम का मेनिफेस्टो भी लाए हैं, उस वक्त के दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी का इंटरव्यू का वीडियो भी लाए हैं, जिसमें इन्होंने कहा था कि हम सीधा केंद्र सरकार से फंड लेकर आएंगे।
मीडिया को निगम का पहला वीडियो दिखाते हुए सौरभ भारद्वाज ने कहा कि सबसे पहले हम आपको वह वीडियो दिखाएंगे जिसमें निगम के नेताओं की पत्रकारों से बातचीत हुई है। इस वीडियो में आप साफ देख सकते हैं कि ईस्ट एमसीडी के मेयर श्याम सुंदर किस घमंड से पत्रकार को धमका रहे हैं। यह मामला सिर्फ पत्रकार का नहीं है। कल को यह लोग वोट मांगने जाएंगे और कोई आदमी इनसे पूछेगा कि आपने अपने मेनिफेस्टो में यह बात कही थी। तो यह लोग तो उन्हें मेनिफेस्टो दिखाने की बात करने लगेंगे। तो क्या अब दिल्ली के लोगों को मेनिफेस्टो की कॉपी साथ लेकर घूमना होगा? यदि लोग उन्हें मेनिफेस्टो दिखा भी दें तो निगम के नेता तो कहेंगे कि यह हमारा नहीं है, यह मेनिफेस्टो झूठा है। इसपर मेरा साइन दिखाओ, मेरी मोहर दिखाओ! यह सीधा-सीधा राजनीतिक बैमानी है। यह सीधा-सीधा जनता के साथ धोका है। यह सीधा-सीधा सीना-जोरी है। यह सीधा-सीधा ऐसा है कि उल्टा चोर कोतवाल को डाटे। मतलब चोरी आपने की है, मेनिफेस्टो में आपने झूठ बोला है। और जब आपसे सवाल पूछा जाता है तो आप कहते हैं कि हम नहीं मानते, हमें मेनिफेस्टो की कॉपी दिखाओ।
एमसीडी के मेनिफेस्टो की छपी कुछ खबरों का हवाला देते हुए ‘आप’ नेता ने कहा कि यह आत्मविश्वास इसलिए भी आ रहा है क्योंकि भारतीय जनता पार्टी इतनी शातिर है कि वह हर संभव कोशिश करते हैं कि चुनाव के बाद मेनिफेस्टो को हर जगह से गायब कर दिया जाए। हर वेबसाइट से गायब कर दिया जाए ताकी लोगों को याद ही न रहे कि इन्होंने क्या वादे किए थे। यह हिंदुस्तान टाइम्स की वेबसाइट पर भाजपा का छपा हुआ इंटरव्यू है। दिल्ली के सांसद और उस वक्त दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी का इंटरव्यू छपा था। अच्छी बात यह है कि उस खबर की जो हेडलाइन है वह कहती है कि हम सुनिश्चित करेंगे कि एमसीडी के लिए फंड सीधा केंद्र सरकार से मिले।
दूसरी खबर आजतक की है क्योंकि निगम ने अपनी साइट से तो सबकुछ हटा दिया है। आजतक की एक रिपोर्ट में इनके मेनिफेस्टो की कॉपी भी छापी गई है। खबर की हेडलाइन यह है, ‘बीजेपी ने जारी किया मेनिफेस्टो, 10 रुपए में देंगे खाना’। नीचे मेनिफेस्टो की कॉपी है, जिसका तीसरा पॉइंट कहता है कि नगर निगमों का फंड नगर निगमों को ही मिले इसके लिए हम प्रयास करेंगे कि कानूनी तौर पर जो राशि निगमों की है उसे दिल्ली सरकार तुरंत जारी करे। यदि दिल्ली सरकार निगमों को देय राशि नहीं देती है तो केंद्र उसे सीधे निगमों को दे और दिल्ली सरकार को केंद्र द्वारा दी जाने वाली राशि में से उसे काटकर निकाल लें। अब यह बताइए कि वीडियो में जिस प्रकार से धमकाया जा रहा है और कल को यह दिल्ली की जनता को धमकाएंगे कि कहां है मेनिफेस्टो? तो लीजिए यहां है आपका मेनिफेस्टो।
