शहीदे आजम भगत सिंह, राजगुरु सुखदेव के 91वें शहादत दिवस को समर्पित

दैनिक समाचार

मज़दूर-नौजवान संगठनों द्वारा क्रांतिकारी सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया
मार्च 20, 2022 लुधियाना- आज मज़दूर पुस्तकालय, ई.डब्ल्यू.एस. कालोनी ताज़पुर रोड़ लुधियाना पर टेक्सटाईल-हौज़री कामगार युनियन व नौजवान भारत सभा द्वारा शहीदे आजम भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु के 91वें शहादत दिवस को समर्पित क्रांतिकारी सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें क्रांतिकारी सांस्कृतिक मंच ‘दस्तक’ द्वारा भगत सिंह और उनके साथियों के विचारों को व्यक्त करते दो नाटक ‘इंकलाब जिंदाबाद’ और ‘मैं भगत सिंह बोल रहा हूँ’ का मंचन किया गया और क्रांतिकारी-सांस्कृतिक गीतों का प्रदर्शन किया गया।
इस अवसर पर टेक्सटाइल हौज़री कामगार यूनियन के अध्यक्ष राजविंदर सिंह ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि शहीद भगत सिंह और उनके साथियों ने मज़दूरों-मेहनतकशों की सत्ता वाला लूट-शोषण मुक्त समाज बनाने का सपना देखा था जो अभी तक पूरा नहीं हुआ है। आज विभिन्न राजनीतिक दल शहीदों के शहादत व जन्मदिन के अवसर पर रस्मपूर्ती करके उन्के विचारों पर चलने का नाटक करके लोगों में भ्रम पैदा कर रहे हैं और अपने राजनीतिक हितों की पूर्ति कर रहे हैं। हालांकि, उनके विचारों के विपरीत, जनविरोधी नीतियों का पालन किया जा रहा है। केंद्र की फासीवादी मोदी सरकार लगातार मज़दूर-मेहनतकश आबादी के हकों-अधिकारों मेँ कटौती कर रही है। पंजाब में नवगठित आम आदमी पार्टी की सरकार भी भगत सिंह के नक्शेकदम पर चलने का नाटक कर रही है और पूंजीपतियों की सेवा करने के लिए उत्सुक है और मजदूरों के अधिकारों की बात नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि परिवर्तन का एकमात्र रास्ता क्रांति का रास्ता है जैसा कि शहीदों ने बताया था। आज भगत सिंह के सपनों का समाज बनाने के लिए लोगों को क्रांति का संदेश देने और संगठित करने की जरूरत है।
इस अवसर पर नौजवान भारत सभा और साथी रमेश द्वारा क्रांतिकारी गीत प्रस्तुत किए गए। मंच संचालन साथी जगदीश ने किया। क्रांतिकारी साहित्य की प्रदर्शनी लगाई गई। कार्यक्रम में शामिल लोगों ने ‘इंकलाब जिंदाबाद’, ‘पूंजीवाद-साम्राज्यवाद मुर्दाबाद’ के नारे लगाए और शहीदों के अधूरे कार्य को पूरा करने का संकल्प लिया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *