दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी देश में सबसे तेजी के साथ शुरू होने वाली यूनिवर्सिटी, विधानसभा में कानून बनने के मात्र 2 महीने के भीतर हुई शुरूआत
किसी भी राष्ट्र के 360° निर्माण में शिक्षकों की अहम् भूमिका, दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी में तैयार होंगे ‘भविष्य के राष्ट्र निर्माता’: उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया
टीचर एजुकेशन के क्षेत्र में पूरे विश्व में ब्रांड के रूप में उभरेगी ‘दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी’: उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया
दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी में ट्रेनीज को वर्ल्डक्लास ट्रेनिंग देने के साथ-साथ नए आइडियाज व प्रैक्टिसेज के आदान-प्रदान के लिए राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं से किया जाएगा कोलैबोरेशन
दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी स्थापित करेगी एक अनूठा सेल जो दिल्ली के सभी स्कूलों में जाकर बच्चों को शिक्षक बनने के लिए देगा ओरिएंटेशन: उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया
04 मार्च , नई दिल्ली
केजरीवाल सरकार ने नए दौर के बेहतर शिक्षक तैयार करने की दिशा में दिल्ली में वर्ल्ड क्लास टीचर ‘दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी’ की शुरुआत की| दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी देश में सबसे तेजी के साथ शुरू होने वाली यूनिवर्सिटी है जिसकी विधानसभा में कानून बनने के मात्र 2 महीने के भीतर शुरूआत हो गई| शुक्रवार को उपमुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने इसका उद्घाटन किया| इस मौके पर उन्होंने कहा कि किसी भी राष्ट्र के 360° निर्माण में शिक्षकों की अहम् भूमिका होती है और दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी ‘भविष्य के राष्ट्र निर्माताओं’ को तैयार करेगी| उन्होंने कहा कि ये यूनिवर्सिटी टीचर एजुकेशन के क्षेत्र में पूरे विश्व में एक ब्रांड के रूप में उभरेगी जहाँ ट्रेनीज को वर्ल्डक्लास ट्रेनिंग देने के साथ-साथ नए आइडियाज व प्रैक्टिसेज के आदान-प्रदान के लिए राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं के साथ कोलैबोरेशन किया जाएगा| यहां यह सुनिश्चत किया जाएगा कि ट्रेनीज 30 से 50% समय स्कूलों में बिताए और हैंड्स ऑन लर्निंग प्राप्त करें | साथ ही दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी में एक अनूठा सेल भी स्थापित किया जाएगा जो दिल्ली के सभी स्कूलों में जाकर बच्चों को शिक्षक बनने के लिए ओरिएंटेशन देगा|
श्री सिसोदिया ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में शिक्षा को लेकर जो सपने देखे है, दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी उसका एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और हमारा विज़न उसे देश-दुनिया की सर्वश्रेष्ठ यूनिवर्सिटी बनाना है| उन्होंने कहा कि इस सपने की शुरुआत हो चुकी है और ये सपना पूरा भी होगा जब दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी का स्तर भविष्य में देश के सबसे प्रीमियम संस्थान आईआईटी-आईआईएम से भी अच्छा होगा| उन्होंने कहा कि दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी देश में सबसे तेजी के साथ शुरू होने वाली यूनिवर्सिटी है| जहाँ 4 जनवरी 2022 को विधानसभा में इसका कानून पास होने के मात्र 2 महीने के भीतर ही कागजी कार्यवाही, उपकुलपति का चयन सहित सभी कार्य पूरे हो गए|
यूनिवर्सिटी में क्या है खास
• हाई-क्वालिटी प्री-सर्विस व इन-सर्विस प्रोग्राम
• नए दौर के बीएड, एम.एड, पीएचडी व अन्य सर्टिफिकेट प्रोग्राम
• शिक्षा के क्षेत्र में फंडामेंटल व एप्लाइड रिसर्च पर फोकस