मेनिफेस्टो से जुड़ा भाजपा नेता मनोज तिवारी का वीडियो दिखाते हुए सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मात्र 5 मिनट की रिसर्च से हमें सबकुछ मिल गया। यह मनोज तिवारी का वीडियो है जो इंटरनेट पर उपलब्ध है, ट्विटर पर उपलब्ध है। इसमें उन्होंने कई बार स्पष्टतौर पर यही बात कही, अपने संकल्प पत्र में बीजेपी ने यही बात कही और उसके बाद केंद्र सरकार ने इनको एक रुपया भी नहीं दिया। उसका कारण क्या है? क्योंकि केंद्र सरकार जानती है कि एमसीडी बहुत बैमान संस्था है। एमसीडी में आप कितना भी पैसा डाल दो, वह सारा पैसा हजम कर दिया जाएगा, कर्मचारियों को फिर भी तनख्वाह नहीं दी जाएगी। इसलिए केंद्र सरकार ने भी एक रुपया एमसीडी को नहीं दिया।
केंद्र को पता है कि इन्होंने 2017 के चुनाव के दौरान दिल्ली की जनता से झूठ बोला था। उस दौरान भी जनता इनसे छुटकारा पाना चाहती थी लेकिन इन्होंने 2 झूठ बोले। पहला झूठ कि हमने अपने सारे पार्षद बदल दिए, जो बैमान थे, जो निकम्मे थे, जो नकारे थे, हमने सबको बदल दिया है। उनके परिवार के किसी भी व्यक्ति को हम टिकट नहीं देंगे। जो नए पार्षद आए हैं वह ईमानदार हैं, उनको आप वोट दीजिए। वास्तव में इनके नए पार्षदों के भ्रष्टाचार की कीर्तिमान आप खुद देख सकते हैं। किसी से कुछ छुपा नहीं है। दूसरा झूठ, जो दिल्लीवालों के साथ सबसे बड़ा धोखा साबित हुआ है, इन्होंने कहा कि हम एमसीडी के लिए फंड सीधा केंद्र सरकार से लाएंगे लेकिन एक रुपया भी इन्हें नहीं मिला।
हमने जब इनका झूठ देखा और यह समझा कि यह तो पैसा लाएंगे नहीं तो दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी तरफ से मई 2016 में यह पत्र लिखा और इसके बाद भी कई बार विधानसभा के अंदर कई विधायकों ने इस मुद्दे को उठाया। हमने कई बार प्रेस वार्ता भी की और इसबार भी मनीष सिसोदिया जी ने वित्त आयोग के सामने यह बात उठाई कि दिल्ली के नगर निगमों को केंद्र फंड दे। केंद्र की सरकार सभी निगमों को 400 रुपए प्रति व्यक्ति प्रति वर्ष देती है। उसके अनुसार यदि पिछले 15 सालों की राशि देखें तो करीब 25000 करोड़ रुपए बनता है जो केंद्र सरकार को निगम को देना है। लेकिन केंद्र ने एमसीडी को एक पैसा नहीं दिया।
आज एमसीडी के मेयर लोगों को, पत्रकारों को यह कहकर धमका रहे हैं कि कहां है मेनिफेस्टो, हमें दिखाओ। इसलिए हमने इस मेनिफेस्टो की कॉपी को ट्वीट किया है और यह वीडियो भी साझा करेंगे। आप लोगों से भी यह निवेदन है कि आप लोग इन्हें याद दिलाइए कि इन्होंने मेनिफेस्टो में कहा था कि अबसे पैसा केंद्र सरकार से मिलेगा। इसबार के चुनाव में भी भाजपा यही कह रही है कि केद्र सरकार से अब हमारी बात हो गई है। अब हमारे पास वहां से पैसा आएगा। वास्तव में इनके पास एक पैसा नहीं आने वाला है क्योंकि हम जानते हैं कि यह लोग बैमान हैं। केंद्र जानती है कि यह लोग बैमान हैं, उन्हें तो निगम के बारे में सब मालूम है। केंद्र से निगम को कोई पैसा नहीं मिलने वाला है।