”कैंसर के इलाज में भारत कहीं भी विकसित देशों से पीछे नहीं, सही इलाज मिलने वाले मरीजों के ठीक होने की संभावना विकसित देशों के ही बराबर”- सत्येंद्र जैन
”अगर देश को कैंसर मुक्त राष्ट्र बनाना है, तो सबसे पहले इस रोग से जुड़े मिथकों व विकृत मानसिकता को मिटाने के लिए जन-जागृति कार्यक्रमों में तेजी लानी होगी”- सत्येंद्र जैन
”केजरीवाल सरकार का मुख्य उद्देश्य राजधानी में स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाना है, ताकि लोगों को गुणवत्तापूर्ण इलाज मुफ्त में मिल सके”- सत्येंद्र जैन
”तंबाकू व ऐल्कॉहॉल के बारे में जागरूकता फैलानी जरूरी, ताकि लोगों को पता चल सकें कि इन चीजों के कारण टीशूज में कैंसर उत्पन्न हो सकता है”- सत्येंद्र जैन
”हमें शरीर का बाहर के साथ-साथ अंदर से भी ध्यान रखने की जरूरत, जितना अंदर से निर्मल रहेंगे विचार उतने ही अच्छे रहेंगे”- सत्येंद्र जैन
”मेडिकल कॉलेज खोलने, कैंसर मरीजों के लिए आवश्यक दवाएं और काउंसिलिंग सेवाएं सुनिश्चित करने में पूर्ण योगदान दे रही केजरीवाल सरकार”- सत्येंद्र जैन
नई दिल्ली, 14 मई, 2022
दिल्ली के पीएचडी हाउस में शनिवार को डॉ. बी आर अंबेडकर इंस्टीट्यूट रोटरी कैंसर अस्पताल व कैंसर फाउंडेशन की ओर से संवेदना- 2022 नामक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की और सही समय पर कैंसर की पहचान और इलाज को लेकर चर्चा की। साथ ही कैंसर का प्रभावी और किफायती इलाज उपलब्ध कराने के लिए दिल्ली सरकार की भूमिका के बारे में बताया। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि वर्तमान समय में कैंसर एक भयानक बीमारी के रूप में उभरकर सामने आया है। इसकी चपेट में हर वर्ष सबसे अधिक लोग आते हैं और समय पर इलाज नहीं हो पाने के कारण सर्वाधिक लोग असमय ही मर जाते हैं। यह एक ऐसा रोग है जो किसी भी उम्र में हो सकता है। वैसे तो कैंसर के कई प्रकार हैं लेकिन इनमें स्तन कैंसर, सर्वाइकल कैंसर, ब्रेन कैंसर, बोन कैंसर, ब्लैडर कैंसर, पेंक्रियाटिक कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर, गर्भाशय कैंसर, किडनी कैंसर, लंग कैंसर, त्वचा कैंसर, स्टमक कैंसर, थायरॉड कैंसर, मुंह का कैंसर व गले का कैंसर प्रमुख है। अगर हमें देश को कैंसर मुक्त राष्ट्र बनाना है तो सबसे पहले इस रोग से जुड़े मिथकों व विकृत मानसिकता को मिटाने के लिए जन-जागृति कार्यक्रमों में तेजी लानी होगी।
“कैंसर के इलाज में भारत कहीं भी विकसित देशों से पीछे नहीं हैं”- सत्येंद्र जैन
स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि कैंसर को लेकर जो प्रमुख बात निकलकर सामने आ रही है कि लोग इस बीमारी के प्रति ज्यादा गंभीर नहीं हैं। कैंसर के इलाज में भारत कहीं भी विकसित देशों से पीछे नहीं हैं, लेकिन जब लोगों के पास पैसा होता है तो वे और बेहतर के विकल्प खोजते हैं। लेकिन जिन मरीजों को भी सही इलाज मिल जाता है, उनके ठीक होने की संभावना विकसित देशों के बराबर ही है। कैंसर को लेकर लोगों में अनभिज्ञता और उदासीनता को कम करने और इस रोग के प्रति उन्हें जागरूक बनाने, शिक्षित करने, इससे संबंधित मिथकों को मिटाने के लिए दिल्ली सरकार लगातार काम कर रही है। उन्होंने डॉ. बी आर अंबेडकर इंस्टीट्यूट रोटरी कैंसर अस्पताल की सराहना करते हुए कहा कि कैंसर के इलाज के लिए विश्वस्तरीय सुविधाओं के साथ -साथ यहां कुशल और अनुभवी चिकित्सकों की टीम मौजूद है। यहां पर तरह-तरह के जांच की फैसिलिटीज भी हैं। अस्पताल में बेहद किफायती दर पर कैंसर की गुणवत्तायुक्त चिकित्सा का उपलब्ध होना देश के अन्य चिकित्सा केंद्रों के लिए एक नजीर है।
बीमारियों से बचाव के लिए अपनाएं बेहतर लाइफस्टाइल
