यदि कोई नास्तिक है…..

यदि कोई मनुष्य नास्तिक है, और वह किसी ईश्वर, अल्लाह या किसी भी धर्म के प्रति कतई भी आस्थावान नहीं है तो इसका अर्थ यह भी नहीं कि यह लड़ाई उस व्यक्ति और काल्पनिक ईश्वर के बीच की आपसी लड़ाई है।बल्कि अपनी अपनी मान्यताएं और भावनाएं है। इसका मतलब यह भी नहीं कि आस्तिक व्यक्ति […]

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AAP MP Raghav Chadha chosen as a Young Global Leader for 2022 by the prestigious World Economic Forum

It is because of CM Arvind Kejriwal’s transformational leadership that millions of youngsters like myself started believing that honest politics is possible: Raghav Chadha NEW DELHI Aam Aadmi Party Senior Leader and Rajya Sabha Member Shri Raghav Chadha was honoured as a Young Global Leader for 2022 by the World Economic Forum on Wednesday. The […]

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“आप” के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा प्रतिष्ठित संस्था ‘वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम’ द्वारा ‘यंग ग्लोबल लीडर 2022’ के खिताब से सम्मानित किए गए

राज्यसभा में राघव चड्ढा सबसे कम उम्र के सांसद हैं, पंजाब से निर्विरोध राज्यसभा के लिए चुने गए हैं दिल्ली में कोविड-19 महामारी के दौरान राघव चड्ढा ने अपने विधानसभा क्षेत्र के निवासियों के लिए बहुत ही कड़ी मेहनत की थी यह खिताब केजरीवाल स्कूल ऑफ पॉलिटिक्स का सम्मान है जो एक नए सशक्त भारत […]

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Cooperatives Minister Rajendra Pal Gautam inaugurates a training session organized by Registrar of Co-operative Societies in Delhi today

All the officers will be able to settle all the pending cases at the earliest through the training – Rajendra Pal Gautam We have to uproot malpractices and corruption from cooperative societies – Rajendra Pal Gautam New Delhi Cooperatives Minister Shri Rajendra Pal Gautam inaugurated the training session organised by the Registrar of Cooperative Societies […]

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मेरे भारतीय भाईयों को समपिॅत भारतीय समाज हितार्थ

(1) लोकतंत्र /लोकशाही के पालन के पहलू यानी लोकतंत्र किसे कहते हैं ❓ जिसकी जितनी आबादी उसकी उतनी भागीदारी हिस्सेदारी साजेदारी प्रतिनीधित्व = लोकतंत्र -लोकशाही। (2) लोकतंत्र /प्रजातंत्र की गरीमाको स्थापित करनेे के लिए हिस्सेदारी भागीदारी कैसे तय करें ❓ भारतीय समाज जातियाँ धर्म के बहुतों टुकड़ों में बँटा है, इसलिएभारतीय संविधान ने… हिन्दू की […]

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कुछ विचारणीय तथ्य

1??आरक्षण यानी क्या? 2??आरक्षण की संविधानिक नाम संज्ञा क्या है ? 3??आरक्षण किस आधार पर तय होता है? 4??संविधानिक केटेगरियां क्या है? 5??संविधानिक केटेगरी तय करने के मापदंड क्या है? 6??लोकतंत्र के 4स्तंभ/पिलर कितने कौन से? इन प्रश्नों के उत्तर पता हो तो बताइये …या जानकारी हासिल कीजिए| जिसकी जितनी आबादी भारी उसकी उतनी भागीदारी […]

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मालूम करो, ये विरोधी कौन थे, या हैं? सोचो कोन ख़तरे में???

1) जब नरबलि पर रोक लगाई गई तब शैतान चिल्लाए कि धर्म खतरे में है! 2) जब नवविवाहिता का ब्राह्मण पुरोहितों द्वारा 3 दिन तक शुद्धीकरण प्रथा पर रोक लगाई गई, तब शैतान चिल्लाए धर्म खतरे में है! 3) जब सती प्रथा पर रोक लगी, तब शैतान जोर जोर से चिल्लाए, धर्म खतरे में है […]

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सबसे बड़ी समस्या लंपट दक्षिण पंथी बुद्धजीवियों की है

द्वारा : सुब्रतो चटर्जी सबसे बड़ी समस्या-“लंपट दक्षिणपंथी तथाकथित बुद्धिजीवियों की है, ग़रीबों और लाचार लोगों की नहीं! यही वे लंपट हैं जिनको गाँधीवाद में फासीवाद का जवाब दिखता है. दरअसल, कुछ कायर लोग गाँधीवाद के अहिंसक दृष्टिकोण को कायरता का पर्याय मान कर, अपनी नपुंसकता का आड़ बना लेते हैं, जबकि अहिंसा कायरता नहीं […]

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कौरव सभा में चीखती द्रौपदी!

यदि कुछ लोग हमारे घर पर जबरन भगवा फहराने लगें, ‘जय श्रीराम’ और ‘जय बजरंग बली’ के नारे उछालने लगें तो मैं क्या करूं? पुलिस मौजूद तो हो लेकिन करे कुछ नहीं, तो मैं क्या करूं? मना करने पर वे मुझे मारें-पीटें, घर के सदस्यों को गालियां दें, मेरी बहन/बेटी से बदसलूकी करें और मौके […]

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ये ठगा हुआ इंसान

द्वारा : इं. एस. के. वर्मा हरकोई बैचेन है मौजूदा हालातों से। कुछ को उम्मीदें बाकी हैं, तो कुछ उन्मादी बने हैं।कुछ तो कुछ अभी तक भी आशावादी बनें हैं!मगर यह सच है कि अब अच्छे दिनों की तलाश तो हर किसी को है!एक जादूगर आया था, अच्छे दिन लाने का सब्जबाग दिखाया था!छीन लिया […]

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