- सफाई कर्मचारियों, डीबीसी कर्मचारियों और अन्य कर्मचारियों के नियमितीकरण तथा उनको समय से वेतन देने इत्यादि समस्याओं पर चर्चा के लिए अल्पकालिक प्रश्न लगाया था- विकास गोयल
- हमेशा की तरह यह सभा भी भाजपा नेताओं की तानाशाही के चलते हंगामे की भेंट चढ़ गई- विकास गोयल
- मनोज तिवारी के स्वर्गीय पिता चंद्र देव तिवारी के नाम पर किए गए रोड के नामांकन को रद्द करने का प्रस्ताव रखा- विकास गोयल
- मनोज तिवारी और स्वर्गीय पिता चंद्र देव तिवारी ने अपनी विधानसभा में कोई समाजिक और विकास कार्य नहीं किया- विकास गोयल
नई दिल्ली: 9 मार्च 2022
आज उत्तरी दिल्ली नगर निगम में वर्ष 2017-2022 के सत्र के लिए गठित निगम के सदन की आखिरी सभा थी। जो कि भाजपा नेताओं की तानाशाही के चलते हंगामे की भेंट चढ़ गई। आम आदमी पार्टी ने सदन में सफाई कर्मचारियों, डीबीसी कर्मचारियों और अन्य कर्मचारियों के नियमितीकरण तथा उनको समय से वेतन देने इत्यादि समस्याओं पर चर्चा के लिए अल्पकालिक प्रश्न लगाया था। लेकिन महापौर ने हमेशा की तरह विपक्ष के विषयों पर चर्चा को नकार दिया। और भाजपा द्वारा दिल्ली सरकार की आबकारी नीति और शराब के ठेकों पर चर्चा करवाने के लिए लगाए गए अल्पकालिक प्रश्न को स्वीकार किया। जिससे भाजपा निगम से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा करने से एक बार फिर से बचती नजर आई। आम आदमी पार्टी ने बैठक में मनोज तिवारी के स्वर्गीय पिता चंद्र देव तिवारी के नाम पर किए गए रोड के नामांकन को रद्द करने का प्रस्ताव भी रखा है।
उत्तरी दिल्ली नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष विकास गोयल ने कहा कि आज सदन की आखरी बैठक थी। हालांकि, यह बैठक पहले 10 मार्च 2022 को होनी थी। लेकिन भाजपा नेताओं ने आचार संहिता लगने की संभावना को भांपते हुए सभा की बैठक एक दिन पूर्व अर्थात आज प्रातः 9:00 बजे करने का फैसला किया। सभा को एक दिन पहले करने के पीछे भाजपा नेताओं की मंशा शोर-शराबे के बीच में अपने हित साधने वाले प्रस्तावों को पास करवाना था। जो कि आचार संहिता लगने के बाद पास नहीं किए जा सकते थे।
हमने सदन की बैठक में एक निंदा प्रस्ताव भी लगाया था। यह भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व उत्तरी-पूर्वी दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी द्वारा बुराड़ी वार्ड की एक रोड का नामांकन उनके स्वर्गीय पिता चंद्र देव तिवारी के नाम पर करने के विरोध में था। आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया है कि मनोज तिवारी के स्वर्गीय पिता का बुराड़ी वार्ड के समाजिक कार्यों और उसके विकास में कोई योगदान नहीं रहा है। यहां तक की मनोज तिवारी ने भी अपनी सांसद निधि से बुराड़ी विधानसभा में एक भी कार्य नहीं करवाया। हमने स्वर्गीय चंद्र देव तिवारी के नाम पर किए गए रोड के नामांकन को रद्द करने का प्रस्ताव रखा है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि भाजपा के 5 वर्ष के कार्यकाल को निगम को कंगाल करने, दिल्ली को कूड़े के ढेरों में तब्दील करने, निगम की जमीनों को बेचकर अपनी जेबे भरने, कर्मचारियों को वेतन के लिए तरसाने तथा दिल्ली के विकास कार्य करने में विफल होने के लिए याद किया जाएगा। दिल्ली की जनता अब भाजपा के 15 वर्षों के कुशासन से तंग आ गई है और उसने तीनों निगमों में आम आदमी पार्टी की सरकार लाने का मन बना लिया है।