- कोरोना की पिछली लहर की तुलना में इस लहर में अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या 6 गुना तक कम है- सत्येंद्र जैन
- कोविड के गंभीर लक्षण होने पर ही अस्पताल जाएं, होम आइसोलेश में इलाज संभव है- सत्येंद्र जैन
- होम आइसोलेशन की अवधि 14 दिन से घटा कर 7 दिन कर दी गयी है, लक्षण गंभीर हों तो ही अस्पताल का रुख करें- सत्येंद्र जैन
नई दिल्ली, 07 जनवरी, 2021
दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने शुक्रवार को प्रेस को संबोधित करते हुए कोरोना वायरस को लेकर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दिल्ली में कल कोविड के कुल 15,097 नए मामले सामने आये है। पॉजिटिविटी दर 15.34 फीसदी रही है। कोरोना का ओमिक्रोन वेरिएंट बहुत तेज़ी से फ़ैल रहा है। दिल्ली में एक्टिव केस की सख्या 31,498 हो गई है। ऑमिक्रॉन वेरिएंट से घबराने की कोई जरूरत नहीं है। विशेषज्ञों ने भी स्पष्ट किया है की कोरोना का ओमिक्रोन वेरिएंट माइल्ड और कम घातक है।
उन्होंने निर्माण मजदूरों को आश्वस्त करते हुए बताया कि दिल्ली में साप्ताहिक कर्फ्यू लगा है, लॉक डाउन नहीं। इसलिए मजदूरों एवं प्रवासी कामगारों को चिंता करने की जरूरत नहीं है दिल्ली में केवल साप्ताहिक प्रतिबंध लागू है। कोरोना की रोकथाम के लिए मास्क लगाना और सोशल डिस्टन्सिंग का पालन करना ही बचाव के सबसे बेहतरीन उपाए है। गंभीर लक्षण होने पर ही अस्पतालों का रुख करें। होम आइसोलेशन में इलाज संभव है। होम आइसोलेशन की अवधि घटा कर 7 दिन कर दी है। 7 दिन के होम आइसोलेशन ख़त्म होने के अगर 3 दिन तक बुखार नहीं आता तो टेस्ट करने की कोई आवश्कता नहीं है, आप अपने काम पर वापस लौट सकते हैं।
स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि दिल्ली सरकार ने कोरोना की रोक-थाम के लिए कड़े नियम लागू किए हैं। जिम, स्कूल कॉलेज और अनावश्क स्थलों को बंद कर रखा गया है। दिल्ली में लॉकडाउन नहीं लगा है। निर्माण कार्य पहले की तरह सामान्य रूप से चलता रहेगा। मजदूरों एवं प्रवासी कामगारों को घबराने की कोई जरूरत नहीं है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली के अस्पतालों में कुल 1091 मरीज भर्ती हैं, जिसमें से 869 दिल्ली के मरीज है। कोरोना की पहली लहर से तुलना करें तो इस बार अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या 6 गुना तक कम हुई है। दिल्ली में कोविड की यह पांचवी लहर है और इसका पीक कुछ ही हफ्तों या दिनों में आ सकता है। दिल्ली में कुछ स्वास्थ कर्मियों, डॉक्टर और अन्य मेडिकल स्टाफ के पॉजिटिव होने के मामले भी सामने आये हैं। हालांकि यह संख्या बहुत कम है। उन सभी का इलाज़ चल रहा है और उम्मीद है कि वे जल्द ही स्वस्थ हो कर वापस लौटेंगे। स्वास्थ विभाग की ओर से गंभीर से गंभीर परस्थिति से निपटने के लिए सभी संसाधनों, चिकित्सा केन्द्रों और अस्पतालों को तैयार रखा गया है। हम सभी लोगों से अनुरोध करते हैं कि गंभीर लक्षण होने पर ही अस्पताल जाएं। मामूली लक्षण नज़र आने पर न घबराएं। गंभीर लक्षण महसूस होने पर ही अस्पताल जाएं। होम आइसोलेशन में इलाज़ संभव है।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों से कोरोना से जुड़े नियमों का पालन करने का आग्रह किया। उन्होंने लोगों से सार्वजनिक जगहों पर सुरक्षा के लिए मास्क पहनने और सोशल डिस्टन्सिंग का पालन करने का निवेदन किया और कहा कि केवल सावधानी ही इसका बचाव है। अनावश्यक कार्यों के लिए घर से बाहर न निकलें।