- युवा लड़कियां सीखेंगी कोडिंग एवं सॉफ्टवेयर का विकास, आतिशी ने कहा कि इससे न केवल अपने आप को बल्कि अपने परिवारों के जीवन को बदलने के लिए खुद को सशक्त बनाएं’
- हासिए पर रहे समुदायों की लड़कियों, ट्रांस महिलाओं को दिल्ली कौशल एवं उद्यमिता विश्वविद्यालय में मुफ्त में सॉफ्टवेयर विकास एवं कोडिंग सीखने का मौका है
- कौशल विश्वविद्यालय अपने सॉफ्टवेयर प्रोग्रामिंग कोर्स के लिए लड़कियों एवं ट्रांस महिलाओं के पहले बैच की शुरुआत की डीएसईयू के वीसी ने कहा कि यह समावेशी सामुदायिक शिक्षा प्रदान करने की और एक कदम है
नई दिल्ली, 12 अप्रैल, 2022:
स्किलिंग को महिलाओं एवं ट्रांसवुमेन को मजबूत बनाने की दिशा में काम करते हुए दिल्ली कौशल एवं उद्यमिता विश्वविद्यालय ने सॉफ्टवेयर प्रोग्रामिंग में पहला आवासीय कोर्स शुरू किया है। कार्यक्रम का उद्घाटन शिक्षा की स्थाई समिति की अध्यक्ष और कालकाजी क्षेत्र से विधायक आतिशी ने किया। नवगुरुल के सहयोग के साथ 20 महीने का आवासीय सॉफ्टवेयर प्रोग्रामिंग कोर्स, कौशल विश्वविद्यालय ने शुरू किया है।
इस अवसर पर बोलते हुए आतिशी ने कहा कि हम 21वीं सदी में प्रौद्योगिकी से घिरे हुए हैं। जहां गूगल हमारे सभी सवालों का जवाब मात्र कुछ ही पलों में दे देता है लेकिन फिर भी छात्रों को औपचारिक शिक्षा प्रणाली में 14 साल बिताने पड़ते हैं। वे 14 साल हमें बताते हैं कि आप क्या पढ़ सकते हैं और क्या नहीं। कोडिंग एवं प्रोग्रामिंग में इस कोर्स के माध्यम से, तकनीकी दुनिया में करियर बनाने के लिए छात्रों को मजबूत तर्क के साथ प्रोत्साहित कर, इन धारणाओं को चुनौती देने का यह एक प्रयास है।
उन्होंने आगे कहा कि इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि यह तकनीकी कोर्स केवल लड़कियों एवं ट्रांस महिलाओं के लिए ही है। जिसके तहत यह कोर्स पितृसत्तात्मक मानदंडों को चुनौती दे रहा है। इस अवसर के साथ हम छात्राओं को हैंड्स -ऑन अनुभव प्राप्त कराना है एवं इस समान रुचि रखने वाली लड़कियों के लिए इस कोर्स को आकांक्षी बनाने का मौका है।
यूनिवर्सिटी की वीसी ने कहा कि हमारी शिक्षा ही एकमात्र ऐसी चीज है जो हमारे साथ रहती है। शिक्षा वह है जो हमारे व्यक्तित्व का निर्माण करती है एवं हमें अपने व्यक्तिगत एवं व्यावसायिक जीवन में आगे बढ़ने में मदद करती है। इस समय आपने एक पुरुष-प्रधान उद्योग के एक कोर्स में शामिल होने के लिए एक विकल्प लिया है। आपको मेरी सलाह यह है कि आप यह याद रखें कि केवल आपका कौशल ही आपकी काबिलियत को सुनिक्षित करेगा। नवगुरुकुल के साथ डीएसईयू आपको कौशल को सीखने एवं बढ़ाने में मदद करेगा, आपको आवश्यक सभी सहायता प्रदान करेगा। जिससे आपकी शिक्षा को सुविधाजनक बनाएगा, लेकिन यह आपका प्रयास है जो मायने रखेगा। सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट एवं कोडिंग सीखने के लिए आपने जो चुनाव किया है, उसे याद रखें एवं इसे अपने जीवन का सबसे अच्छा विकल्प बनाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ दें।
नवगुरुल के संस्थापक अभिषेक गुप्ता ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि बड़े होकर, मैंने शिक्षा में विशेषाधिकार देखा एवं यह कैसे किसी व्यक्ति के विकास एवं उनके सीखने के अवसरों को प्रभावित करता है। नवगुरुल की शुरुआत करते हुए हमारा लक्ष्य शिक्षा को आकांक्षी बनाना रहा है। इसी दृष्टि से, हम युवा लड़कियों एवं ट्रांस महिलाओं के लिए एक उन्नत डिप्लोमा कोर्स शुरू करने का अवसर पाकर आभारी हैं। इन युवा छात्राओं को प्रासंगिक कोर्स के साथ छात्राओं द्वारा संचालित एक कार्यक्रम प्रदान करने का यह हमारा संयुक्त प्रयास है एवं सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि कोर्स पूरा करने के बाद छात्राओं को रोजगार के अवसर प्रदान करेगा । ”
इस कोर्स को सिंच इंडिया द्वारा समर्थित किया जा रहा है। लड़कियों एवं ट्रांस महिलाओं के साथ बात करते हुए, रचना वत्स (सदस्य- निदेशक मंडल, सिंच इंडिया) ने कहा कि यह कोर्स हमारे दिल के बेहद करीब है, हम उत्साहित हैं एवं युवा लड़कियों को इंटर्नशिप सहायता प्रदान करने के साथ साथ छात्राओं का सहयोग भी करेंगे।
यह कोर्स डीएसईयू में नवगुरुल फाउंडेशन फॉर सोशल वेलफेयर, जो एक नॉन-प्रॉफिट संगठन के साथ पेश किया जा रहा है, जो सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में कम आय वाले एवं हासिए पर रहे समुदायों के छात्रों के लिए आवासीय पाठ्यक्रम चलाता है। यह वित्त पोषित आवासीय कोर्स छात्राओं एवं ट्रांस महिलाओं को 6 महीने की प्रशिक्षण अवधि के माध्यम से तकनीकी दुनिया में सीखने और बढ़ने का अवसर प्रदान करेगा। इस कोर्स में डीएसईयू के द्वारका कैंपस में 84 छात्राओं ने उद्घाटन बैच में प्रवेश लिया है।