स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि कैंसर को हराने के लिए स्क्रीनिंग और नियमित चेकअप के जरिए कुछ हद तक मदद मिल सकती है। देश के लोग चाहें तो बेहतर लाइफस्टाइल को चुनकर कैंसर को हरा सकते हैं। तंबाकू और ऐल्कॉहॉल के बारे में जागरूकता फैलानी जरूरी है, ताकि लोग समझ सकें कि इन चीजों के कारण टीशूज़ में कैंसर उत्पन्न हो सकता है। मोटापा भी कैंसर का एक बड़ा रिस्क फैक्टर है। आज के दौर में हमें अपने शरीर का बाहर के साथ-साथ अंदर से भी ध्यान रखने की जरूरत है। हम जितना अदंर से निर्मल रहेंगे, उतने ही अच्छे विचार रहेंगे। स्वस्थ रहने के लिए आजकल के लाइफस्टाइल में खानपान पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। कैंसर से बचाव के लिए पांच तरह के फल और पांच तरह की रंगीन सब्जियों का सेवन करना बेहद आवश्यक है।
“कैंसर पीड़ितों के इलाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं मेडिकल कॉलेज”-सत्येंद्र जैन
सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली सरकार का मुख्य उद्देश्य राजधानी में स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाना है ताकि लोगों को गुणवत्तापूर्ण इलाज मुफ्त मिल सके। वर्तमान में मेडिकल कॉलेज कैंसर पीड़ितों के इलाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, ऐसे में मेडिकल कॉलेजों के निर्माण, विशेषज्ञों की कमी को पूरा करने और दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने की दिशा में दिल्ली सरकार लगातार काम कर रही है। जहां एक ओर सरकार ने द्वारका स्थित इंदिरा गांधी अस्पताल में मेडिकल कॉलेज खोलने की पहल की है। वहीं, कैंसर के मरीजों के लिए आवश्यक दवाएं और काउंसिलिंग सेवाएं सुनिश्चित करने में भी पूरा योगदान दे रही हैं। लोगों को कैंसर का सस्ता और सुलभ इलाज मिले, इसके लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।
कैंसर सर्वाइवर महिलाओं ने शेयर किए अपने अनुभव
कार्यक्रम में रोटरी फाउंडेशन के महासचिव अजय नारायण ने कैंसर फाउंडेशन की गतिविधियों पर रिपोर्ट प्रस्तुत की। इसके अलावा कैंसर सर्वाइवर रेखा गुलाबानी और स्मिता सिंह ने अपने अनुभव शेयर किए। उन्होंने बताया कि कैंसर की बीमारी से लड़ने के लिए किसी भी व्यक्ति का मानसिक तौर पर मजबूत और परिवार के लोगों का साथ होना जरूरी है। एम्स में प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग, प्रोफेसर एंड हेड, डॉ. नीरजा भाटला ने सर्वाइकल कैंसर व इसकी रोकथाम में रोटरी की भूमिका को लेकर चर्चा की। उन्होंने कहा कि रोटरी कैंसर अस्पताल कैंसर के उपचार का एक विशेष केंद्र है। यह वर्तमान में देश के सबसे पुराने कैंसर उपचार केंद्रों में से एक है।
ब्रेस्ट कैंसर के प्रति महिलाएं रहें सचेत
अपोलो अस्पताल के चिकित्सा सलाहकार और वरिष्ठ सलाहकार यूरोलॉजी डॉ. एन सुब्रमण्यम ने कैंसर के उपचार में वर्तमान ट्रेंडस को लेकर अवगत कराया। वहीं, डॉ. बी आर अंबेडकर इंस्टीट्यूट रोटरी कैंसर अस्पताल में डिपार्टमेंट ऑफ ओन्को-एनेस्थीसिया एंड पेलिएटिव मेडिसिन की प्रोफेसर और हेड डॉ. सुषमा भटनागर ने स्तन कैंसर के खतरे को कम करने के उपायों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि देश की महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर के शुरुआती संकेतों और लक्षणों को जानना बहुत जरूरी है ताकि जीवित रहने की दर बढ़ सके और कैंसर से पूरी तरह से बचा जा सके। कुछ समय पहले तक ब्रेस्ट कैंसर को लेकर जागरुकता काफी कम थी, लेकिन बीते कुछ समय में लोग इस बीमारी को गंभीरता से लेने लगे हैं। बेशक ब्रेस्ट कैंसर को लेकर कई तरह के जागरुकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं लेकिन सबसे जरूरी है कि महिलाएं खुद इसके प्रति सचेत रहें।