• नए आइडियाज व प्रैक्टिसेज के आदान-प्रदान के लिए राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय कोलैबोरेशन
• हैंड्स ऑन एक्सपीरियंस देने के लिए स्कूलों के साथ पार्टनरशिप
वर्तमान में देश में ऑफर किए जाने वाले ज्यादातर टीचर ट्रेनिंग कोर्सेज के उलट दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी में शुरू किए गए कोर्सेज केवल विषय-ज्ञान पर ध्यान केंद्रित नहीं करेंगे। बल्कि इनका उद्देश्य है;
• ट्रेनीज की कैपेसिटी बिल्डिंग कर उन्हें प्रैक्टिकल स्किल्स से लैस करना है ताकि वो क्लासरूम टीचिंग के लिए बेहतर ढंग से तैयार हो सकें|
• एक्सचेंज प्रोग्राम व विजिट के माध्यम से ट्रेनीज को इंटरनेशनल एजुकेशन सिस्टम का
• जीवन विद्या में माध्यम से ट्रेनीज की पर्सनालिटी का होलिस्टिक डेवलपमेंट
• बेहतर नागरिक गुण विकसित करने के लिए ट्रेनीज को शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से (IQ, EQ और SQ) तैयार करना
• ट्रेनीज को एजुकेशनल लीडर्स, प्लानर्स, एडमिनिस्ट्रेटर्स के रूप में तैयार करना जो शिक्षा को समावेशी और व्यापक बनाने की पहल के साथ करेंगे देश का मार्गदर्शन
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि आज एक अच्छा इंजिनियर, डॉक्टर व अन्य दूसरे प्रोफेशनल्स को तैयार करना आसान है क्योंकि वो जीवन के केवल 1-2 आयामों पर काम करते है लेकिन एक बेहतर शिक्षक तैयार करना आसान नहीं है क्योंकि वो जिन्दगी के सभी आयामों को 360° कवर करता है| यही कारण है कि देश में 1951 में ही आईआईटी की स्थापना हो गई, आईआईएम व एम्स जैसे प्रीमियम संस्थान दशकों पहले शुरू हो गए लेकिन आज तक देश में इस स्तर की कोई टीचर यूनिवर्सिटी की शुरुआत नहीं हुई| लेकिन दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी इसे पाटने का काम करेगी और न केवल भारत बल्कि पूरे विश्व में टीचर एजुकेशन के क्षेत्र में एक ब्रांड के रूप में उभरेगी|
श्री सिसोदिया ने कहा कि आज आम भारतीय परिवारों में कोई बच्चा गणित में अच्छा होता है तो पेरेंट्स बोलते है बेटा थोड़ी मेहनत और करो और आईआईटी के लिए तैयारी करो, यदि बच्चा इतिहास में बेहतर होता है तो उसे यूपीएसई की तेयारी करने के लिए बोला जाता है पर कभी भी उसे एक शिक्षक बनने के लिए नहीं कहा जाता| इसलिए टीचिंग प्रोफेशन आज सभी के लिए करियर का अंतिम विकल्प बन चुका है| लेकिन मुझे विश्वास है कि दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी इस परिपाटी को बदलने का काम करेगी| उन्होंने कहा कि ये यूनिवर्सिटी केवल स्कूल टीचर तैयार करने की यूनिवर्सिटी नहीं बनेगी बल्कि उच्च शिक्षा संस्थानों के अध्यापकों को शानदार पेडागोजिकल प्रैक्टिसेज से अवगत करवाएगी|
इस मौके पर दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी के उपकुलपति प्रो. धनंजय जोशी ने कहा कि आज हर बच्चा डॉक्टर-इंजिनियर बनने का सपना देखता है लेकिन कभी टीचिंग प्रोफेशन ले बारे में बात नहीं करता और ये उसके करियर का अंतिम विकल्प होता है लेकिन दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी के माध्यम से हम इसे बदलने का काम करेंगे| उन्होंने कहा कि एक शिक्षक देश का भविष्य संवारता है, देश के भविष्य को बेहतर बनाता है| इस दिशा में एक बेहतर और विकसित भारत को तैयार करने के लिए हम 1-1 बच्चे को शिक्षक बनने के लिए प्रेरित करेंगे|
उल्लेखनीय है कि उद्घाटन समारोह में दिल्ली विधानसभा स्टैंडिंग कमिटी की चेयरपर्सन आतिशी मार्लेना, दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी के उपकुलपति प्रो. धनंजय जोशी, शिक्षा सचिव एच.राजेश प्रसाद, उच्च शिक्षा सचिव(टेक्निकल एजुकेशन) आर एलिस वाज़, शिक्षा निदेशक(टेक्निकल एजुकेशन) रंजना देशवाल, निदेशक एससीईआरटी रजनीश कुमार सिंह, शिक्षा सलाहकार शैलेन्द्र शर्मा सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे|